इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलियाई सरजमी पर 14 साल बाद टेस्ट जीत
दो दिन में ही मेलबर्न टेस्ट का निकला नतीजा, इंग्लैंड 4 विकेट से जीता
खेलपथ संवाद
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट को इंग्लिश टीम ने दूसरे दिन ही छह विकेट से अपने नाम किया। 175 रन के लक्ष्य को इंग्लैंड ने छह विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। हालांकि, इस हार से सीरीज पर कोई फर्क नहीं पड़ा। ऑस्ट्रेलिया शुरुआती तीन टेस्ट जीतकर पहले ही अजेय बढ़त हासिल कर चुकी है।
इंग्लैंड ने इस जीत के साथ आखिरकार जीत का स्वाद चखा और सीरीज की स्थिति फिलहाल 3-1 है। इतना ही नहीं, इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में 14 साल 11 महीने बाद कोई टेस्ट जीता है। इंग्लैंड ने पिछली बार जनवरी 2011 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीता था। इसके बाद अब जाकर इंग्लिश टीम ने ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट जीता है। 2013/14 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर एशेज में कंगारुओं ने 5-0 से जीत हासिल की थी। 2017/18 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर एशेज में कंगारुओं ने 4-0 से जीत हासिल की थी। 2021/22 में अपनी सरजमीं पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4-0 से जीत हासिल की। इस तरह इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया का उनके खिलाफ लगातार 18 जीत के सिलसिले को तोड़ दिया।
यूं तो पूरी इंग्लैंड टीम में मौजूद खिलाड़ियों के लिए यह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली जीत है, लेकिन यह बेन स्टोक्स और जो रूट के लिए खास मायने रखता है। इन दोनों की ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली टेस्ट जीत है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के हर दौरे पर इन दोनों को हार का सामना करना पड़ा या ड्रॉ पर मैच खत्म हुआ। पहले दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। उनके फैसले को इंग्लिश गेंदबाजों ने सही साबित किया और ऑस्ट्रेलियाई पारी को 152 रन पर समेट दिया। जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 110 रन पर सिमट गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 42 रन की बढ़त हासिल हुई थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में 34.3 ओवर में 132 रन पर ऑलआउट हो गई। 42 रन को मिलाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की कुछ बढ़त 174 रन की हुई।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी खराब रही। नियमित कप्तान पैट कमिंस की गैरमौजूदगी में स्टीव स्मिथ टीम की कमान संभाल रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम 45.2 ओवर में 152 रन पर सिमट गई। माइकल नेसेर ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए। वहीं, ट्रेविस हेड 12 रन, जेक वेदराल्ड 10 रन और मार्नस लाबुशेन छह रन बनाकर आउट हुए। कप्तान स्मिथ नौ रन ही बना सके। उस्मान ख्वाजा और एलेक्स कैरी ने पारी संभालना की कोशिश की, लेकिन ख्वाजा 29 रन और कैरी 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
इसके बाद कैमरन ग्रीन और नेसेर के बीच सातवें विकेट के लिए सबसे ज्यादा 52 रन की साझेदारी हुई। ग्रीन 17 रन बनाकर आउट हुए। नेसेर ने 49 गेंद पर 35 रन की अपनी पारी में सात चौके लगाए। स्टार्क एक रन और बोलैंड खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया बिना किसी विशेषज्ञ स्पिनर के मैदान पर उतरा है। इंग्लैंड की ओर से जोश टंग ने पांच विकेट झटके। वहीं, गस एटकिंसन को दो विकेट मिले। ब्राइडन कार्स और कप्तान स्टोक्स ने एक-एक विकेट लिया।
कंगारुओं के 152 रन के जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी की शुरुआत भी खराब रही। 16 रन पर टीम ने चार विकेट गंवा दिए थे। जैक क्राउली पांच रन, बेन डकेट दो रन और जैकब बेथेल एक रन बनाकर आउट हुए। जो रूट खाता भी नहीं खोल सके। स्टार्क ने क्राउली-डकेट और नेसेर ने बेथेल-रूट के विकेट झटके। इसके बाद ब्रूक और स्टोक्स के बीच पांचवें विकेट के लिए अब तक 50 रन की साझेदारी हुई। ब्रूक आक्रामक बल्लेबाजी करने के चक्कर में विकेट गंवा बैठे। वह 34 गेंद में दो चौके और दो छक्के की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए।
इसके बाद जेमी स्मिथ दो रन और विल जैक्स पांच रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कप्तान स्टोक्स भी ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं रह सके और 16 रन बनाकर आउट हो गए। गस एटकिंसन ने जरूर 28 रन की पारी खेली। ब्राइडन कार्स चार और जोश टंग एक रन बना सके। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल नेसेर ने सबसे ज्यादा चार विकेट झटके, जबकि स्कॉट बोलैंड ने तीन विकेट लिए। मिचेल स्टार्क को दो विकेट मिले। कैमरन ग्रीन ने एक विकेट लिया। इंग्लैंड के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़े नहीं छू सके।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को नियमित अंतराल पर झटके लगते रहे। टीम के आठ बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। इनमें से तीन खाता भी नहीं खोल पाए। स्कॉट बोलैंड छह रन, जेक वेदराल्ड पांच रन, मार्नस लाबुशेन आठ रन, एलेक्स कैरी चार रन और जे रिचर्डसन सात रन बनाकर आउट हुए। वहीं, उस्मान ख्वाजा, माइकल नेसेर और स्टार्क खाता नहीं खोल सके। ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा 46 रन बनाए। वहीं, कप्तान स्टीव स्मिथ 24 रन बनाकर नाबाद रहे। कैमरन ग्रीन ने 19 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से ब्राइडन कार्स ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। वहीं, कप्तान स्टोक्स को तीन विकेट मिले। जोश टंग ने दो विकेट लिए। गस एटकिंसन को एक विकेट मिला।
175 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड को दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत मिली। टीम को पहला झटका 51 रन पर लगा। मिचेल स्टार्क ने बेन डकेट को क्लीन बोल्ड किया। वह 26 गेंद में 34 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद इंग्लैंड ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए ब्राइडन कार्स को मैदान पर भेजा। वह छह रन बनाकर जे रिचर्डसन का शिकार बने। इसके बाद जैक क्राउली ने जैकब बेथेल के साथ तीसरे विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी निभाई और इंग्लैंड की स्थिति मजबूत की। क्राउली 48 गेंद में 37 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, रूट और बेथेल के बीच 25 रन की साझेदारी हुई। बेथेल 40 रन बनाकर आउट हुए। रूट 15 रन बनाकर आउट हो गए। वहीं, कप्तान बेन स्टोक्स दो रन बना सके। हैरी ब्रूक 18 रन और जेमी स्मिथ तीन रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टार्क, रिचर्डसन और बोलैंड ने दो-दो विकेट लिए।
