साइक्लिस्ट मीनाक्षी रोहिल्ला ने जीता स्वर्ण पदक

एलपीयू ने शूटिंग में दो गोल्ड अपने नाम किए

खेलपथ संवाद

जयपुर। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पांचवें संस्करण के दूसरे दिन गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की साइक्लिस्ट मीनाक्षी रोहिल्ला ने पहला स्वर्ण पदक जीता। महिलाओं के इंडिविजुअल टाइम ट्रायल इवेंट में मीनाक्षी ने यह पदक जीता। उधर, बीकानेर में शिवाजी यूनिवर्सिटी की काजोल सरगर ने महिलाओं की 48 किलोग्राम कैटेगरी में वेटलिफ्टिंग में सोना जीता और जयपुर में ही लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की साक्षी पाडेकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतकर धाक जमाई।

केआईयूजी 2025 का पांचवां संस्करण राजस्थान के सात शहरों में हो रहा है और इसमें 222 यूनिवर्सिटी के 4448 एथलीट 23 मेडल खेलों में मुकाबला कर रहे हैं। ये गेम्स स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की देखरेख में राजस्थान सरकार, स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के साथ मिलकर हो रहे हैं। पूर्णिमा यूनिवर्सिटी भी इन्हें होस्ट कर रही है।

गोल्ड मेडल जीतने के बात मीनाक्षी ने बताया कि आज मेरी स्ट्रेटेजी थी कि मैं सब्र रखूं। अपनी रिदम बनाए रखूं और जल्दी न करूं। मैंने शुरुआत में एनर्जी बचाने पर फोकस किया और धीरे-धीरे पेस बढ़ाई। एक बार जब मैंने लीड ले ली, तो मेरा लक्ष्य लगातार रेस में बने रहना और इसे कंट्रोल करना था। स्ट्रेटजी बिल्कुल प्लान के मुताबिक काम आई। उन्होंने आगे कहा- मैं नेशनल इवेंट्स में बिना किसी खास ट्रेनिंग के हिस्सा लेती थी, लेकिन इस बार यह मेरे कोच के साथ प्लान किया गया एक स्ट्रेटजी वाला कदम था, ताकि मैं एक एथलीट के तौर पर आगे बढ़ सकूं और मुझे खुशी है कि मैं यहां गोल्ड जीत सकी।

महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के लिए पहला गोल्ड : मानव सारदा ने पुरुषों के 40 किलोमीटर इंडिविजुअल टाइम ट्रायल में पूरे समय शानदार परफॉर्मेंस के साथ महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। 46 किलोमीटर/प्रतिघंटा की एवरेज स्पीड से, सारदा ने 00:52:12.947 पर घड़ी रोकी, जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी के जय डोगरा (00:53:14.315) और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के गौरांग सिंह गौर (00:54:32:813) ने एक के बाद एक सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते।

जगतपुरा शूटिंग रेंज में, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की साक्षी पाडेकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में 253.2 के फाइनल स्कोर के साथ गोल्ड जीता। पंजाब यूनिवर्सिटी की दिशा धनखड़ ने 252 पॉइंट्स के साथ सिल्वर जीता, जबकि मद्रास यूनिवर्सिटी की आर नर्मदा नितिन ने कुल 230.5 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। साक्षी ने क्वालिफिकेशन राउंड में भी कुल 633.5 पॉइंट्स के साथ टॉप किया था और यूनिवर्सिटी को प्रियंका दास और संजीता दास के साथ कुल 1884 पॉइंट्स के साथ टीम गोल्ड दिलाने में भी मदद की थी।

उधर, बीकानेर में वेटलिफ्टिंग कॉम्पिटिशन में, शिवाजी यूनिवर्सिटी की काजोल सरगर ने महिलाओं की 48 किलोग्राम कैटेगरी में कुल 158 किलोग्राम वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता। महाराष्ट्र के सांगली की 19 साल की काजोल, जिन्होंने 2022 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड जीता था, ने स्नैच में बड़ी बढ़त बना ली, क्योंकि उन्होंने अपनी दूसरी कोशिश में 73 किलोग्राम उठाया, जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की रानी नायक से लगभग सात किलोग्राम ज्यादा था। फिर उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 85 किलोग्राम वजन उठाकर गोल्ड मेडल पक्का किया। बरहामपुर यूनिवर्सिटी की रिंकी नायक ने अपनी तीसरी कोशिश में 86 किलोग्राटर वजन उठाकर क्लीन एंड जर्क में टॉप किया और कुल 149 किलोग्राम के साथ सिल्वर मेडल जीता, जबकि रानी ने कुल 148 किलोग्राम वजन उठाकर ब्रॉन्ज़ मेडल जीता।

पहलवानों का दम देख रोमांचित हुए खेलप्रेमी

भरतपुर: पांचवें खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स–2025 में लोहागढ़ स्टेडियम मंगलवार को कुश्ती मुकाबलों के रोमांच और संघर्ष का गवाह बना। विभिन्न राज्यों के विश्वविद्यालयों से आए पहलवानों ने चैम्पियन बनने की होड़ में पूरा दम लगाया। देश के टॉप–8 पहलवानों का उत्कृष्ट प्रदर्शन देख कुश्ती प्रेमी भी ताली पीटने से अपने को नहीं रोक सके।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर  राहुल सैनी ने बताया कि महिला, पुरुष और ग्रीको-रोमन वर्ग मुकाबले अंत तक रोमांचक बने रहे। पहलवानों के दमदार दांव–पेचों ने दर्शकों को बांधे रखा। कई कड़े मुकाबले हुए। जिला खेल अधिकारी सत्य प्रकाश लुहाच ने बताया कि राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर रहे अनुज कुमार बिश्नोई ने 61 किलोग्राम वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में प्रवेश कर राज्य का मान बढ़ाया। एडीएम सैनी ने बताया कि सभी वर्गों के फाइनल 26 नवम्बर को शाम 4 बजे लोहागढ़ स्टेडियम में होंगे।

राजस्थान के लिए इतिहास क्षण

जयपुर। राजस्थान सोमवार को अपने खेल इतिहास में एक यादगार पन्ना जोड़ते हुए पांचवें खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का गवाह बना। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित इस मेगा इवेंट ने पूरे देश की निगाहें राजस्थान की ओर खींच लीं। यह पहली बार है जब राज्य इस स्तर की मल्टी-स्पोर्ट प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है।

आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राजस्थान सरकार, राज्य क्रीड़ा परिषद, भारतीय विश्वविद्यालय संघ और राष्ट्रीय खेल महासंघों के तकनीकी सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। पूर्णिमा विश्वविद्यालय इस पूरे इवेंट का होस्ट विश्वविद्यालय है। पांच दिसम्बर तक राजस्थान के सात प्रमुख शहरों जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर और अलवर में यह खेल होंगे। यह राज्य के खेल इतिहास का सबसे बड़ा मल्टी-सिटी और मल्टी-स्पोर्ट आयोजन है। इस बार इन खेलों में 222 विश्वविद्यालयों के 4448 छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं। 23 पदक खेलों में कुल 296 स्वर्ण पदक दांव पर हैं।

खेलों की विविधता बढ़ाने के लिए खो-खो को इस बार डेमोंस्ट्रेशन स्पोर्ट के रूप में शामिल किया गया है। सात शहरों में फैला यह आयोजन न केवल राज्य की खेल क्षमताओं का परिचय देता है, बल्कि भविष्य में बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए भी राज्य को तैयार करता है। जयपुर के ऐतिहासिक सवाई मानसिंह स्टेडियम में हुए उद्घाटन समारोह ने खेल भावना, संस्कृति और ऊर्जा से भरपूर माहौल तैयार किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने हजारों दर्शकों, खिलाड़ियों और अधिकारियों की उपस्थिति में इन खेलों का शुभारंभ किया था।

समारोह का सबसे विशेष क्षण वह रहा जब अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज अरुंधति चौधरी और कंपाउंड आर्चर राजेश चौहान ने ‘विकसित राजस्थान स्मार्ट टॉर्च’ मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को सौंपा। यह अनूठी सोलर-पावर्ड टॉर्च अपने इन-बिल्ट कैमरे के साथ पूरे राजस्थान की यात्रा कर स्टेडियम पहुंची, जहां इसका स्वागत किया गया। इसका उद्देश्य राज्य की खेल भावना और विकास दृष्टि को प्रतीकात्मक रूप से एक साथ जोड़ना है।

सीएम बोले- यह पीएम मोदी के विजन का धरातली रूप

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान को मेजबानी मिलना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा भारत के लिए जो विजन रखा है, KIUG उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि सपने युवा शक्ति को आगे बढ़ाते हैं। जीत-हार के पार सीखने और आगे बढ़ने की क्षमता ही खेल की असली भावना है। राजस्थान खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रतिबद्ध है और यह आयोजन उसी दिशा में अवसर प्रदान करता है।

केंद्रीय खेल मंत्री मंडाविया ने खिलाड़ियों को दी शुभकामनाएं

केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि KIUG जैसे आयोजन न केवल खेल स्तर को सुधारते हैं, बल्कि भविष्य के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि आप सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें हैं। आप वह पीढ़ी हैं जो भविष्य में विश्व मंच पर तिरंगा लहराएगी। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स आने वाले खेल नायकों की जन्मस्थली है।

राजस्थान खेलों में बड़ा कदम उठा रहा है

युवा मामले एवं खेल मंत्री और ओलंपियन कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान पहली बार इतनी भव्यता के साथ सात शहरों में प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस सुरक्षित और उन्नत खेल माहौल की कल्पना की थी, KIUG उसी का प्रतिरूप है। उन्होंने कहा कि राज्य मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

पिछले संस्करण में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी रही थी शीर्ष पर

पिछला KIUG पूर्वोत्तर राज्यों में आयोजित हुआ था। उसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 28 स्वर्ण सहित 66 पदकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी दूसरे और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर रहे थे। उस संस्करण में आठ नए रिकॉर्ड एथलेटिक्स में बने थे।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्देश्य

KIUG युवाओं की प्रतिभा को पहचानने, उन्हें राष्ट्रीय मंच देने और भविष्य के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को तैयार करने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। यह आयोजन विश्वविद्यालय स्तर के खेलों को नई दिशा देने में निरंतर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

रिलेटेड पोस्ट्स