पांव में गंभीर चोट के बावजूद प्रतिका रावल ने किया डांस

वर्ल्ड कप जीतने के बाद वायरल हुआ उनका वीडियो

खेलपथ संवाद

नवी मुम्बई। महिला वनडे वर्ल्ड कप के लीग मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ फील्डिंग करते समय टीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल चोटिल हो गई थीं। इसके बाद वो इस टूर्नामेंट से बाहर हो गई थीं और शेफाली वर्मा को टीम में शामिल किया गया। शेफाली ने खिताबी मुकाबले में काफी शानदार प्रदर्शन किया और टीम को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।

इस दौरान भारतीय महिला टीम ने पहली बार आईसीसी वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाई तो प्रतिका रावल की आंखों में आंसू आ गए और वो व्हीलचेयर की मदद से तिरंगा लेकर मैदान में पहुंच गईं और गंभीर चोट के बावजूद डांस किया। वर्ल्ड कप के फाइनल में जैसे ही दक्षिण अफ्रीका का आखिरी बल्लेबाज आउट हुआ, वैसे ही भारतीय महिला टीम जश्न में डूब गई। इस बीच चोटिल प्रतिका रावल टीम के साथ जश्न मनाने के लिए मैदान में पहुंच गईं।

24 साल की ये सलामी बल्लेबाज इतनी खुश थी कि वो व्हीलचेयर से उठकर भारतीय टीम के खिलाड़ियों के साथ नाचने लगीं और वर्ल्ड कप फाइनल में शानदार प्रदर्शन के लिए सभी को बधाई दी। प्रतिका के लिए ये एक कड़वी-मीठी रात थी, जो चोट लगने से पहले शानदार फॉर्म में थीं। प्रतिका ने एक शतक और एक अर्धशतक सहित 308 रन बनाए और भारत के फाइनल तक के सफर में अहम भूमिका निभाई। उनकी कमी काफी खल रही थी, लेकिन किस्मत के एक खूबसूरत मोड़ में उनकी जगह आईं शेफाली वर्मा फाइनल की हीरो बनकर उभरीं।

इस दौरान प्रतिका हर पल उत्साह से तालियां बजाती, गर्व से तिरंगा लहराती नजर आईं और बाद में मैच के बाद ग्रुप फोटो के लिए मैदान पर अपनी टीम की साथियों के साथ शामिल हुईं। टीम ने ये प्लान किया था कि प्रतिका सभी के साथ रहें और चमचमाती ट्रॉफी के साथ व्हीलचेयर पर उनके साथ पोज देते रहें। जश्न के दौरान प्रतिका रावल जेमिमा रॉड्रिग्ज और कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ व्हीलचेयर से उठकर डांस करने लगीं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

इसके बाद उन्होंने कहा, “मैं इसे बयां भी नहीं कर सकती। मेरे पास शब्द नहीं हैं। मेरे कंधे पर ये तिरंगा बहुत मायने रखता है. अपनी टीम के साथ यहां होना-ये कल्पना से परे है. चोटें खेल का हिस्सा हैं. मैं बहुत खुश हूं कि मैं अभी भी इस टीम का हिस्सा हूं. मुझे इस टीम से प्यार है”।

उन्होंने आगे कहा कि मैं जो महसूस कर रही हूं उसे बयां नहीं कर सकती। हमने वास्तव में ये कर दिखाया! हम इतने लम्बे समय में वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय टीम हैं। पूरा भारत इसका हकदार है। सच कहूं तो, इसे खेलना देखने से ज्यादा मुश्किल था। हर विकेट, हर बाउंड्री ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए। ऊर्जा, फैंस, भावना-ये अविश्वसनीय था। प्रतिका के लिए 2 नवंबर की रात व्यक्तिगत निराशा की नहीं, बल्कि गर्व की थी। अपनी टीम, अपने देश और उनके साथ बिताए सफर पर उनको गर्व है। उन्होंने कहा कि हमने ये सब साथ मिलकर किया, आज रात यही मायने रखता है।

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