दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 125 रन से हराया

27 दिन में पलट दी बाजी, पहली बार फाइनल में पहुंची

खेलपथ संवाद

गुवाहाटी। महिला वनडे विश्व कप 2025 के पहले सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 125 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली। गुवाहाटी के बारसपारा क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार को खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान लाउरा वोलवार्ड्ट की शानदार शतकीय पारी के दम पर 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 319 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 42.3 ओवर में मात्र 194 रन पर ऑलआउट हो गई। गेंदबाजी में मारिजन कप ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट झटके, जबकि नादिन डी क्लार्क ने दो विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा आयबोंगा खाका, म्लाबा और सुने लूस को एक-एक सफलता मिली।

इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली बार वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। वहीं, इंग्लैंड की यह महिला विश्व कप इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी हार है। इस मैच से एक दिलचस्प संयोग भी जुड़ा रहा, महिला विश्व कप 2025 के अपने पहले मैच (3 अक्तूबर) में दक्षिण अफ्रीका की टीम को इसी मैदान गुवाहाटी में इंग्लैंड ने सिर्फ 69 रन पर ऑलआउट कर दिया था। वह महिला विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका का सबसे छोटा स्कोर था और वनडे में उनका तीसरा सबसे छोटा स्कोर।

लेकिन ठीक 27 दिन बाद, दक्षिण अफ्रीका ने उसी इंग्लैंड के खिलाफ इसी मैदान पर अपना सबसे बड़ा वनडे स्कोर बनाकर शानदार बदला लिया। टीम ने सात विकेट पर 319 रन बनाए, जो अब तक का उनका सर्वोच्च वनडे स्कोर है। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 312 रन था, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कोलंबो में बनाया था।

320 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने मात्र एक रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए। एमी जोन्स, टैमी ब्यूमोंट और हीथर नाइट खाता खोले बिना पवेलियन लौट गईं। मारिजन कप ने पारी के पहले ही ओवर में एमी और नाइट को बोल्ड किया, जबकि अगले ओवर में अयाबोंगा खाका ने ब्यूमोंट को विकेटकीपर सिनोलो जाफ्ता के हाथों कैच कराया।

इसके बाद नैट सिवर-ब्रंट (64) और एलिस कैप्सी (50) ने चौथे विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी की। दोनों ने टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन 23वें ओवर में सुने लूस ने कैप्सी को नादिन डी क्लार्क के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ दी। कैप्सी ने 71 गेंदों में छह चौके लगाए। कप ने इसके बाद सिवर-ब्रंट को विकेटकीपर जाफ्ता के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड की बची-खुची उम्मीद भी खत्म कर दी। ब्रंट ने 76 गेंदों में छह चौके और एक छक्का लगाया। कप ने इसके अलावा सोफिया डंक्ले (02) और चार्ली डीन (00) को भी आउट किया और अपने पांच विकेट पूरे किए। नादिन डि क्लर्क ने दो विकेट झटके और लिंसे स्मिथ (27) को सुने लूस के हाथों कैच कराके दक्षिण अफ्रीका की जीत सुनिश्चित की।

इस मुकाबले में पांच विकेट लेकर मारिजन कप ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। वह वनडे विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बन गईं। उनके नाम 44 विकेट दर्ज हो गए जबकि पहले यह रिकॉर्ड पूर्व भारतीय गेंदबाज झूलन गोस्वामी के नाम दर्ज था। उन्होंने 34 पारियों में 43 विकेट झटके थे।

इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान लाउरा वोलवार्ड्ट के शानदार शतक के दम पर महिला वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में बड़ा स्कोर खड़ा किया। वोलवार्ड्ट ने अपनी 143 गेंदों की मैराथन पारी में 17 चौके और तीन छक्के जड़े तथा 169 रन बनाए। उन्होंने ताजमिन ब्रिट्स (65 गेंद पर 45 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई।

बीच के ओवरों में दक्षिण अफ्रीका ने तीन रन पर तीन विकेट गंवाए, लेकिन वोलवार्ड्ट ने मारिजन कप (33 गेंद पर 42 रन) के साथ चौथे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संभाला। पारी के अंतिम ओवरों में क्लो ट्रायोन (26 गेंद पर नाबाद 33) और नादिन डी क्लार्क (छह गेंद पर नाबाद 11) ने तेज बल्लेबाजी करते हुए टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया। दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी 10 ओवरों में 117 रन बनाए।

वोलवार्ड्ट ने अपनी पारी के पहले हिस्से में ऑफ साइड में शानदार ड्राइव लगाए और बाद में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों तथा स्पिनरों पर मिडविकेट की दिशा में कई चौके-छक्के जड़े। उन्होंने 47वें ओवर में बाएं हाथ की स्पिनर लिंसे स्मिथ की लगातार गेंदों पर एक छक्का और तीन चौकों से 20 रन बटोरे। उसी ओवर में उन्होंने अपने 150 रन पूरे किए और साथ ही 5000 वनडे अंतरराष्ट्रीय रन भी पूरे किए। वह अगले ओवर में लॉरेन बेल की गेंद पर एलिस कैप्सी के हाथों कैच देकर आउट हुईं। इंग्लैंड की ओर से सोफी एकलेस्टोन ने 44 रन देकर चार विकेट और लॉरेन बेल ने 55 रन देकर दो विकेट लिए।

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