महिला विश्व कप में आया ऋचा घोष का तूफान

खेली 94 रनों की धुंआधार पारी, फिरा मेहनत पर पानी
स्मृति मंधाना एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी
खेलपथ संवाद
विशाखापत्तनम। भारतीय महिला टीम की स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 94 रनों की तूफानी पारी खेली, लेकिन शतक पूरा नहीं कर पाईं। हालांकि, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला वनडे क्रिकेट में 1000 रन पूरे कर लिए। विशाखापत्तनम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 252 रनों का लक्ष्य रखा।
इस मुकाबले में आठवें नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए आईं ऋचा घोष ने 77 गेंदों का सामना किया और 11 चौके व चार छक्के की मदद से 94 रनों की विस्फोटक पारी खेली। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 122.07 का रहा। इसी के साथ 22 वर्षीय महिला बल्लेबाज ने कई उपलब्धियां हासिल कर लीं। उन्होंने महिला वनडे में 1000 रन पूरे कर लिए। इसके अलावा महिला वनडे में आठवें या उससे निचले स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए सर्वोच्च स्कोर बनाने वाली बल्लेबाज बन गईं। इससे पहले क्लो ट्रायोन ने इसी साल की शुरुआत में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ 74 रन बनाए थे।
भारतीय महिला टीम ने ऋचा घोष की दमदार पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका के सामने 252 रनों का लक्ष्य रखा। भारत की पारी 49.5 ओवर में 251 रन पर ऑलआउट हुई। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। भारत को स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने अच्छी शुरुआत दिलाई और पावरप्ले में टीम ने कोई विकेट नहीं गंवाया। हालांकि, मंधाना के आउट होते ही भारत की पारी लड़खड़ा गई।
भारतीय टीम का पहला विकेट 55 के स्कोर पर गिरा था, जबकि उसने छह विकेट 102 रन के स्कोर पर गंवा दिए। भारतीय टीम मुश्किल स्थिति में नजर आ रही थी, लेकिन अमनजोत और ऋचा ने सातवें विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम को संभाला। हालांकि, अमनजोत आउट हो गईं, लेकिन ऋचा घोष टिकी रहीं और उन्होंने स्नेह राणा के साथ आठवें विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी की जिससे भारत का स्कोर 250 के पार पहुंचा। ऋचा हालांकि, आखिरी ओवर में अपना विकेट गंवा बैठीं और शतक लगाने से चूक गईं।
ऋचा 77 गेंदों पर 11 चौकों और चार छक्कों की मदद से 94 रन बनाकर आउट हुईं। ऋचा के अलावा प्रतिका रावल ने 37, स्नेह राणा ने 33, मंधाना ने 23, हरलीन देओल ने 13, अमनजोत कौर ने 13, हरमनप्रीत कौर ने 9 और दीप्ति शर्मा ने 4 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्लोए ट्रियोन ने तीन विकेट लिए, जबकि मरिजाने कैप, नादिने डि कर्क और नोनकुलुलेको मलाबा को दो-दो विकेट मिले। वहीं, तुमी सेखुखुने को एक विकेट मिला। इस मुकाबले में छठा विकेट 102 के स्कोर पर गिरा था। इसके बाद टीम इंडिया ने कुल 149 रन जोड़े। यह विश्व कप की एक पारी में छठा विकेट गिरने के बाद बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं।
स्मृति मंधाना एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बनीं
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे महिला विश्व कप के मुकाबले में भारतीय टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। वह एक कैलेंडर वर्ष में वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी बन गईं। उनके नाम अब 982* रन दर्ज हो गए हैं। विशाखापत्तनम में खेले जा रहे इस मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 252 रनों का लक्ष्य रखा है।
मंधाना ने इस मैच में 32 गेंदों का सामना किया और 23 रन बनाकर पवेलियन लौटीं। इसी के साथ वह एक कैलेंडर वर्ष में वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज बन गईं। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 1997 में एक कैलेंडर वर्ष में 970 रन बनाए थे। तीसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की लाउरा वोलवार्ड्ट (882 रन, 2022) हैं। चौथे और पांचवें स्थान पर क्रमश: न्यूजीलैंड की डीब्बी हॉक्ले (880 रन, 1997) और एमी सैटरवेट (853 रन, 2016) मौजूद हैं।