एशिया कप फाइनल से पहले बेंच स्ट्रेंथ परखने का मौका

आज श्रीलंका के खिलाफ जितेश होंगे शामिल या टीम रहेगी बरकरार?
खेलपथ संवाद
दुबई। भारतीय टीम अजेय रहते हुए एशिया कप के फाइनल में पहुंच गई है और अब शुक्रवार को सुपर चार चरण के आखिरी मैच में उसका सामना श्रीलंका से होगा। भारत के लिए यह मैच महज एक औपचारिकता है क्योंकि टीम के पास इसमें गंवाने के लिए कुछ नहीं है। भारत ने टूर्नामेंट में अब तक लगातार पांच मैच जीते हैं और वह ग्रुप चरण के बाद सुपर चार की अंक तालिका में भी शीर्ष पर बनी हुई है। रविवार को होने वाले फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से होगा, जिसने गुरुवार को बांग्लादेश जीत दर्ज की।
भारत को रविवार को खिताबी मुकाबला खेलना है, लेकिन इससे पहले उसके पास बेंच स्ट्रेंथ को परखने का मौका रहेगा। भारत ने अब तक सिर्फ ओमान के खिलाफ प्लेइंग-11 में बदलाव किया था। उस मैच में भारत ने जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती को आराम देकर अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा को जगह दी थी। भारत ने ओमान के अलावा मैच को छोड़ दें तो अब तक तीन स्पिनर और एक विशेषज्ञ तेज गेंदबाज के साथ उतरने का फैसला लिया है। भारत के लिए यह संयोजन हिट रहा है क्योंकि टीम को सफलता मिली है। ऐसा नहीं है कि ओमान के खिलाफ टीम को हार मिली, लेकिन अपेक्षाकृत इस कमजोर टीम के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए उसे मेहनत करनी पड़ी थी।
भारतीय टीम ने भले ही एशिया कप के फाइनल में जगह बना ली है, लेकिन जिस तरह से टूर्नामेंट में उसके खिलाड़ियों ने कैच छोड़े हैं, वो टीम के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। भारत ने पहले पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार के मैच में कई कैच छोड़े थे, वहीं बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में भी भारतीय खिलाड़ियों का फील्डिंग में प्रदर्शन निराशाजनक रहा। फाइनल से पहले भारतीय खिलाड़ियों को फील्डिंग में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि किसी भी दिन यह गलती टीम को भारी पड़ सकती है। भारतीय टीम अब तक पांच मैचों में 12 कैच छोड़ चुकी है, जबकि इस मामले में हांगकांग भी उससे पीछे है। हांगकांग ने कुल 11 कैच छोड़े हैं।
भारत के लिए मध्यक्रम के बल्लेबाजों का लंबे समय तक क्रीज पर नहीं टिक पाना भी चिंता का विषय रहा है। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई है, लेकिन इन दोनों की साझेदारी टूटने विशेषकर अभिषेक के आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाज नियमित अंतराल पर विकेट गंवा रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ एक समय जहां टीम का स्कोर 200 के पार पहुंचता दिख रहा था, वहीं मध्यक्रम के लगातार विकेट गंवाने से टीम 170 रन से भी नीचे रह गई थी। कप्तान सूर्यकुमार यादव का बल्ला पूरे टूर्नामेंट में खामोश रहा है और उन्हें अब फॉर्म में लौटने की जरूरत है। यहां यह भी देखना दिलचस्प होगा कि सूर्यकुमार श्रीलंका के खिलाफ मैच में किस स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं क्योंकि ओमान के खिलाफ वह अंत तक बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे थे।
फाइनल को देखते हुए भारतीय टीम विजयी संयोजन को ज्यादा छेड़ेगी नहीं और श्रीलंका के खिलाफ भी टीम में बड़े बदलाव की उम्मीद कम है। भारतीय टीम प्रबंधन के पास जितेश को फिनशिर के तौर पर आजमाने का यह आखिरी मौका होगा जिन्हें पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच में मौका नहीं मिला है। भारतीय बल्लेबाजी क्रम में सैमसन फिट होते नहीं दिख रहे। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में सैमसन को बल्लेबाजी में शीर्ष सात में भी नहीं उतारा गया और अब सवाल उठता है कि अगर वह अक्षर पटेल के पहले भी आने के लायक नहीं हैं तो टीम में क्या कर रहे हैं।
चौथे नंबर पर शिवम दुबे को उतारना समझ में आता है क्योंकि कलाई के स्पिनरों को वह बखूबी खेलते हैं लेकिन मध्यक्रम में बायां-दायां संयोजन रखने के लिए यह सही नहीं था। हार्दिक पांड्या को उनसे पहले बाएं हाथ के दो बल्लेबाजों तिलक वर्मा और अक्षर के साथ भेजा गया। ऐसी भी संभावना है कि सैमसन को श्रीलंका के खिलाफ औपचारिकता के मैच में तीसरे नंबर पर उतारा जाए। समझा जाता है कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के तौर पर सैमसन के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें बाहर नहीं किया जा रहा लेकिन इस प्रारूप में हर खिलाड़ी की अपनी भूमिका है।
जितेश शर्मा मध्यक्रम के बल्लेबाज होने के साथ फिनिशर भी हैं। जितेश ने आईपीएल में पांचवें नंबर पर 18 पारियों में 374 रन बनाए, जबकि छठे नंबर पर 15 पारियों में 384 रन जोड़े ।सातवें नंबर पर उन्होंने सात पारियों में 178 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से 136 रन बनाए हैं।
भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को फाइनल से पहले तरोताजा रखने के लिए श्रीलंका के खिलाफ आराम दिया जा सकता है। लेकिन देखना होगा कि यह तेज गेंदबाज इसके इच्छुक है या नहीं। बुमराह को ओमान के खिलाफ आराम मिला था, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ अगले मैच में वह काफी महंगे साबित हुए थे। हालांकि, बांग्लादेश के खिलाफ मैच में बुमराह विकेट निकालने में सफल हुए थे। बुमराह अगर बाहर बैठते हैं तो उनकी जगह अर्शदीप सिंह को मौका मिल सकता है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, संजू सैमसन/जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शिवम दुबे, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह/अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती।
श्रीलंका: पाथुम निसंका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), कुसल परेरा, चरिथ असलंका (कप्तान), दासुन शनाका, कामिंदु मेंडिस, चमिका करुणारत्ने, वानिंदु हसरंगा, महीश तीक्ष्णा, दुश्मंता चमीरा, नुवान तुषारा।