सुनील गावस्कर ने कहा सैमसन को प्लेइंग-11 में शामिल करो

लिटिल मास्टर ने बताया तीसरे स्थान पर कर सकते हैं बल्लेबाजी
गावस्कर को उम्मीद, सैमसन को शुरुआती मैचों में मिलेगा मौका
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एशिया कप के दौरान संजू सैमसन को प्लेइंग-11 में शामिल करने की वकालत की है। गावस्कर का कहना है कि संजू सैमसन उस काबिलियत के खिलाड़ी हैं जिन्हें अगर 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है तो आप उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर नहीं रख सकते हैं। भारत एशिया कप में अपने अभियान की शुरुआत 10 सितम्बर को यूएई के खिलाफ मैच से करेगा।
भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए जो टीम चुनी है उसमें सैमसन भी शामिल हैं, लेकिन उनके प्लेइंग-11 में शामिल होने को लेकर संशय चल रहा है क्योंकि ओपनिंग के लिए अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल का विकल्प मौजूद है। गिल एशिया कप से टी20 अंतरराष्ट्रीय में वापसी करेंगे। हालांकि, गावस्कर का कहना है कि सैमसन अभिषेक और गिल के बाद तीसरे नम्बर पर उतर सकते हैं।
गावस्कर ने कहा, अगर आप संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कोर टीम में लेते हैं तो आप उन्हें रिजर्व में नहीं छोड़ सकते। हां, मुझे लगता है कि किसी भी चयन समिति के लिए यह एक बहुत बड़ा सिरदर्द है कि आपके पास दो काबिल बल्लेबाज हों और संजू सैमसन जैसा कोई खिलाड़ी हो जो शायद तीसरे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर सके और जरूरत पड़ने पर छठे नंबर पर फिनिशर के तौर पर उतर सके। जितेश ने आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन किया है जहां वह बहुत अच्छा खेले। मुझे लगता है कि यह दौरे की चयन समिति के लिए एक सुखद सिरदर्द है।
गावस्कर का मानना है कि सैमसन को कम से कम कुछ मैच तो मिलेंगे ही। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि शायद सैमसन को कम से कम पहले कुछ मैचों के लिए जितेश से पहले मौका मिल जाएगा और फिर बाकी टूर्नामेंट में उनकी फॉर्म पर निर्भर करेगा। लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा ही होगा। इसलिए मुझे लगता है कि शायद वे सैमसन को तीसरे नंबर पर और तिलक को पांचवें या छठे नंबर पर फिनिशर के रूप में रखने के बारे में सोच रहे होंगे क्योंकि हार्दिक पांड्या भी टीम में हैं। इसलिए हार्दिक शायद फिर से पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे।
गावस्कर का मानना है कि रिंकू सिंह या शिवम दुबे में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ सकता है। गावस्कर ने यह भी स्पष्ट किया कि जसप्रीत बुमराह को कार्यभार संबंधित कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि वह प्रति मैच केवल चार ओवर ही गेंदबाजी करेंगे और वह भी दो या तीन स्पैल में।