भारत ने वर्ल्ड कप तीरंदाजी में जीते दो गोल्ड सहित सात पदक

चीन में भारतीय टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर बनाया रिकॉर्ड

खेलपथ संवाद

सोनीपत। चीन के बीजिंग में 6 से 11 मई तक आयोजित तीरंदाजी वर्ल्ड कप स्टेज-2 में भारत के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2 गोल्ड समेत 7 पदक अपने नाम किए। अब तक किसी भी विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में भारतीय टीम द्वारा सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया। प्रतियोगिता में 37 देशों के 369 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे थे।

सोनीपत स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के निदेशक डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि भारतीय टीम का अभ्यास कैंप सोनीपत केंद्र पर लगाया गया था। कैंप के दौरान भारतीय टीम ने विशेषज्ञों की मौजूदगी में कड़ा अभ्यास किया था। उसके बाद सोनीपत कैंप से ही भारतीय टीम बीजिंग पहुंची थी। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों की जीत से राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में खुशी का माहौल है।

बीजिंग में पुरूषों के कंपाउंड वर्ग में भारत के अभिषेक वर्मा, रिषभ यादव और ओजस की जोड़ी ने फाइनल में मैक्सिको की टीम को 232-228 के अंतर से हराकर देश को स्वर्ण पदक दिलाया। महिलाओं के कंपाउंड वर्ग में मधुरा दामनकर ने अमेरिका की करहे कारर्सन को रोचक मुकाबले में 139-138 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। महिलाओं के ही कंपाउंड वर्ग में ज्योति सुरेखा, टी. चिकिथा और मधुरा दामनकर की जोड़ी को फाइनल में मेक्सिको की टीम से 234-222 के अंतर से हार कर सिल्वर मेडल पर संतोष करना पड़ा।

निदेशक डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि मिश्रित टीम के कंपाउंड वर्ग में अभिषेक वर्मा और ज्योति सुरेखा ने मलेशिया की टीम को 144-142 से हराकर ब्रांज मेडल जीता। पुरूषों के कंपाउंड वर्ग में रिषभ यादव ने ट्राई ब्रेक तक चले मुकाबले में कोरिया के किम जोंगो को हराया कर ब्रांज मेडल अपने नाम किया। पुरूषों के रिकर्व वर्ग में पार्थ सोलंखे ने फ्रांस के एडिस बेपटिस्ट को 6-4 से हराते हुए ब्रांज मेडल पर कब्जा जमाया। महिलाओं के रिकर्व वर्ग में दीपिका कुमारी ने कोरिया की कांग चियोंग को एकतरफा मुकाबले में 7-3 से हराकर देश को ब्रांज मेडल दिलाया।

रिलेटेड पोस्ट्स