रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचे मुंबई, विदर्भ और गुजरात

मुंबई ने अपने आखिरी पांच विकेट 10 ओवर में 25 रन के अंदर गंवाए
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
विदर्भ, मुंबई और गुजरात ने मंगलवार को अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मैचों में क्रमशः तमिलनाडु, हरियाणा और सौराष्ट्र पर शानदार जीत के साथ रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में जगह बना ली। चौथी सेमीफाइनलिस्ट टीम के लिए अभी जम्मू-कश्मीर और केरल के बीच जंग जारी है। 
कप्तान अजिंक्य रहाणे ने शानदार शतक जमाया और तेज गेंदबाज रॉयस्टन डायस ने पांच विकेट हासिल किए जिसकी मदद से गत चैंपियन मुंबई ने मंगलवार को हरियाणा को 152 रन से हराकर शान के साथ रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में प्रवेश किया। रहाणे ने चौथे दिन सुबह अपनी पारी 88 रन से आगे बढ़ाई तथा जल्द ही अपने प्रथम श्रेणी करियर का 41वां शतक पूरा किया। उन्होंने 180 गेंद का सामना कर 108 रन बनाए जिसमें 13 चौके शामिल हैं। मुंबई ने उनकी इस शानदार पारी की बदौलत अपनी दूसरी पारी में 339 रन बनाकर हरियाणा के सामने 354 रन का लक्ष्य रखा।
हरियाणा की टीम किसी भी समय लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में नहीं दिखी। उसकी टीम केवल 201 रन बनाकर आउट हो गई। मुंबई की तरफ से डायस ने 39 रन देकर पांच विकेट जबकि शार्दुल ठाकुर ने 26 रन देकर तीन विकेट लिए। हरियाणा के केवल चार बल्लेबाज ही दोहरे अंक में पहुंचे। इनमें सलामी बल्लेबाज लक्ष्य दलाल (64) और सुमित कुमार (62) भी शामिल थे जिन्होंने अर्धशतक बनाए। मुंबई ने अपनी पहली पारी में 315 रन बनाकर हरियाणा को 301 रन पर आउट करके 14 रन की मामूली बढ़त हासिल की थी।
मुंबई ने सुबह अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 278 रन से आगे बढाई। रहाणे ने सुमित कुमार और अंशुल कंबोज पर चौके लगाकर अपना स्कोर 99 रन पर पहुंचाया और फिर एक रन लेकर इस सत्र का अपना पहला शतक पूरा किया। अजिंक्य रहाणे के आउट होने के बाद मुंबई की पारी समाप्त होने में ज्यादा समय नहीं लगा। कल के अविजित बल्लेबाज शिवम दुबे (48) दो रन से अर्धशतक से चूक गए। मुंबई ने अपने आखिरी पांच विकेट 10 ओवर में 25 रन के अंदर गंवाए।
तमिलनाडु को 198 रन से हराकर विदर्भ सेमीफाइनल में
यश राठौड़ के शतक के बाद तेज गेंदबाज नचिकेत भूटे और ऑफ स्पिनर हर्ष दुबे के तीन-तीन विकेट की बदौलत विदर्भ ने मंगलवार को यहां रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के चौथे दिन तमिलनाडु को 198 रन से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। राठौड़ की 213 गेंद में 11 चौकों से 112 रन की पारी और दुबे (64 रन, 104 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के साथ उनकी छठे विकेट की 120 रन की साझेदारी से पिछले सत्र के उप विजेता विदर्भ ने दूसरी परी में 272 रन बनाए और तमिलनाडु को 401 रन का लक्ष्य दिया।
तमिलनाडु की ओर से कप्तान साई किशोर ने 78 रन देकर पांच विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए तमिलनाडु की टीम भूटे (19 रन पर तीन विकेट) और दुबे (40 रन पर तीन विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने सिर्फ 61.1 ओवर में 202 रन पर सिमट गई। तमिलनाडु की ओर से सोनू यादव (57) और प्रदोष रंजन पॉल (53) ने अर्धशतक जड़े लेकिन टीम को लक्ष्य के करीब भी नहीं ले जा सके। इन दोनों के अलावा तमिलनाडु का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को भी नहीं छू पाया।
इससे पहले विदर्भ ने दिन की शुरुआत पांच विकेट पर 169 रन से की और राठौड़ तथा दुबे की पारियों की बदौलत 103 रन और जोड़ने में सफल रही। राठौड़ ने 55 रन से आगे खेलते हुए 16 प्रथम श्रेणी मैच में पांचवां शतक पूरा किया।
सौराष्ट्र को पारी और 98 रन से हराकर गुजरात रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में
तेज गेंदबाजों प्रियजीत जडेजा और अर्जन नागवासवाला ने मिलकर सात विकेट चटकाए जिससे गुजरात ने मंगलवार को यहां सौराष्ट्र को पारी और 98 रन से हराकर रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में जगह बनाई। पहली पारी के आधार पर 295 रन से पिछड़ी सौराष्ट्र की टीम क्वार्टर फाइनल मुकाबले के चौथे दिन दूसरी पारी में भी 197 रन पर सिमट गई। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज प्रियजीत ने 32 रन देकर चार जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नागवासवाला ने 54 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
सौराष्ट्र ने दिन की शुरुआत बिना विकेट खोए 33 रन से की। प्रियजीत ने सलामी बल्लेबाज चिराग जानी (26) को आउट करके गुजरात को दूसरी पारी में पहली सफलता दिलाई और 67 रन की साझेदारी को तोड़ा। इस युवा तेज गेंदबाज ने इसके बाद भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (02) को आउट करके सौराष्ट्र को बड़ा झटका दिया। सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई ने 103 गेंद में नौ चौकों की मदद से 54 रन की पारी खेली लेकिन उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त साथ नहीं मिला।
भारतीय लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (30 रन पर दो विकेट) ने भी सौराष्ट्र के दिग्गज बल्लेबाज शेल्डन जैकसन (27) सहित दो विकेट चटकाए। जैकसन ने अपनी टीम के क्वार्टर फाइनल से बाहर होने के बाद पेशेवर क्रिकेट से संन्यास ले लिया। जैक्सन के आउट होने के बाद सौराष्ट्र की टीम को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा।
पारस डोगरा का शतक, केरल के खिलाफ जम्मू-कश्मीर का पलड़ा भारी
कप्तान पारस डोगरा के शानदार शतक की मदद से जम्मू-कश्मीर ने मंगलवार को रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के चौथे दिन केरल को 399 रन का मुश्किल लक्ष्य दिया। डोगरा के 132 रन की बदौलत जम्मू-कश्मीर ने दूसरी पारी नौ विकेट पर 399 रन पर घोषित की। केरल ने इसके जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 100 रन बनाए। अक्षय चंद्रन 32 और कप्तान सचिन बेबी 19 रन बनाकर खेल रहे हैं।
तेज गेंदबाज युद्धवीर सिंह (31 रन पर दो विकेट) ने केरल की दूसरी पारी में दोनों विकेट चटकाए। रोहन कुन्नुमल ने 39 गेंद पर 36 रन की तेज पारी खेली लेकिन इसके बाद कन्हैया वधावन को कैच दे बैठे जिससे जम्मू-कश्मीर को पहली सफलता मिली। शॉन रोजर (06) युद्धवीर का दूसरा शिकार बने जिससे केरल का स्कोर दो विकेट पर 70 रन हो गया।
चंद्रन और बेबी ने हालांकि इसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक केरल को और झटके नहीं लगने दिए। केरल को अंतिम दिन जीत के लिए 299 रन की जरूरत है जबकि उसके आठ विकेट शेष है। जम्मू-कश्मीर को मौके का पूरा फायदा उठाना होगा क्योंकि उसके पास पांचवें दिन की पिच पर केरल को दबाव में लाने के लिए गेंदबाज हैं और बचाव के लिए पास काफी रन भी हैं। इससे पहले डोगरा ने अपने कल के 73 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया और शानदार शतक जड़ा। वधावन के रूप में उन्हें उम्दा जोड़ीदार मिला जिन्होंने 116 गेंद में पांच चौकों से 64 रन की पारी खेली। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 146 रन जोड़े।
डोगरा ने अपनी पारी के दौरान 13 चौके और दो छक्के लगाए। जम्मू-कश्मीर के लिए साहिल लोत्रा ने भी 77 गेंद में 59 रन बनाए जबकि लोन नासिर (28) और युद्धवीर (नाबाद 27) ने भी उपयोगी पारियां खेलीं। पहली पारी में छह विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज एमडी निधीश 89 रन पर चार विकेट चटकाकर दूसरी पारी में भी केरल के सबसे सफल गेंदबाज रहे। नेदुमनकुझी बेसिल (100 रन पर दो विकेट) और आदित्य सरवटे (76 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट लिए।

 

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