पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया पर किया पलटवार

ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी में 67/7, भारत से अब भी 83 रन पीछे
खेलपथ संवाद
पर्थ।
पर्थ टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में सात विकेट गंवाकर 67 रन बना लिए हैं। भारत ने अपनी पहली पारी में 150 रन बनाए थे। इस लिहाज से ऑस्ट्रेलिया अब भी 83 रन पीछे है। भारतीय बल्लेबाजी के फ्लॉप रहने के बाद और 150 रन पर ऑलआउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया हावी है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी और भी खराब रही। अभी तक कोई भी कंगारू बल्लेबाज 20 के आंकड़े से ऊपर नहीं जा सका है। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने अब तक चार विकेट लिए हैं।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही थी। तीसरे ही ओवर में बुमराह ने नाथन मैकस्वीनी को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 10 रन बना सके। इसके बाद बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को कोहली के हाथों कैच कराया, फिर अगली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। ख्वाजा आठ रन और स्मिथ खाता नहीं खोल सके। ट्रेविस हेड को डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने क्लीन बोल्ड किया। वह 11 रन बना सके। वहीं, मिचेल मार्श छह रन बनाकर मोहम्मद सिराज का शिकार बने। सिराज ने इसके बाद लाबुशेन को एल्बीडब्ल्यू किया। वह 52 गेंद में दो रन बना सके। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को भारतीय कप्तान बुमराह ने पंत के हाथों कैच कराया। वह तीन रन बना सके। फिलहाल एलेक्स कैरी 19 रन और मिचेल स्टार्क छह रन बनाकर नाबाद हैं। बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए, जबकि हर्षित राणा को एक विकेट मिला।
इससे पहले भारत की पहली पारी 150 रन पर सिमट गई थी। टीम इंडिया के 11 बल्लेबाज मिलकर 50 ओवर भी बल्लेबाजी नहीं कर पाए। 49.3 ओवर में पूरी टीम सिमट गई। नीतीश रेड्डी ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए। इसके अलावा ऋषभ पंत ने 37 और केएल राहुल ने 26 रन की पारी खेली। भारत की शुरुआत खराब रही थी। यशस्वी जायसवाल और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए देवदत्त पडिक्कल खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। विराट कोहली पांच रन और ध्रुव जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए। वॉशिंगटन सुंदर भी चार रन बना सके। पंत और नीतीश ने सातवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को कमिंस ने तोड़ा। पंत के आउट होते ही भारतीय पारी 150 रन पर सिमट गई। हर्षित राणा सात रन और बुमराह आठ रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से जोश हेजलवुड ने चार विकेट लिए। वहीं, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और मार्श को दो-दो विकेट मिले। इसी के साथ चायकाल भी हो गया।
गाबा टेस्ट के बाद पहली बार अश्विन या जडेजा के बिना उतरा भारत
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की अनुभवी स्पिन जोड़ी को पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में मौका नहीं मिला। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस के दौरान इस फैसले की पुष्टि की कि इन दोनों की अनुपस्थिति से वॉशिंगटन सुंदर के एकमात्र स्पिनर के रूप में खेल रहे हैं। बुमराह ने टॉस जीतने के बाद अपने चयन की पुष्टि करते हुए कहा, 'वाशी एकमात्र स्पिनर हैं।' रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में कप्तानी कर रहे बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है।
पिछली बार जडेजा और अश्विन दोनों भारत के टेस्ट लाइनअप से जनवरी 2021 में प्रतिष्ठित गाबा टेस्ट में अनुपस्थित रहे थे। तब जडेजा अंगूठे में फ्रैक्चर के कारण मैच नहीं खेल पाए थे, जबकि अश्विन पीठ की समस्या के कारण मैच से बाहर हो गए थे। गाबा 2021 टेस्ट में ही वॉशिंगटन सुंदर ने इस प्रारूप में डेब्यू किया था और भारत की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
सुंदर ने चार विकेट लिए महत्वपूर्ण अर्धशतक बनाया था। साथ ही शार्दुल ठाकुर के साथ अहम साझेदारी भी की थी। इन दोनों की बदौलत ही भारत ने ब्रिस्बेन में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी और गाबा में ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़ा था। अपने डेब्यू के बाद सुंदर ने केवल कुछ ही टेस्ट खेले हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों के अनुकूल उनकी क्षमता एक महत्वपूर्ण कारक है। ऑस्ट्रेलिया में 42 की बल्लेबाजी औसत और नियंत्रण और निरंतरता दिखाने वाले गेंदबाजी के कारण सुंदर ने अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
अश्विन-जडेजा के नहीं खेलने से एक्सपर्ट्स हैरान
अश्विन और जडेजा की अनुपस्थिति को कई ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों ने आश्चर्यजनक बताया। अश्विन, 3,474 टेस्ट रन और 470 से अधिक विकेट और जडेजा, 3,235 रन और 275 विकेट के साथ पिछले कई वर्षों से भारत के लिए प्राथमिकता रहे हैं। दोनों खिलाड़ी बल्लेबाजी लाइनअप को महत्वपूर्ण गहराई भी प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें बाहर करना मुश्किल हो जाता है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल हसी ने इस फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, 'अश्विन और जडेजा बल्ले से भी मदद कर सकते हैं। उनका अनुभव मूल्यवान होता।'
सुंदर का चयन ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के कई बल्लेबाजों के खिलाफ भारत की रणनीति को दर्शाता है। ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष सात में उस्मान ख्वाजा और ट्रेविस हेड समेत पांच बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। इसके अलावा सुंदर का हालिया घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फॉर्म भी संतोषजनक रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 7/59 और 4/56 के आंकड़े दर्ज किए थे। उन्होंने लगातार विकेट लेने और नियंत्रण बनाए रखने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।

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