सूर्यकुमार ने तिलक वर्मा को भविष्य का सितारा बताया

सीरीज जीत के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल रहा उत्साहपूर्ण
खेलपथ संवाद
सेंचुरियन।
भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा की सराहना की है। उन्होंने कहा कि तिलक ने जो कहा था, वह करके दिखाया है। इस युवा खिलाड़ी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो टी20 में शतक लगाकर इतिहास रच दिया। तिलक ने सूर्यकुमार से तीसरे टी20 से पहले उन्हें नंबर तीन पर भेजने की विनती की थी। सूर्यकुमार ने इसकी इजाजत दी और फिर जो हुआ, वह इतिहास बन गया। भारतीय टीम ने लगातार दोनों टी20 जीते और सीरीज पर भी 3-1 से कब्जा जमाया।
कभी विराट कोहली नंबर तीन के महारथी माने जाते थे। इस महत्वपूर्ण नंबर के लिए हाल के दिनों में कई बल्लेबाजों को आजमाया गया है। टीम थिंक-टैंक ने टी20 विश्व कप के दौरान ऋषभ पंत के साथ भी प्रयोग किया था। हालांकि, उन्हें थोड़ी सफलता मिली थी। तब से, ऋतुराज गायकवाड़, अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों ने कप्तान सूर्यकुमार यादव द्वारा नंबर तीन की भूमिका संभालने से पहले इस पोजिशन पर बल्लेबाजी की थी। अब भारत को नया नंबर तीन मिल गया है। 22 साल के तिलक ने बता दिया है कि क्यों उन्हें आईपीएल के बाद से भविष्य का सितारा बताया जा रहा है।
मैच के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव, जिन्होंने मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर के लिए अपना स्थान बलिदान किया, इससे सहमत दिखे। सूर्यकुमार ने मैच के बाद कहा कि तिलक आने वाले समय के बड़े खिलाड़ी हैं। बीसीसीआई ने सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम का वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में सूर्यकुमार बोलते दिखाई पड़े।
सूर्यकुमार ने चौथे टी20 में भारत की 135 रन की बड़ी जीत के बाद कहा, 'मेरे दिमाग में चल रहा था कि एक समय ऐसा भी आया है जब एक व्यक्ति (विराट) ने नंबर तीन पर लगातार बल्लेबाजी की है और भारत के लिए चमत्कार किए हैं। ऐसे में एक युवा लड़के को यह स्थान देने का सही मौका था। निश्चित रूप से तिलक के साथ इस स्थान पर बहुत सी संभावनाएं दिख रही हैं। हम दोनों ने वास्तव में एक-दूसरे से बात की और उन्होंने जिम्मेदारी स्वीकार की। उस वक्त तो तिलक जिम्मेदारी स्वीकार कर चले गए, लेकिन मैदान पर जिस तरह उन्होंने बल्ले से बात की, वह देखना अविश्वसनीय था। आशा है कि वह न केवल टी20 में बल्कि सभी प्रारूपों में ऐसा करना जारी रखेंगे।'
तिलक और संजू सैमसन के शतकों की बदौलत भाारत ने एक विकेट पर 283 रन का विशाल स्कोर बनाया, जो पुरुषों की टी20 अंतरराष्ट्रीय में पांचवां सबसे बड़ा स्कोर है। तिलक ने 47 गेंदों में नाबाद 120 रन बनाए, जबकि सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन ने पिछले दो मैचों में दो बार शून्य पर आउट होने के बाद 56 गेंदों में नाबाद 109 रन बनाकर पिछली पांच पारियों में तीसरा शतक जड़ा। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 86 गेंदों पर 210 रन जोड़े, जो टी20 में भारत के लिए किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
सूर्यकुमार ने कहा, 'टी20 विश्व कप (जीतने) से पहले भी हमने कुछ टी20 मैच खेले थे। हमने इस बारे में बात की थी कि हम आगे किस ब्रांड और किस प्रकार की क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हम अलग-अलग फ्रेंचाइजी के लिए आईपीएल खेलते हैं, लेकिन जब हम एक साथ आते हैं, तो हम वही काम करना चाहते हैं जो हम अपनी फ्रेंचाइजी के लिए करते हैं। टी20 विश्व कप के बाद, हमने बस उसी का पालन किया।
कप्तान ने कहा, 'यह बताता है कि भारतीय क्रिकेट का आधार कितना मजबूत है। लोग अपने-अपने राज्यों के लिए बहुत घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं। लोग वापस जाकर अपने राज्यों के लिए खेलना चाहते हैं। यह उनके खेलने की इच्छा के बारे में बहुत कुछ बताता है। यह बताता है कि खेलने को लेकर उनका जुनून,  स्थिति, प्रदर्शन और निरंतरता कितनी है।' सैमसन ने ओपनिंग में अपना दबदबा दिखाया है। उनसे जब शुभमन गिल और यशस्वी जयसवाल की वापसी के बाद सैमसन की जगह के बारे में पूछा गया, तो सूर्यकुमार ने इसे टीम के लिए अच्छा सिरदर्द बताया।
सूर्यकुमार ने कहा, 'मैंने इतना आगे के बारे में नहीं सोचा है। मैं इस पल में जीना पसंद करता हूं क्योंकि यह एक विशेष जीत है, एक विशेष सीरीज जीत है। जब वे वापस आएंगे तो हम इस पर शांति से चर्चा करेंगे (अराम से)। यह कठिन होगा और आगे के लिए यह अच्छा सिरदर्द है। टीम में 20-25 खिलाड़ियों का होना और 11 को चुनना एक चुनौती है, लेकिन यह किसी भी टीम के लिए बहुत अच्छी स्थिति है। टीम प्रबंधन, चयनकर्ता और बीसीसीआई इस सिरदर्द को संभाल लेंगे। कोई दिक्कत नहीं है।'

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