ऑस्ट्रेलिया से मिली हार पर छलका हरमनप्रीत का दर्द
कहा- 'वो एक-दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं थे'
खेलपथ संवाद
शारजाह। करो या मरो मैच में रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को नौ रनों से हराकर उनकी सेमीफाइनल की राह मुश्किल बना दी है। शारजाह में खेले गए मुकाबले में गत चैंपियन ने बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी के दौरान भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और +2.223 के नेट रनरेट के साथ अंतिम चार में जगह बना ली। इस मैच में मिली शिकस्त के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने निराशा जताई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पूरी टीम ने योगदान दिया।
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में आठ विकेट पर 151 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 142 रन ही बना सकी। भारत को ऑस्ट्रेलिया के नेट रनरेट से आगे निकलने के लिए 10.2 ओवर या उससे पहले लक्ष्य का पीछा करना था। वहीं, हारने पर भारत को यह सुनिश्चित करना था कि उनका स्कोर 139 रन से ज्यादा हो वरना उनका नेट रनरेट न्यूजीलैंड से कम हो सकता था।
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा- मुझे लगता है कि उनकी पूरी टीम ने योगदान दिया, वे किसी एक या दो खिलाड़ी पर निर्भर नहीं थे। उनके पास कई ऑलराउंडर हैं जिन्होंने योगदान दिया। हमने अच्छी योजना बनाई थी और हम मैच में अंत तक बने थे। लेकिन उन्होंने आसानी से रन नहीं दिये और हमारे लिए रास्ते कठिन हो गए। इस दौरान भारतीय कप्तान ने राधा यादव की तारीफ की। उन्होंने कहा- राधा ने बहुत अच्छी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण किया। इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था। हमारे हाथ में जो था, हमने कोशिश की, लेकिन कुछ चीज़ें आपके नियंत्रण में नहीं होती हैं।
मैकग्रा ने की अपनी टीम की तारीफ
कप्तान हरमनप्रीत कौर की अर्धशतकीय पारी काम नहीं आई। भारत को अंतिम ओवर में 14 रन की जरूरत थी। हरमनप्रीत विकेट पर थीं, लेकिन सदरलैंड के ओवर में भारत ने चार विकेट खोकर मैच गंवा दिया। ऑस्ट्रेलिया की कार्यवाहक कप्तान ताहलिया मैकग्रा ने कहा- हम हर मैच जीतना चाहते थे। भारत ने अच्छी टक्कर दी, लेकिन हमारी खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया, मुझे उन पर गर्व है। आज कई खिलाड़ियों की भूमिका अलग थी, लेकिन उन्होंने अपना काम किया। हम लगातार यह बात कर रहे थे कि इस विकेट पर क्या अच्छा स्कोर हो सकता है। हमें पता था कि हमारी बल्लेबाजी में गहराई है और हम पूरी आजादी के साथ खेल सकते हैं।