विराट कोहली या रोहित नहीं ऋषभ पंत पर है ऑस्ट्रेलियाई टीम का ध्यान
कप्तान कमिंस ने अपनी टीम को चेताया भारतीय बल्लेबाज को रोकना होगा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल के अंत में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। ऑस्ट्रेलियाई धरती पर होने वाली इस सीरीज में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की भूमिका अहम होगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस का ध्यान इन दो भारतीय खिलाड़ी नहीं, बल्कि ऋषभ पंत को रोकने पर है। पंत ने खुलासा करते हुए बताया कि कंगारू टीम की नजरें पंत को रोकने पर टिकी होंगी।
कमिंस का कहना है कि पंत उन बल्लेबाजों में शामिल हैं जिनके पास मैच का रुख मोड़ने की क्षमता है, इसलिए ऑस्ट्रेलिया को इस बल्लेबाज से सतर्क रहने की जरूरत है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के नाम होने वाली टेस्ट सीरीज की शुरुआत 22 नवंबर से पर्थ में होने वाले मुकाबले से होगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया से लगातार दो बार यह सीरीज जीती है और अब उसकी नजरें हैट्रिक लगाने पर टिकी होंगी। भारत ने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया में कंगारू टीम को हराया था और गाबा का घमंड तोड़ा था। उस सीरीज में पंत ने काफी अहम भूमिका निभाई थी।
कमिंस ने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, पंत एक ऐसा खिलाड़ी है जिसका पिछली कुछ सीरीज में बहुत बड़ा प्रभाव रहा है और हमें उसे शांत रखने की कोशिश करनी होगी। हर टीम में एक या दो ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो मैच का रुख बदल सकते हैं। आप जानते हैं, हमारे पास ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श जैसे खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि इन खिलाड़ियों के साथ वे आक्रामक होने जा रहे हैं। अगर आप थोड़ा भी चूकते हैं तो वे इसके लिए तैयार रहेंगे।
पंत ने 632 दिन बाद टेस्ट में की थी वापसी
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पंत ने दिसंबर 2022 में कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से लाल गेंद के प्रारूप में वापसी की है। पंत 632 दिन के लंबे अंतराल के बाद भारत के लिए टेस्ट खेलने उतरे थे। उन्होंने चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जड़ा था।
पंत ने ऑस्ट्रेलिया में किया था प्रभावशाली प्रदर्शन
रिवर्स और एक हाथ से फ्लिक जैसे अपने गैरपारंपरिक शॉट के लिए पहचाने जाने वाले पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पिछली दो टेस्ट सीरीज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पंत ने इस दौरान 12 पारियों में 62.40 के प्रभावशाली औसत से 624 रन बनाए जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 159 रन रहा। उन्होंने 2021 में गाबा में दूसरी पारी में नाबाद 89 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया की इस मैदान पर 32 साल में पहली हार सुनिश्चित की और भारत को 2-1 से सीरीज में जीत भी दिलाई।