स्वदेश लौटने पर पैरा खिलाड़ियों का आत्मीय स्वागत

परिजनों और प्रशंसकों ने अपने जांबाजों को पहनाई मालाएं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय पैरा एथलीटों का शनिवार को पेरिस से स्वदेश लौटने पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। निशानेबाज अवनि लेखरा (स्वर्ण), मनीष नरवाल (रजत), मोना अग्रवाल (कांस्य), तीरंदाज राकेश कुमार (कांस्य), क्लब थ्रो प्रणव सूरमा (कांस्य) ने पेरिस ओलम्पिक में पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया था। 
खिलाड़ियों का हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उनके परिजन भी मौजूद रहे। उन्होंने मालाएं पहनाईं और प्रशंसकों ने पेरिस में तिरंगा लहराने के लिए आभार जताया। पैरालम्पिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वालीं अवनि ने कहा- पेरिस में सफर अच्छा रहा। वहीं, मनीष ने इतना प्यार देने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। स्वदेश लौटने के बाद पेरिस में स्वर्ण पदक जीतने वाली निशानेबाज अवनि लेखरा ने अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा- मुझे अच्छा लग रहा है। इस बार का सफर मुश्किल था, पिछली बार से ज्यादा मुश्किल। पहली बार कोई भी खिलाड़ी सिर्फ अनुभव हासिल करना चाहता है और किसी भी तरह की उम्मीद नहीं रखता लेकिन इस बार मुझे खुद से उम्मीदें थीं और बाकी सभी को भी। पूरे भारतीय दल ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं कुछ हफ्ते आराम करुंगी जिसके बाद मैं नेशनल्स की तैयारी शुरू करुंगी।
क्लब थ्रो इवेंट में रजत पदक जीतने वाले प्रणव सूरमा ने अपनी उपलब्धि पर खुशी जताई। उन्होंने कहा-  मैं पैरालंपिक में अपने पहले मैच में पदक जीतकर खुश हूं। ओलंपिक या पैरालंपिक में भाग लेना हर एथलीट का सपना होता है और पदक जीतना सोने पर सुहागा जैसा है। मैंने पहले एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और अब पैरालंपिक में रजत पदक ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है।  मैं अपनी गलतियों पर काम करूंगा और अगली बार बेहतर प्रदर्शन करूंगा। पैरालंपिक में हमारा प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा है। प्रतिस्पर्धा बेहद कठिन हो गई है, इसलिए हमें हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
पैरालंपिक शूटिंग में रजत पदक विजेता मनीष नरवाल ने कहा- इस बार अपने पिछले प्रदर्शन को बरकरार रखने और सबकी उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव था। प्रतिस्पर्धा दिन-प्नतिदिन कठिन होती जा रही है। निशानेबाजी में कांस्य पदक विजेता रुबीना फ्रांसिस ने पीएम से मुलाकात पर बात की। उन्होंने कहा- इस पदक के साथ जो जिम्मेदारी मिली है, उसे मैं प्रेरणा के रूप में लूंगी। इस सफर में मैं अकेली नहीं थी, हर पदक के पीछे पूरी टीम होती है। 8 साल के अपने सफर में मैंने इस टीम के साथ अच्छे और बुरे दोनों दौर देखे हैं। मैं तीसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी से मिलूंगी लेकिन मेरा उत्साह पहली बार जैसा ही है।
पेरिस में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन 
पेरिस में चल रहे पैरालंपिक में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। देश पहले ही पैरा खेलों के इतिहास में अपने सबसे ज्यादा पदक जीत चुका है। भारत ने अब तक कुल 27 पदक जीते हैं। इनमें छह स्वर्ण, नौ रजत और 12 कांस्य पदक शामिल हैं। ऊंची कूद के खिलाड़ी प्रवीण कुमार, निशानेबाज अवनि लेखरा, भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल, तीरंदाज हरविंदर सिंह, बैडमिंटन स्टार नितेश कुमार और क्लब थ्रोअर धरमबीर नैन ने भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते। भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ पदक टोक्यो 2020 पैरालिंपिक में था, जहां देश ने पांच स्वर्ण समेत 19 पदक जीते थे।

 

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