अफगानिस्तान के खिलाफ जीत का चौका लगाने उतरेगा भारत
अफगानिस्तान के सामने भारतीय बल्लेबाजों की होगी परीक्षा
खेलपथ संवाद
बारबाडोस। टी20 विश्व कप 2024 में आज भारत का सामना सुपर-8 में अफगानिस्तान से होगा। यह मैच बारबाडोस में खेला जाएगा। दोनों टीमें सुपर-8 में ग्रुप-1 में हैं। भारत के लिए अफगानिस्तान की चुनौती आसान नहीं होगी। हालांकि, टीम इंडिया ग्रुप-स्टेज के तीन मैच जीतकर यहां आई है, जबकि अफगानिस्तान को वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल के लिए अपना दावा मजबूत करना चाहेगी।
दोनों टीमों के बीच अब तक टी20 में कुल आठ मुकाबले खेले गए हैं। इनमें से टीम इंडिया ने सात मैच जीते हैं। वहीं, एक का कोई नतीजा नहीं निकला। टी20 विश्व कप में दोनों टीमें तीन बार आमने-सामने आ चुकी हैं। भारतीय टीम ने तीनों ही मैच जीते हैं। ऐसे में टीम इंडिया अफगानिस्तान के खिलाफ जीत का चौका लगाने उतरेगी। इतना ही नहीं दोनों के बीच पिछले तीन मैच भारत ने ही जीते हैं।
इसी साल जनवरी में अफगानिस्तान की टीम भारत के दौरे पर आई थी। तीन मैचों की सीरीज खेली गई थी और भारत ने सीरीज 3-0 से अपने नाम की थी। सीरीज का आखिरी मुकाबला डबल सुपरओवर में गया था, जिसे टीम इंडिया ने जीता था। इस हिसाब से भी भारतीय टीम अफगानिस्तान के खिलाफ लगातार चार मैच जीतने उतरेगी। सुपर-8 के लिए टीम इंडिया में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं। कुलदीप यादव या युजवेंद्र चहल में से किसी एक को खेलने का मौका मिल सकता है।
भारतीय टीम टी20 विश्व कप में सुपर-8 अभियान की शुरुआत बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान के खिलाफ करने जा रही है। टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच हो या फिर टी-20 विश्वकप, अफगानिस्तान की टीम भारत को कभी नहीं हरा पाई है। बावजूद इसके रोहित शर्मा की टीम छुपे रुस्तम अफगानिस्तान को हल्के में नहीं लेगी। कारण साफ है, अफगानिस्तान इस विश्वकप में तीन जीत हासिल कर सुपर-8 में पहुंचा है। उसने न्यूजीलैंड जैसी टीम को महज 75 रन पर समेटकर 84 रन से बड़ी जीत हासिल की थी।
उसकी ताकत कप्तान राशिद खान की अगुआई में उसके गेंदबाज हैं। इस मुकाबले में भारतीय टीम के सामने उलझन टीम संयोजन को लेकर होगी। अमेरिका के मुकाबले वेस्टइंडीज में पिचों का मिजाज धीमा और कुछ हद तक बल्लेबाजों के हक में है। ऐसे में कुलदीप यादव को लेकर मंथन चल रहा है। देखना होगा कि रोहित शर्मा टीम में कुलदीप या चहल में से किसी को लेकर आते हैं या फिर अंतिम एकादश में कोई छेड़छाड़ नहीं करते हैं।
केंसिंग्टन ओवल में भारतीय टीम के अभ्यास सत्र को देखकर लगा कि यहां स्पिनरों को मदद मिलने वाली है। साथ ही नई गेंद से तेज गेंदबाजों को स्विंग भी मिलेगा। न्यूयॉर्क में भारत तेज गेंदबाज बुमराह, सिराज, अर्शदीप और ऑलराउंडर हार्दिक, शिवम दुबे, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल के साथ उतरा था। इस आक्रमण के साथ उतरने में रोहित को बल्लेबाजी में गहराई मिल रही है, जिसका गेंदबाजी को सहायता देने वाली अमेरिकी पिचों पर भारत को फायदा भी मिला। ब्रिजटाउन में भारत को एक कलाई के स्पिनर की जरूरत होगी। देखना यह होगा कि कुलदीप को अर्शदीप या सिराज पर वरीयता दी जाती है या फिर उन्हें सिराज के स्थान पर खिलाया जाता है। कोच राहुल द्रविड़ ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बदलाव के संकेत भी दिए हैं। उन्होंने कुलदीप-चहल में से किसी एक रिस्ट स्पिनर को खिलाने की वकालत की है।
शिवम दुबे की खासियत स्पिनरों पर छक्का लगाने की है। अमेरिका में उन्हें तेज गेंदबाजों के सामने ज्यादा मौका नहीं मिला। वह सिर्फ एक छक्का लगा पाए, लेकिन यहां उनके सामने स्पिनर होंगे। अफगानिस्तान के पास राशिद खान, नूर अहमद, मोहम्मद नबी जैसे स्पिनर हैं। ऐसे में रोहित शिवम को टीम में बरकरार रख सकते हैं। बल्लेबाजी में गहराई के चलते रोहित अक्षर को भी टीम में रखना चाहेंगे। ऐसे में कुलदीप की टीम में जगह एक तेज गेंदबाज को कम करने से बन रही है। रोहित पहले भी कह चुके हैं कि उनकी कोशिश अपने चारों ऑलराउंडरोंं को टीम में खिलाने की होगी, जिससे उन्हें निचले क्रम तक बल्लेबाजी मिल सके।
विराट ने रनों के लिए जमकर बहाया पसीना
टीम संयोजन केे अलावा भारत की एकमात्र चिंता विराट कोहली का ग्रुप दौर में नहीं चलना हो सकता है। विराट ओपनिंग करते हुए तीन मैचों में सिर्फ पांच रन बना पाए हैं। अमेरिका के खिलाफ वह गोल्डन डक पर आउट हुए थे। हालांकि अभ्यास सत्र में विराट ने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने हर तरह के गेंदबाज पर लंबी बल्लेबाजी की। उम्मीद यही है कि विराट एक बार फिर रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने उतरेंगे। सूर्यकुमार भी अमेरिका के खिलाफ नाबाद 50 रन बनाकर अपने फॉर्म में आने का परिचय दे चुके हैं। हार्दिक पंड्या गेंदबाजी से शानदार रहे हैं, लेकिन बल्लेबाजी में उन्हें अपनी छाप छोडऩे की जरूरत है। पाकिस्तान के खिलाफ वह नहीं चल पाए थे।
फारूकी से रहना होगा सावधान
अफगानिस्तान को अपने अंतिम ग्रुप मैच में मेजबान वेस्टइंडीज के हाथों करारी हार मिली है। कप्तान राशिद खान इस हार को झटके रूप में जरूर देख रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि टीम मनोबल काफी ऊंचा है और यह हार हमें प्रभावित नहीं करेगी। राशिद कहते हैं कि हम अपना पहला लक्ष्य हासिल कर चुके हैं। अब दूसरे लक्ष्य को हासिल करने की बारी है। अफगानिस्तान के लिए इस विश्वकप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी एक हीरो के रूप में उभरे हैं। वह चार मैचों में 12 विकेट ले चुके हैं और टूर्नामेंट में अब तक सर्वाधिक विकेट हासिल करने गेंदबाज हैं। रोहित और विराट का बतौर ओपनर उनका सामना करना आसान नहीं होगा। उन्हें नई गेंद से काफी स्विंग मिली है। उन्हें अब तक खेलना आसान नहीं रहा है।
मध्य ओवर में अफगानिस्तान के पास खुद राशिद खान हैं, जो काफी किफायती रहते हैं। भारतीय मध्य क्रम के सामने उन के खिलाफ रन बनाने की चुनौती रहेगी। हालांकि भारत के पास अफगानिस्तान की स्पिन की काट में पावरप्ले में तेजी रन बनाना होगी। वेस्टइंडीज ने यही किया। उन्होंने पावरप्ले में रिकॉर्ड 92 रन बनाकर अफगानिस्तानी स्पिनरों को बैकफुट पर ला दिया था। बल्लेबाजी में अफगानिस्तान रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान पर अब तक निर्भर रहा है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जड़ेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रित बुमरा, अर्शदीप सिंह।
अफगानिस्तान: रहमानुल्लाह गुरबाज़ (विकेटकीपर), इब्राहिम जादरान, गुलबदीन नायब, अजमतुल्लाह उमरजई, मोहम्मद नबी, नजीबुल्लाह जादरान, करीम जनत, राशिद खान (कप्तान), नूर अहमद, नवीन-उल-हक, फजलहक फारूकी।