जसप्रीत बुमराह ने आलोचकों पर साधा निशाना

साल भर पहले तक करियर खत्म होने की बातें कही गईं
खेलपथ संवाद
न्यूयॉर्क।
टी20 विश्व कप 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत को बेहतरीन जीत दिलाने वाले जसप्रीत बुमराह ने आलोचकों पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि एक साल पहले तक लोग उनके करियर के खत्म होने की बातें कर रहे थे और अब उन्हें सर्वश्रेष्ठ कहा जा रहा है। बुमराह ने 2022 में पीठ के निचले हिस्से में ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ के लिए सर्जरी कराई थी जिसके कारण वह आस्ट्रेलिया में 2022 टी20 विश्व कप में नहीं खेल पाए थे। 
बुमराह करीब एक साल के लिए क्रिकेट से बाहर हो गए थे। लोग उनके तीनों प्रारूपों में खेलने की काबिलियत पर सवाल उठाने लगे थे। 2023 में बुमराह ने वापसी की और फिर एशिया कप, वनडे विश्व कप में हिस्सा लिया। अब वह टी20 विश्व कप में भी टीम इंडिया के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। बुमराह ने पिछले एक साल में तीनों प्रारूपों को मिलाकर कुल 67 विकेट झटके हैं और आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ कम स्कोर वाले टी20 विश्व कप मुकाबले में 14 रन देकर और तीन विकेट लेकर वह प्लेयर ऑफ द मैच भी बने थे। बुमराह ने वापसी करने की उनकी काबिलियत पर शक करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा, 'एक साल पहले तक ये ही लोग कह रहे थे कि मैं शायद फिर दोबारा नहीं खेल पाऊंगा और मेरा करियर खत्म हो गया है। अब वही मुझे सर्वश्रेष्ठ बता रहे हैं।'
कैसे इतनी अच्छी गेंदबाजी करते हैं बुमराह?
बुमराह ने कहा, 'मैं मैच में इस चीज पर ध्यान नहीं देता कि मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से गेंदबाजी कर रहा हूं या नहीं, बल्कि मैं मैच के मौजूदा हाल पर ध्यान देता हूं और उसी के मुताबिक गेंदबाजी करता हूं। मैं जानता हूं कि यह ऐसा जवाब है जो हर कोई देता है, लेकिन यही सच है। पाकिस्तान के खिलाफ भी मैं इस बात पर ध्यान देने की कोशिश कर रहा था कि इस तरह के विकेट पर किस तरह की गेंदबाजी अच्छी हो सकती है। मैं बल्लेबाजों के लिए शॉट लगाना कितना मुश्किल कर सकता हूं? मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प क्या हैं? इन सब सवालों का जवाब ढूंढ़ते हुए मैं मौजूदा हालात में रहने की कोशिश करता हूं।'
तेज गेंदबाज अक्सर दबाव वाली स्थिति में कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं। गेंदबाज या तो यॉर्कर या बाउंसर फेंकने की कोशिश करते हैं, लेकिन बुमराह को लगता है कि किसी को भी इनकी अति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'अगर हम कुछ अलग करने को बेताब होंगे या इसकी ज्यादा कोशिश करेंगे तो बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाएगा और कम स्कोर को देखते हुए हमें परिस्थितियों को देखकर अति नहीं करनी चाहिए।' बुमराह ने कहा, 'जब भी मदद मिलती है तो आपका उत्साहित होना लाजमी है। आप बल्लेबाज को लुभाने के लिए बाउंसर, आउट स्विंगर, इन स्विंगर डाल सकते हो, लेकिन आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। मैंने यही सीखा है। इस मैच में हमने दबाव जरूर बनाया था। गेंद में थोड़ा मूवमेंट था, लेकिन पिछले मैच की तरह इतना ज्यादा नहीं था।

 

रिलेटेड पोस्ट्स