इंग्लैंड पर धर्मशाला में भी होगा भारतीय स्पनरों का डर

क्या इंग्लैंड फिर होगा चारों खाने चित, कहर बनकर टूटेंगे भारतीय स्पिनर्स!
खेलपथ संवाद
धर्मशाला।
भारत और इंग्लैंड के बीच गुरुवार से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले की शुरुआत हो रही है। यह मैच धर्मशाला में खेला जाएगा। टीम इंडिया फिलहाल सीरीज में 3-1 से आगे है और पांचवां टेस्ट जीतकर इंग्लैंड को करारी शिकस्त देने की फिराक में है। हालांकि, इस पूरे सीरीज में पिच को लेकर काफी बातें हुईं। जब इंग्लैंड ने हैदराबाद में पहला टेस्ट जीता था तो वहां के पूर्व क्रिकेटरों ने स्पिन पिच को लेकर भारत पर तंज कसा था।
इसके बाद भारतीय टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए बिना ज्यादा स्पिन वाली पिचों पर भी इंग्लैंड को शिकस्त दी और 3-1 से सीरीज में अजेय बढ़त बनाई। अब इस बात को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है कि धर्मशाला की पिच कैसी होगी। आमतौर पर देखा गया है कि धर्मशाला में तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में यह बातें सामने आ रही हैं कि इस मैच के लिए टर्निंग विकेट तैयार की गई है। इंग्लिश बल्लेबाजों को एक बार फिर स्लो टर्निंग विकेट का सामना करना पड़ सकता है। 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पांचवें टेस्ट में एक बार फिर स्पिनरों का बोलबाला देखने को मिल सकता है। दरअसल, धर्मशाला में फिलहाल मौसम की हालत खराब है। अगले कुछ दिनों तक वहां बारिश हो सकती है और मैच में खलल पड़ सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी से बचने और मैच को जल्दी खत्म करने के लिए पिच को स्लो टर्नर बनाया जा सकता है। इतना ही नहीं बेमौसम बरसात की वजह से क्यूरेटर को पिच पर ज्यादा काम करने का मौका नहीं मिला। क्यूरेटर के भारतीय टीम मैनेजमेंट के साथ चर्चा करने की उम्मीद है और वह इस बात पर चर्चा करेंगे कि अंतत: तैयार की गई पिच किस प्रकार की होगी।
धर्मशाला में सिर्फ एक टेस्ट खेला गया
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड को स्लो टर्निंग विकेट की वजह से एक बार फिर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। धर्मशाला में अब तक एक ही टेस्ट मैच खेला गया है। साल 2017 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए इस मुकाबले में जीत टीम इंडिया के हाथ लगी थी। इस मैदान पर पहली पारी में एवरेज स्कोर 300 का रहा है, जबकि दूसरी पारी में औसतन स्कोर 332 रन का रहा है। तीसरी पारी में औसतन स्कोर 137 का है, तो चौथी पारी में औसतन स्कोर 106 का है।
धर्मशाला में अब तक एकमात्र टेस्ट में कुल 30 विकेट गिरे थे। इनमें से तेज गेंदबाजों ने 12 विकेट और स्पिनरों ने 18 विकेट लिए थे। ऐसे में इस बार भी स्पिनर्स को मदद मिल सकती है। वहीं, टीम इंडिया को जसप्रीत बुमराह की वापसी से भी फायदा मिल सकता है। उन्हें रांची में चौथे टेस्ट से आराम दिया गया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि रांची में जबरदस्त डेब्यू करने वाले आकाश दीप को मौका मिलता है या फिर टीम मैनेजमेंट मोहम्मद सिराज पर ही भरोसा जताते हैं। रविचंद्रन अश्विन का यह 100वां टेस्ट मैच होगा और वह इस मौके को खास बनाना चाहेंगे।

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