ग्रासकोर्ट पर पाकिस्तान जीतने उतरेगा हिन्दुस्तान

पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पलड़ा भारी
इस टूर्नामेंट में पड़ोसी देश से कभी नहीं हारी टीम इंडिया
खेलपथ संवाद
इस्लामाबाद।
भारतीय टीम में उसके शीर्ष एकल खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन फिर भी 60 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर पहुंची भारतीय डेविस कप टीम का पलड़ा डेविस कप विश्व ग्रुप-1 प्लेऑफ टाई में मेजबान टीम के खिलाफ भारी है। ग्रासकोर्ट पर मुकाबला गहन सुरक्षा के बीच खेला जा रहा है। डेविस कप के इतिहास में भारतीय टीम सात मुकाबलों में कभी पाकिस्तान से नहीं हारी है। पाकिस्तान की टीम में ऐसाम उल हक कुरैशी, अकील खान शामिल हैं। ये दोनों खिलाड़ी ग्रासकोर्ट पर अच्छा खेलते हैं। 
इस्लामाबाद स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के ग्रासकोर्ट में गेंद पड़कर तेजी से निकलती है। शुरुआती दिन भारत के युगल विशेषज्ञ एन श्रीराम बालाजी और टीम के एकल के श्रेष्ठ खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन उतरेंगे। भारत के पास एन बालाजी की जगह निकी पोनाचा को उतारने का भी विकल्प था लेकिन वह बालाजी की तुलना में लम्बे कद के हैं। ऐसे में जबकि ग्रासकोर्ट पर गेंद नीची रहने की संभावना है, ऐसे में एन बालाजी ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं। ऐसी सतह पर लंबे कद के खिलाड़ी को गेंद पर शॉट मारने में दिक्कत आती है। दिग्गज लिएंडर पेस यूरोपीय खिलाड़ियों के खिलाफ इसी रणनीति के तहत कई बार फायदे की स्थिति में रहते थे। बालाजी अच्छे स्तर पर खेलते रहे हैं, ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ उसकी धरती पर खेलने का दबाव उठा सकते हैं। इस्लामाबाद आने से पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन खेला है और नई दिल्ली में शिविर में हिस्सा लिया है।
पहले एकल में रामकुमार 43 साल के ऐसाम उल हक कुरैशी के खिलाफ उतरेंगे। कुरैशी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि लोग मेरी उम्र की बात करते हैं लेकिन मैं दिल से जवान हूं। भारत के खिलाफ खेलना मुझे हमेशा प्रेरित करता है। इस टाई से चीजें बदलेंगी और ज्यादा भारतीय टीमें आने वाले समय में पाकिस्तान का दौरा करेंगी।
युगल में पाकिस्तान ने बरकतुल्लाह और मुजामिल मुर्तजा को यूकी भांबरी और साकेत माइनेनी के खिलाफ उतारने का फैसला किया है। मुकाबले के दिन खिलाड़ी बदले जा सकते हैं। अगर पहले दिन स्कोर 1-1 रहता है तो पाकिस्तान ऐसाम उल हक कुरैशी और अकील को युगल में उतार सकता है। पाकिस्तान की टीम घरेलू माहौल में खेल रही है लेकिन उन्हें घरेलू दर्शकों का ज्यादा समर्थन नहीं मिलेगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने केवल 500 मेहमानों और प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की अनुमति दी है। इस मुकाबले पर एन श्रीराम बालाजी कहते हैं कि मैंने कुछ वर्षों पहले ही एकल की जगह युगल खेलना शुरू किया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एकल से एकदम दूर हो गया हूं। मौका पड़ने पर एकल का भी अभ्यास करता हूं। पाकिस्तान के खिलाफ खेलने को बेताब हूं।

रिलेटेड पोस्ट्स