तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड की चुनौती को तैयार
बताया कैसे 'बैजबॉल' से भारत को हो सकता है फायदा
खेलपथ संवाद
हैदराबाद। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज गुरुवार (25 जनवरी) को शुरू हो रही है। दोनों टीमों के बीच पहला मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा। टेस्ट मैच से पहले भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि इंग्लैंड के अति आक्रामक रवैये 'बैजबॉल' से उन्हें फायदा हो सकता है और पांच मैचों की आगामी टेस्ट सीरीज में उन्हें काफी विकेट मिल सकते हैं।
न्यूजीलैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड की आक्रामक होकर खेलने की रणनीति ‘बैजबॉल’ की कड़ी परीक्षा होगी जब टीम सात सप्ताह के दौरे पर भारत का सामना करेगी। बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ 10 टेस्ट मैच में 41 विकेट ले चुके हैं। उन्होंने कहा, ''मैं बैजबॉल शब्द से जुड़ा हुआ नहीं हूं लेकिन वे सफल क्रिकेट खेल रहे हैं और आक्रामक रुख अपनाकर विरोधी का सामना कर रहे हैं जिससे दुनिया को पता चल रहा है कि टेस्ट क्रिकेट खेलने का एक और तरीका है।''
जुलाई 2022 में बुमराह को 'बैजबॉल' की झलक तब मिली जब उन्होंने रोहित शर्मा के कोविड-19 के कारण बाहर होने के बाद बर्मिंघम में भारत की कप्तानी की। इस मैच में इंग्लैंड ने आक्रामक रवैया अपनाकर सात विकेट से जीत दर्ज की लेकिन इस मुकाबले को स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ एक ही ओवर में बुमराह के 29 रनों के लिए भी याद किया जाता है।
बुमराह ने कहा, ‘‘एक गेंदबाज के रूप में मुझे लगता है कि यह मुझे खेल में बनाए रखेगा। अगर वे ऐसा करने जा रहे हैं, इतनी तेजी से खेल रहे हैं तो वे मुझे थकाएंगे नहीं, मुझे ढेर सारे विकेट मिल सकते हैं। मैं हमेशा इस बारे में सोचता हूं मैं कैसे चीजों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर सकता हूं।'' भारत की कप्तानी के संदर्भ में इस 30 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा कि मैंने एक मैच में ऐसा किया और यह काफी सम्मान की बात थी। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन करने वाले पैट कमिंस से प्रेरणा लेते हुए बुमराह मौका मिलने पर भविष्य में नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं।