आरआईएस के छात्र-छात्राओं ने किया राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र का भ्रमण

प्रधानमंत्री संग्रहालय में देखी बढ़ते भारत की कहानी

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं इस समय शैक्षिक भ्रमण पर हैं। यहां 6 से 8 तक की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक जानकारी दिलाने के लिए गुरुवार को राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र तथा प्रधानमंत्री संग्रहालय नई दिल्ली ले जाया गया। इस शैक्षिक भ्रमण को लेकर जहां छात्र-छात्राओं में बेहद उत्साह दिखा वहीं उन्हें ऐसी जानकारियां मिलीं जोकि उन्हें पाठ्य पुस्तकों में शायद नहीं मिलतीं।

विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं गौरव, राहुल, अर्पित, शिखा, गीतांजलि आदि के साथ गए छात्र-छात्राओं ने सबसे पहले राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र का अवलोकन किया। वहां उन्होंने साइंस ऑन ए स्फीयर (एसओएस) देखा जोकि एक कमरे के आकार का वैश्विक डिस्प्ले सिस्टम है जो छह फुट व्यास वाले गोले पर ग्रहों के डेटा को प्रदर्शित करने के लिए कम्प्यूटर और वीडियो प्रोजेक्टर का उपयोग करता है। छात्र-छात्राओं ने पृथ्वी ग्रह पर डायनासोर के आगमन और विलुप्त होने का विवरण देने वाला एक 3डी एनीमेशन भी देखा।

इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न दीर्घाएं देखीं। उन्हें हेरिटेज गैलरी में खगोल विज्ञान, गणित, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, धातुकर्म, कला, शिल्प और वास्तुकला में भारत के गहन योगदान के बारे में प्रदर्शनियां देखने का भी अवसर मिला। छात्र-छात्राओं ने ह्यूमन बायोलॉजी-द मिरेकल ऑफ ह्यूमन लाइफ नामक गैलरी देखी वहीं उन्हें प्रागैतिहासिक जीवन को प्रदर्शित करने वाली गैलरी में डायनासोर और ऊनी मैमथ जैसी विलुप्त प्रजातियों के मॉडल भी देखने को मिले।

इसके बाद छात्र-छात्राएं सूचना क्रांति गैलरी गए, जहां भारत में छह हजार वर्षों में संचार प्रौद्योगिकी के विकास को प्रदर्शित किया गया है। छात्र-छात्राओं की इस शैक्षिक यात्रा का सबसे आनंददायक हिस्सा फन विद साइंस गैलरी थी। फन विद साइंस गैलरी में छात्र-छात्राओं को वैज्ञानिक नियमों और सिद्धांतों पर आधारित विभिन्न प्रकार के उपकरण और गैजेट जैसे एनर्जी बॉल, तरल पदार्थों का मिश्रण, दर्पण भूलभुलैया, रोलिंग बॉल और स्ट्रिंग रहित संगीत उपकरण देखने को मिले।

राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र का परिभ्रमण करने के बाद छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री संग्रहालय देखा। इस संग्रहालय का उद्देश्य युवा पीढ़ी को सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व, दूरदर्शिता और उपलब्धियों के बारे में जागरूक करना है। इस संग्रहालय में बताया गया है कि विभिन्न प्रधानमंत्रियों ने अलग-अलग समय पर अपनी यात्राएं कैसे कीं। संग्रहालय भवन का डिजाइन बढ़ते भारत की कहानी, बयां करता है। कुल मिलाकर राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र और प्रधानमंत्री संग्रहालय की यात्रा इन छात्र-छात्राओं के लिए बहुत जानकारीपूर्ण और आनंददायक रही।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण शिक्षा का अभिन्न हिस्सा है। शैक्षिक भ्रमण में जो व्यावहारिक जानकारी मिलती है, वह जीवन भर याद रहती है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने इस शैक्षिक भ्रमण को उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे छात्र-छात्राओं को बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य यहां अध्ययनरत प्रत्येक विद्यार्थी का सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास करना है। शैक्षिक भ्रमण से छात्र-छात्राओं में नई ताजगी का अनुभव होता है, जोकि वर्ष भर उनमें ऊर्जा का संचार करता है।

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