एशियाड में भारत ने छुईं नई ऊंचाइयां तो पड़ोसी पाकिस्तान गर्त में पहुंचा

देखें 1951 से अब तक दोनों देशों का प्रदर्शन
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। 19वें एशियाई खेलों का समापन हो चुका है। भारतीय एथलीट देश वापस लौट आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर खेलमंत्री अनुराग ठाकुर और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय ने सभी खिलाड़ियों का स्वागत किया हालांकि, पड़ोसी देश पाकिस्तान में ऐसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि इन खेलों में पड़ोसी पाकिस्तान का प्रदर्शन कतई ताली पीटने वाला नहीं रहा। भारत ने जहां 107 मेडल जीते वहीं पाकिस्तान सिर्फ तीन पदक ही हासिल कर सका, इनमें एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। 
एशियाई खेलों में पाकिस्तान ने आखिरी स्वर्ण 2014 में जीता था वहीं, भारत ने इसी साल 28 स्वर्ण पदक जीते हैं। मौजूदा समय में पाकिस्तान का प्रदर्शन भले ही भारत की तुलना में बेहद खराब हो, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब पाकिस्तान भारत से दोगुने पदक जीता था। यहां हम हर एशियाई खेल में दोनों देशों का प्रदर्शन बता रहे हैं।
1951 में पहली बार एशियाई खेलों का आयोजन हुआ था। नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में भारत ने 51 पदक जीते थे। पाकिस्तान ने इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था। इसके बाद 1954 में भारत के प्रदर्शन में गिरावट आई और भारत की झोली में सिर्फ 17 पदक आए वहीं, पाकिस्तान ने पहली बार एशियाई खेलों में भाग लिया और 13 पदक जीते। 1958 में भारत ने एशियाई खेलों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया और सिर्फ 13 पदक जीत पाया। इस बार पाकिस्तान ने भारत से ठीक दोगुने 26 पदक जीते।
इसके बाद 1962 में पाकिस्तान ने 28 और भारत ने 33 पदक जीते। 1970 से पाकिस्तान के प्रदर्शन में गिरावट शुरू हुई और भारत का प्रदर्शन लगातार निखरता गया। 
साल 2002 तक पाकिस्तान 10 के करीब पदक जीतता रहा, लेकिन कभी यह संख्या 17 के पार नहीं गई वहीं, भारत इस दौरान लगातार अपना प्रदर्शन बेहतर करता रहा। आमतौर पर 20 से 30 पदक जीतने वाले भारत ने 1982 में 57 पदक जीते। यह उस समय देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 1998 से भारत के पदक जीतने की निरंतरता बेहतर हुई और पदकों की संख्या 30 से ऊपर रहने लगी। 
2006 एशियाई खेलों में भारत ने 53 पदक जीते वहीं, पाकिस्तान को सिर्फ चार पदक मिले। इसके बाद से हर बार भारत ने 50 से ज्यादा पदक जीते। 2018 में एक बार फिर भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 70 पदक अपने नाम किए वहीं, पाकिस्तान का प्रदर्शन लगातार गिरता रहा। 2018 में भी पाकिस्तान को सिर्फ चार पदक मिले। 2023 में कहानी पूरी तरह बदल गई। भारत ने पहली बार पदकों का शतक लगाया और 107 पदक जीते वहीं, पाकिस्तान सिर्फ तीन पदक जीत पाया। पाकिस्तान ने 2002 में 13 पदक जीते थे। इसके बाद से यह देश एशियाई खेलों में कभी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया है। अब तक पाकिस्तान ने इस प्रतियोगिता में सिर्फ 44 स्वर्ण जीते हैं, जबकि भारत 2023 में ही 28 स्वर्ण जीतने में कामयाब रहा है।
कुल प्रदर्शन में कितना अंतर
एशियाई खेलों में पाकिस्तान ने कुल 44 स्वर्ण, 64 रजत और 99 कांस्य पदक जीते हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान ने 207 पदक जीते हैं और एशियाई खेलों में इस देश की औसतन रैंक 18 है वहीं, भारत ने एशियाई खेलों में अब तक 183 स्वर्ण, 239 रजत और 357 कांस्य पदक जीते हैं। भारत की झोली में कुल 779 पदक हैं और प्रतियोगिता में भारत की औसतन रैंक पांच है।
एशियाई खेलों में भारत और पाकिस्तान का प्रदर्शन
साल भारत पाकिस्तान
1951 51 भाग नहीं लिया
1954 17 13
1958 13 26
1962 33 28
1966 21 8
1970 25 10
1974 28 11
1978 28 17
1982 57 11
1986 37 9
1990 23 12
1994 23 10
1998 35 15
2002 36 13
2006 53 4
2010 65 8
2014 57 5
2018 70 4
2023 107 3
कुल 779 207
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