एशियाड में जाने से रोके गए अरुणाचल के खिलाड़ी

मेजबान चीन की नापाक हरकत निंदनीय
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
चीन की एक और नापाक हरकत सामने आई है। उसने हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशू खिलाड़ियों को अंतिम क्षणों में वीजा नहीं दिया। भारतीय वुशू टीम बुधवार की रात नई दिल्ली से हांगझोऊ के लिए रवाना हो गई, लेकिन तीनों अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ी तेगा ओनिलु, लामगु मेपुंग और वांगसू न्येमान टीम के साथ नहीं जा पाए। बाकी टीम हांगझोऊ के लिए रवाना हो गई। 
खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) बुधवार को इन खिलाड़ियों के वीजा के प्रयास में लगे रहे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। एक खिलाड़ी को एयरपोर्ट से ही वापस लौटना पड़ा। इससे पहले भी 26 जुलाई को विश्व यूनिवर्सिटी खेलों के लिए इन्हीं तीनों खिलाडिय़ों को चीन ने नत्थी वीजा जारी कर दिया था। इसके विरोध में भारत सरकार ने पूरी वूशु टीम को एयरपोर्ट से वापस बुला लिया था। सूत्र बताते हैं कि खेल मंत्रालय, आईओए ने इन तीनों खिलाडिय़ों को वीजा जारी करने के लिए आयोजन समिति से बात की तो उनसे कहा गया कि इन खिलाडिय़ों को नत्थी वीजा जारी होगी। इसके लिए खेल मंत्रालय तैयार नहीं था।
वांग्सू को एयरपोर्ट पर बताया हांगकांग तक है वीजा
वांग्सू न्येमान को तो इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा। उनके पास एशियाई खेलों की आयोजन समिति से जारी एक्रिडिटेशन (मान्यता कार्ड) भी था। खिलाडिय़ों को एक्रिडिटेशन पर ही वीजा जारी किया गया है। वांगसू को एयरपोर्ट पर एयरलाइंस ने बताया कि वह केवल हांगकांग तक जा सकती हैं। उससे आगे का उनका वीजा नहीं है।
दो खिलाड़ियों का नहीं खुला ई मान्यता कार्ड
तेगा और मेपुंग के अलावा सूरज को एशियाई खेलों की आयोजन समिति ने ई एक्रिडिटेशन जारी किया था। जब इन खिलाड़ियों ने अपना एक्रिडिटेशन कंप्यूटर से निकालना चाहा तो सूरज का तो कार्ड आ गया, लेकिन तेगा और मेपुंग के कार्ड नहीं आए। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों को कार्ड दिलाने के लिए भरसक प्रयास किए गए। तेगा, मेपुंग और वांग्सू के कोच प्रेमचंद्र ने अमर उजाला को बताया कि वीजा नहीं होने के चलते तीनों खिलाड़ी बुधवार को हांगझोऊ नहीं जा पाए हैं, लेकिन मंत्रालय और आईओए उन्हें बृहस्पतिवार को भेजने की कोशिश करेंगे।

 

 

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