'हमने छोटे बच्चे भेजने को नहीं कहा था'
भारत को हराने वाले पाकिस्तानी कप्तान का बेतुका बयान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। इमर्जिंग एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। यह टूर्नामेंट खत्म हो चुका है, लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों की उम्र को लेकर बयानबाजी अभी भी जारी है। अब पाकिस्तान को टूर्नामेंट जिताने वाले कप्तान मोहम्मद हारिस ने इस पर अपनी बात कही है। उन्होंने उम्र को लेकर अपनी टीम का बचाव किया और भारत को लेकर कहा है कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि बीसीसीआई इस टूर्नामेंट के लिए छोटे बच्चों की टीम भेजे।
मोहम्मद हारिस का यह बेतुका बयान चर्चा में बना हुआ है। दरअसल इमर्जिंग एशिया कप एशियाई क्रिकेट टीमों के युवा खिलाड़ियों के लिए आयोजित किया जाता है। इस टूर्नामेंट का उद्देश्य हर देश के युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करना है। इसी वजह से अधिकतर क्रिकेट बोर्ड अपने युवा और अनुभवहीन खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका देते हैं। ताकि ये खिलाड़ी अनुभव हासिल कर सकें और बड़े टूर्नामेंट में अपने देश के लिए खेलने के लिए तैयार हो सकें।
एशिया कप 2023 में भारत ने युवा टीम भेजी थी और यश ढुल के हाथों में टीम की कमान थी। भारतीय टीम में किसी भी खिलाड़ी की उम्र 23 साल से ज्यादा नहीं थी। वहीं, अन्य टीमों में 30 साल तक के खिलाड़ी शामिल थे। पाकिस्तान की टीम में कई ऐसे भी खिलाड़ी भी शामिल थे, जो देश की मुख्य टीम के लिए खेल चुके हैं। फाइनल में शतक लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाने वाले तैयब ताहिर की उम्र भी 30 साल है। इस वजह से चैंपियन पाकिस्तान टीम की जमकर आलोचना हुई और टीम में बड़ी उम्र के खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए सोशल मीडिया पर पाकिस्तान टीम को ट्रोल किया गया।
इमर्जिंग एशिया कप में भारतीय टीम को चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को 128 रन से हराया और ट्रॉफी अपने नाम की। अब पाकिस्तान ए के कप्तान मोहम्मद हारिस ने भी इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए, और उन लोगों की आलोचना की, जो कह रहे थे कि भारत ने इस कार्यक्रम में अपनी जूनियर टीम भेजी थी, जबकि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव था। हारिस ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय अनुभव की तुलना भारतीयों के आईपीएल अनुभव से करते हुए इस भावना का विरोध किया।
हारिस ने कहा "जिस तरह लोग कह रहे हैं वो बड़े लड़के लेके आये थे, हम छोटे बच्चे थे, तो हमने तो नहीं कहा था के आप छोटे लड़के लेके आओ। ये कहते हैं कि आपका अंतरराष्ट्रीय अनुभव था। अंतरराष्ट्रीय अनुभव कितना है। सैम के पांच मैच हैं , मेरे छह मैच हैं। सारे टी20 है। इनकी टीम पर आईपीएल के 260 मैचों का अनुभव है।'' हारिस ने यहां तक कह दिया कि यह पाकिस्तान टीम नहीं थी जिसने भारतीय टीम से जूनियर खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में भेजने के लिए कहा था। अब इस बयान को लेकर हारिस की जमकर आलोचना हो रही है।