हरमनप्रीत से बात करेंगे रोजर बिन्नी और लक्ष्मण
प्रतिबंध के खिलाफ अपील नहीं करेगा बीसीसीआई
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। बांग्लादेश में अम्पायर के फैसले के खिलाफ नाराजगी जाहिर करना हरमनप्रीत कौर को काफी महंगा पड़ा है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा अब बीसीसीआई उनके आक्रामक व्यवहार के लिए उनसे बात भी करेगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण को यह जिम्मेदारी मिली है। दोनों हरमनप्रीत से इस बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस बारे में बोर्ड के सचिव जय शाह ने गुरुवार को जानकारी दी।
हरमनप्रीत पर आईसीसी ने दो मैचों का प्रतिबंध लगाया है। बीसीसीआई के पास इस सजा के खिलाफ अपील करने का अवसर है, लेकिन बोर्ड ने अपील नहीं करने का फैसला किया है। हरमनप्रीत ने उस टाई मैच में आउट होने के बाद न सिर्फ स्टंप तोड़ दिए थे, बल्कि अंपायरों पर भी भड़ास निकाली थी।
आईसीसी ने दो अलग-अलग मामलों में हरमनप्रीत को दोषी पाया और उन पर दो मैच का बैन लगाया गया था। आईसीसी आचार संहिता के दो अलग-अलग उल्लंघनों के बाद उन्हें अगले दो अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया। आईसीसी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि हरमनप्रीत ने अपराध स्वीकार कर लिया था। आईसीसी ने कहा था, "भारतीय कप्तान ने अपराध स्वीकार कर लिया और एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी के अख्तर अहमद द्वारा प्रस्तावित प्रतिबंधों पर सहमति व्यक्त की। परिणामस्वरूप, औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी और दंड तुरंत लागू किया गया।"
क्या है पूरा मामला?
ढाका में शनिवार (22 जुलाई) को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 139 रन पर तीन विकेट गंवा चुकी थी। यास्तिका भाटिया पांच और शेफाली वर्मा चार रन बनाकर आउट हुए। स्मृति मंधाना ने 59 रन से बनाए थे। मंधाना के आउट होने के बाद हरलीन देओल का साथ देने के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर क्रीज पर आईं, लेकिन वह ज्यादा देर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकीं। हरमनप्रीत 14 रन बनाकर नाहिदा अख्तर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गईं।
34वें ओवर में नाहिदा की चौथी गेंद पर हरमनप्रीत ने स्वीप लगाने का प्रयास किया। वह शॉट मिस कर गईं। गेंदबाज और साथी खिलाड़ियों ने आउट की अपील की तो अंपायर ने हरमनप्रीत के खिलाफ फैसला दिया। आउट दिए जाने के बाद वह नाराज हो गईं। उन्होंने गुस्से में स्टंप पर बल्ला मार दिया और पवेलियन जाते-जाते अंपायर को इशारों में बताया कि गेंद पहले बल्ले से लगी थी। इसके अलावा हरमनप्रीत ने दर्शकों को अंगूठा भी दिखाया।