भारत-बांग्लादेश के बीच तीसरा वनडे टाई
सीरीज भी 1-1 से बराबरी पर छूटी, खराब अम्पायरिंग पर विवाद
खेलपथ संवाद
ढाका। भारत और बांग्लादेश की महिला क्रिकेट टीम के बीच तीन मैच की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला ढाका में टाई रहा और तीन मैच की सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूट गई। ट्रॉफी भी दोनों टीमों को साझा करनी पड़ी। इस मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए फरगना हक के शतक के दम पर 225 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम भी 225 रन ही बना सकी और मैच टाई हो गया।
नाहिदा अख्तर ने एक ओवर में दो विकेट लेकर भारत को मुश्किल में डाल दिया और मैच बेहद रोमांचक हो गया। उन्होंने स्नेह राणा को पहली ही गेंद पर आउट किया। राणा ने नाहिदा को ही कैच थमा दिया और अपना खाता तक नहीं खोल सकीं। वहीं, देविका वैद्य भी खाता नहीं खोल पाईं। उन्होंने भी नाहिदा को ही कैच थमाया। अंत में जेमिमा और मेघना सिंह ने हिम्मत दिखाई और स्कोर बराबर कर दिया लेकिन आखिरकार मेघना के आउट होते ही भारत सीरीज जीतने से वंचित हो गया।
भारत और बांग्लादेश के बीच सीरीज का तीसरा और निर्णायक वनडे मैच टाई रहा। आखिरी चार गेंद में भारत को जीत के लिए एक रन की जरूरत थी, लेकिन मेघना सिंह ने विकेटकीपर को कैच थमा दिया और टीम इंडिया मैच नहीं जीत पाई। इसके साथ ही भारत ने सीरीज जीतने का मौका भी गंवा दिया। बारिश के कारण समय बर्बाद हुआ था और आधिकारिक समय खत्म होने के कारण सुपर ओवर नहीं हो सका। इसी वजह से सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूट गई। अब दोनों टीमें ट्रॉफी साझा करेंगी।
मैच में क्या हुआ?
बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में चार विकेट खोकर 225 रन बनाए। फरगना हक ने 107 रन की पारी खेली। शमीमा ने भी 52 रन बनाए। भारत के लिए स्नेह राणा ने दो और देविका वैद्य ने एक विकेट लिया। इसके जवाब में भारतीय टीम भी 49.3 ओवर में सभी 10 विकेट खोकर 225 रन ही बना सकी।
फरगना हक के नाम पहला वनडे शतक
भारत और बांग्लादेश की महिला टीम के बीच खेली जा रही तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मैच शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेला गया। निर्णायक मैच में भारतीय टीम फेवरेट मानी जा रही थी। लेकिन बांग्लादेश की अनुभवी खिलाड़ी फरगना हक ने ऐतिहासिक पारी से मैच को मेजबान टीम की ओर झुका दिया। खेल शुरू होने से पहले फरगना श्रृंखला में दूसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली और अपने देश के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी थीं। फरगना हक ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और भारतीय गेंदबाजी को उसकी योग्यता के आधार पर खेला और ढीली गेंदों का फायदा उठाकर अपना पहला वनडे शतक बनाया।
अपने शतक के दम पर उन्होंने इतिहास रचा क्योंकि उनसे पहले किसी अन्य बांग्लादेशी महिला ने वनडे में शतक नहीं लगाया था। बांग्लादेश के लिए महिला क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी ने 156वीं गेंद का सामना करते हुए यह उपलब्धि हासिल की। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कवर के माध्यम से एक शानदार ड्राइव लगाकर चौका लगाया।