अब खिलाड़ी बेटियों को मिलेगी पूरी सुरक्षाः अनुराग ठाकुर

केंद्रीय खेल मंत्री ने राज्यसभा में दिया जवाब
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
पहलवानों द्वारा यौन शोषण के आरोपों पर राज्यसभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए और महिला एथलीट्स को सुरक्षित महसूस कराने के लिए कई निर्देश दिए गए हैं। 
खेल मंत्री ने बताया कि घरेलू/अंतरराष्ट्रीय शिविरों के दौरान महिला एथलीट्स के साथ किसी भी दल में महिला कोच का होना अनिवार्य होगा। इसके अलावा एक अनुपालन अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उनकी जिम्मेदारी होगी कि वह यह सुनिश्चित करें कि खेलों में यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर एसओपी के अनुसार दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है या नहीं। अनुपालन अधिकारी एथलीट्स और अन्य लोगों के साथ नियमित रूप से बात करेंगे और वह सभी राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों और विदेशी टूर्नामेंट्स में साथ रहेंगे।
खेल मंत्री ने बताया कि प्री-कैंप संवेदीकरण मॉड्यूल को किसी भी राष्ट्रीय कोचिंग शिविर और विदेशी टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले सभी एथलीटों, कोचों और सहायक कर्मचारियों को एक साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए। साथ ही संबंधित एनएसएफ द्वारा राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों में महिला कोच/सहायक स्टाफ की ताकत बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जाना शामिल है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत कई पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था। इसके बाद पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ मामला दर्ज किया था। फिलहाल उसकी जांच जारी है।
गुरुवार को यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह और महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर सिंह को नियमित जमानत दे दी है। कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह को सशर्त जमानत दी है। बिना कोर्ट की मंजूरी के भाजपा सांसद विदेश नहीं जा सकेंगे। शिकायतकर्ताओं को कोई प्रलोभन और धमकी नहीं देने के भी कोर्ट ने निर्देश दिए हैं। साथ ही कोर्ट ने कहा कि सभी शर्तों का कड़ाई से पालन किया जाए। 

रिलेटेड पोस्ट्स