एशियाई चैम्पियनशिप में बेहतर प्रदर्शन की आस

तेजिंदर पाल तूर और याराजी दिला सकती हैं स्वर्ण
खेलपथ संवाद
बैंकॉक।
एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत की उम्मीदों का दारोमदार गोलाफेंक एथलीट तेजिंदर पाल सिंह तूर और लम्बी कूद के एथलीट मुरलीश्रीशंकर पर होगा। पांच दिवसीय प्रतियोगिता बुधवार से बैंकॉक में शुरू हो रही है। मेजबान थाईलैंड के अलावा भारत, हांगकांग, चीन, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया, फिलीपिन और सिंगापुर के एथलीट भाग लेंगे।
महिला वर्ग में 100 मीटर बाधा दौड़ में ज्योति याराजी पहली बार इस प्रतियोगिता में उतरेंगी। वह एशियाई रिकॉर्डधारी हैं। उन्होंने 12.84 सेकंड का समय निकाला था। वह इस सत्र में कई बार 13 सेकंड से कम का समय निकालने में सफल रहीं। वह 200 मीटर में भी भाग लेंगी।
लंबी कूद के खिलाड़ी जेस्विन एल्डि्न, तिहरी कूद के प्रवीण चित्रवाल और भालाफेंक के रोहित यादव चोट के कारण प्रतियोगिता से हट गए हैं। एल्डि्रन की अनुपस्थिति में मुरली श्रीशंकर से बड़ी उम्मीद होंगी। पिछले महीने उन्होंने 8.81 मीटर का प्रदर्शन किया था। वह लंबी कूद में स्वर्ण की दावेदारी में है। उनका मनोबल भी ऊंचा होगा क्योंकि उन्होंने प्रतिष्ठित डायमंड लीग के पेरिस चरण में तीसरा स्थान हासिल किया था।
तेजिंदर पाल सिंह तूर ने राष्ट्रीय अंतर राज्य चैम्पियनशिप में 21.77 के साथ अच्छा प्रदर्शन किया था। भारत के मुख्य कोच राधकृष्ण नायर ने कहा कि तूर स्वर्ण पदक के बड़े दावेदार हैं। पिछली बार 2019 में दोहा में हुई चैम्पियनशिप में उन्होंने 20.22 मीटर के साथ स्वर्णिम सफलता हासिल की थी। खुद तूर का कहना है कि मुझे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। रोहित के हटने के बावजूद भालाफेंक में डीपी मनु से पदक की उम्मीद है जिन्होंने इस साल 84.33 का प्रदर्शन किया।
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। वह अगस्त में बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारियों में जुटे हैं। पुरुष वर्ग में 400 मीटर के राष्ट्रीय चैंपियन मुहम्मद अनस याहिया भी भाग नहीं ले रहे हैं।
डोपिंग मामलों से लगा झटका
हालांकि भारत को प्रतियोगिता से पहले शॉटपुटर करणवीर सिंह के डोप टेस्ट में विफल होने से झटका लगा। इसके अलावा राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप में 400 मीटर का स्वर्ण जीतने वालीं अंजलि देवी भी डोप टेस्ट में विफल रहीं। कई एथलीटों के नाम वापस लेने से भी भारत की पदक की दावेदारी पर असर पड़ सकता है।

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