राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चमक बिखेरेंगे दिग्गज एथलीट

उत्तर प्रदेश की पारुल, अनु और शैली पर होंगी सबकी नजरें
नहीं खेलेंगे चोटिल नीरज, श्रीशंकर पर निगाहें
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश के मेरठ की लम्बी दूरी की धाविका पारुल चौधरी (5000 मीटर और 3000 स्टिपलचेज), अनु रानी (भाला फेंक) और झांसी की लम्बी कूद की शैली सिंह गुरुवार से भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में शुरू होने वाली राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चमक बिखेरने को तैयार हैं। उनके अलावा बाधा दौड़ की धाविका ज्योति याराजी (100 मीटर और 100 मीटर बाधा दौड़) पर भी नजरें रहेंगी।
हालांकि अनुभवी खिलाड़ियों धाविका हिमा दास और दुती चंद इसमें हिस्सा नहीं ले पाएंगी। हिमा चोट से ठीक हो रही हैं जबकि दुती पर डोप के चलते निलंबन लगा हुआ है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने इस साल की शुरुआत में स्पष्ट कर दिया था कि एशियाई खेलों (23 सितंबर से आठ अक्तूबर) के लिए टीम में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों का राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेना अनिवार्य है और उनके प्रदर्शन पर भी गौर किया जाएगा।
प्रियंका और भावना होंगी आमने-सामने
महिलाओं की 20 किमी पैदल चाल में मुकाबला अनुभवी प्रियंका गोस्वामी और भावना जाट गोस्वामी के बीच होने की संभावना है। भावना पहले ही 2024 पेरिस ओलंपिक और बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं। महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़ में संजीवनी जाधव प्रबल दावेदार रहेंगी। वह इस महीने की शुरुआत में अमेरिका में पोर्टलैंड ट्रैक फेस्टिवल में 32 मिनट 46.88 सेकंड के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ दूसरे स्थान पर रही थीं।
कई एथलीट इस प्रतियोगिता से हंगरी (19-27 अगस्त) में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई करना चाहेंगे। यह चैंपियनशिप एएफआई के पूर्व के कैलेंडर के अनुसार एक महीने बाद आयोजित की जानी थी लेकिन इसे अभी कराया जा रहा है। इस बार एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने सदस्य देशों से एशियाई खेलों के लिए अपनी-अपनी टीम 75 दिन पहले यानी 15 जुलाई तक भेजने को कहा है। हांगझोउ एशियाई खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धाएं 29 सितंबर से शुरू हो रही हैं।
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर पर सभी की निगाहें रहेंगी। चोपड़ा चोट से उबर रहे हैं, लेकिन अगर वह फिट भी होते तो भी उन्हें छूट मिलती क्योंकि अगस्त में बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले उन्हें शीर्ष स्तर की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अभ्यास भी करना है। 
अविनाश साब्ले को भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से छूट दी गई है जो चीन के हांगझोउ में होने वाले आगामी एशियाई खेलों की अंतिम चयन प्रतियोगिता है। श्रीशंकर ने पिछले हफ्ते पेरिस डायमंड लीग में 8.09 मीटर के प्रयास के साथ पहली बार तीसरे स्थान पर रहे। श्रीशंकर को जेस्विन एल्ड्रिन से कड़ी चुनौती मिलेगी जिन्होंने इसी साल 8.42 मीटर के प्रयास के साथ उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। 
पुरुषों के बीच अन्य शीर्ष खिलाड़ी फर्राटा धावक अमलान बोरगोहेन (200 मीटर), डेकाथलीट तेजस्विन शंकर, गोला फेंक के तेजिंदरपाल सिंह तूर, त्रिकूद के प्रवीण चित्रावेल और एल्डोस पॉल होंगे। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अक्षदीप सिंह की गैरमौजूदगी में अनुभवी संदीप कुमार की निगाहें पुरुषों के 20 किमी पैदल चाल में ठोस प्रदर्शन पर होंगी। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक प्रवीण, बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण और रजत पदक विजेता क्रमश: पॉल और अब्दुल्ला अबुबाकर की मौजूदगी में पुरुष त्रिकूद में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
 

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