विराट कोहली ने क्यों छोड़ी थी टेस्ट की कप्तानी?

गांगुली ने किया खुलासा, बोले- हम इसके लिए तैयार नहीं थे
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के कप्तानी विवाद नए खुलासे किए हैं। जब कोहली ने कप्तान के रूप में पद छोड़ा था तब गांगुली ने दावा किया था कि बीसीसीआई ने विराट से ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया था। हालांकि, कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उन्होंने सीरीज के दौरान ही एक प्रेस कांन्फ्रेंस में गांगुली की इन बातों का खंडन किया था। अब गांगुली ने इस विवाद पर नई बात बताई है।
गांगुली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि बीसीसीआई को कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने पर आपत्ति थी। बोर्ड इसके लिए तैयार भी नहीं था। भारतीय रन-मशीन ने बतौर कप्तान 18 टेस्ट सीरीज जीतीं। 25 टेस्ट सीरीज में से छह में भारत को हार का सामना करना पड़ा। पूर्व भारतीय कप्तान ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान भी हैं।
गांगुली ने इंटरव्यू में आगे कहा, ''दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद हमारे लिए भी यह अप्रत्याशित था, केवल कोहली ही बता सकते हैं कि उन्होंने कप्तानी क्यों छोड़ी। इस बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी। चयनकर्ताओं को भारत का कप्तान नियुक्त करना था और रोहित उस समय सबसे अच्छा विकल्प थे।''
क्या है दोनों के बीच पूरा विवाद?
2021 में कोहली को वनडे और टी20 की कप्तानी से हटाने के बाद बीसीसीआई की तरफ से तब अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा था कि कोहली से वनडे की कप्तानी लेने से पहले उनसे बात की गई थी और उनकी सहमति के बाद ही यह फैसला हुआ था। गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने विराट से कहा था कि वह टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ें, लेकिन विराट नहीं माने और इस्तीफा दे दिया। वहीं, चयनकर्ताओं को सीमित ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान रखने का फैसला सही नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने चेतन शर्मा के साथ मिलकर विराट से बात की और उन्हें पूरा विजन समझाया। इसके बाद ही रोहित को वनडे का कप्तान बनाया गया। 
गांगुली के बयान को कोहली ने बताया था गलत
इसके बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली का बातों को गलत करार देते हुए कहा था कि उन्हें बीसीसीआई के अधिकारियों ने उन्हें 90 मिनट पहले बताया था कि अब रोहित उनकी जगह वनडे टीम के कप्तान होंगे। इससे पहले बीसीसीआई ने उनसे कोई बातचीत नहीं की थी। कोहली ने कहा- जब मैंने टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी, मैं सबसे पहले बीसीसीआई के पास गया था। उन्हें अपने फैसले को लेकर जानकारी दी थी। मैंने अपने विचार और परेशानियां रखी थीं। बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और मेरी परेशानियों को समझा। उन्होंने मुझसे एक बार भी अपने फैसले को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा।
टेस्ट में बतौर कोहली का रिकॉर्ड
कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में कप्तानी का कार्यकाल पूरा किया। कोहली के नेतृत्व में भारत ने 2021 में पहले आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाई। कोहली ने कप्तान के रूप में भारत को 40 जीत दिलाई। उन्होंने महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तुलना में भारत के कप्तान के रूप में 13 टेस्ट ज्यादा जीते। 34 वर्षीय कोहली से ज्यादा टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड सिर्फ ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ के पास है।

 

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