पिछले 10 वर्षों में आईसीसी ट्रॉफी न जीत पाने का दबाव नहीं

फाइनल से पहले कोच द्रविड़ का बड़ा बयान
खेलपथ संवाद
लंदन।
भारतीय टीम ने भले ही पिछले 10 वर्षों में आईसीसी कि कोई ट्रॉफी नहीं जीती हो, लेकिन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने सोमवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले उनकी टीम पर इसको लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा जिसके लिए टीम पिछले दो वर्षों से कड़ी मेहनत कर रही है।
भारत 2021 में डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया था, जबकि आईसीसी के अन्य टूर्नामेंट्स में वह नॉकआउट चरण में हारता रहा है। टीम इंडिया ने पिछली बार 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में कोई आईसीसी ट्रॉफी जीती थी। द्रविड़ ने कहा- नहीं हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है। मेरे कहने का मतलब है कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने को लेकर हम किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं। निश्चित तौर पर ट्रॉफी जीतना अच्छा होगा। आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सक्षम होना निश्चित तौर पर अच्छा होगा, क्योंकि इसके लिए हमने दो साल कड़ी मेहनत की है।
उन्होंने कहा- कई सफलताएं हासिल करने के बाद ही आप यहां तक पहुंचते हैं। इसलिए हमारे पास कई सकारात्मक पहलू हैं। ऑस्ट्रेलिया से सीरीज जीतना, यहां (इंग्लैंड के खिलाफ) सीरीज ड्रॉ कराना, हर जगह हर टीम को कड़ी टक्कर देने की क्षमता इस टीम के पास है। यह चीजें केवल इसलिए नहीं बदल जाएंगी कि आपने आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। यह वास्तव में एक बड़ा मौका है।
मिडिल ऑर्डर के बैटर अजिंक्य रहाणे 18 महीने में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं और असफल होने पर उनका करियर भी समाप्त हो सकता है। द्रविड़ ने इस अनुभवी बल्लेबाज को भी सलाह दी। उन्होंने कहा- यह अच्छा है कि रहाणे टीम के साथ हैं। कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण उन्हें टीम में वापसी करने का मौका मिला। यह अच्छा है कि हमारे पास उनके जैसा स्किल वाला और अनुभवी खिलाड़ी है। 
द्रविड़ ने कहा- रहाणे के आने से टीम में अनुभव का इजाफा हुआ है। वह विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और यहां तक कि इंग्लैंड में भी उन्होंने कुछ शानदार पारियां खेली हैं। उनकी अगुआई में टीम ने कुछ अच्छी सफलताएं हासिल की हैं। मैं नहीं चाहता कि वह इसे एकमात्र अवसर के रूप में देखें। चेतेश्वर पुजारा ने हाल में काउंटी क्रिकेट में ढेरों रन बनाए और द्रविड़ ने कहा कि उनकी सलाह से टीम को काफी मदद मिल सकती है।
भारतीय टीम के हेड कोच ने कहा- हमारी पुजारा के साथ कप्तानी और निश्चित तौर पर बल्लेबाजी को लेकर बात हुई। उन्होंने ससेक्स की कप्तानी भी की और इसलिए उन्हें काउंटी में खेलने वाले गेंदबाजों की रणनीति की अच्छी समझ है। इसलिए हमने उनके साथ इस बारे में बातचीत की और देखते हैं कि उनकी सलाह पर हम कैसे अमल कर पाते हैं।

 

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