अब छह महीने में भारत के सामने कठिन चुनौतियां

विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के बाद एशिया कप और वर्ल्ड कप भी
खेलपथ संवाद
मुम्बई।
आईपीएल खत्म होते ही अब टीम इंडिया का फोकस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर शिफ्ट हो चुका है। सात जून से वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के साथ ही भारतीय टीम इस साल होने वाले कई बड़े टूर्नामेंट्स की तैयारियों में जुट जाएगी। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान में खेला जाएगा। इसके बाद इसी साल टीम इंडिया को एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप भी खेलना है। 
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के बाद टीम इंडिया कुछ दिनों का ब्रेक लेगी और इसके बाद जुलाई में वेस्टइंडीज के लिए रवाना होगी। विंडीज के खिलाफ टीम इंडिया दो टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मुकाबले खेलेगी। भारतीय टीम 12 जुलाई से 13 अगस्त तक विंडीज के दौरे पर रहेगी। इस दौरे से टीम इंडिया के नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल की शुरुआत हो जाएगी। वहीं, वनडे सीरीज से टीम इंडिया इस साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुट जाएगी।
वेस्टइंडीज टूर के बाद टीम इंडिया आयरलैंड के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलेगी। इस सीरीज के लिए हार्दिक पांड्या के नेतृत्व में युवा टीम इंडिया खेल सकती है। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ियों को इस सीरीज में मौका मिल सकता है। सितंबर में टीम इंडिया को एशिया कप खेलना है। हालांकि, अब तक इसका शेड्यूल तय नहीं हुआ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में टूर्नामेंट की स्थिति तय हो जाएगी। इस टूर्नामेंट में छह टीमें हिस्सा लेती हैं। इस साल वनडे वर्ल्ड कप होना है, ऐसे में एशिया कप भी वनडे फॉर्मेट में खेला जाएगा। इसे वर्ल्ड कप के लिए तैयारी के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पहले यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में होना था, लेकिन भारत के वहां का दौरा न करने के फैसले के बाद से किसी तटस्थ देश को मेजबान बनाया जा सकता है।
वर्ल्ड कप से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय दौरे पर आएगी। इस दौरान तीन वनडे मैच खेले जाएंगे। वर्ल्ड कप से पहले तैयारी के लिहाज से यह सीरीज बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ऑस्ट्रेलिया दुनिया के बेहतरीन टीमों में से एक है और वर्ल्ड कप से ठीक पहले उसके खिलाफ जीत से टीम इंडिया और उसके खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
अक्तूबर-नवंबर में वर्ल्ड कप की शुरुआत होगी। भारतीय टीम तीसरी बार यह आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया यह खिताब जीत चुकी है। 2011 में जब पिछली बार टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता था तो यह टूर्नामेंट भारत में ही खेला गया था। ऐसे में टीम इंडिया से इस बार भी काफी उम्मीदें हैं। इस साल रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी। 2019 में पिछली बार हुए टूर्नामेंट में इंग्लैंड की टीम चैंपियन बनी थी। 

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