बृजभूषण शरण की अयोध्या जनचेतना रैली पर प्रतिबंध

रेसलर्स के आरोप- सांस चेक करने के बहाने टी-शर्ट उतारी
फिजिकल रिलेशन की डिमांड की
खेलपथ संवाद
पानीपत।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर दर्ज दोनों एफआईआर अब सामने आ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें बृजभूषण और सचिव विनोद तोमर मुख्य रूप से आरोपी हैं। बालिग पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण ने कथित रूप से कई बार छेड़छाड़ की। गलत तरीके से उन्हें छुआ। यहां तक कि सांस चेक करने के बहाने उनकी टी-शर्ट उतारी।
एफआईआर के मुताबिक, रेसलर्स ने आरोप लगाया कि बृजभूषण ने उनके पेट पर हाथ लगाया। चोटिल महिला खिलाड़ी का खर्चा संघ द्वारा उठाए जाने पर शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड की। जब इससे खिलाड़ी ने मना किया तो उनके साथ ट्रायल में भेदभाव किया गया। दूसरी एफआईआर के मुताबिक बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को बहाने से अपने कमरे में बुलाया। जहां उसके साथ शोषण की कोशिश की। मगर, किसी तरह वह वहां से बच निकली।
एफआईआर सामने आने के बाद बृजभूषण ने पुलिस जांच जारी होने का हवाला देते हुए 5 जून को अयोध्या में रखी जनचेतना रैली को कैंसल कर दिया है। पहली एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 354-ए (यौन उत्पीड़न), 354-डी (पीछा करना) और 34 (सामान्य इरादे) के तहत दर्ज की गई है। प्राथमिकी में बृजभूषण और सचिव विनोद तोमर का नाम है। शिकायतकर्ताओं में से एक ने आरोप लगाया कि सभी महिला एथलीट जब भी अपने-अपने कमरे से निकलती थीं तो ग्रुप में चलती थीं, ताकि अकेले आरोपी से मिलने से बचा जा सके। एक अन्य पहलवान ने आरोप लगाया है कि एक अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप के दौरान बृजभूषण ने होटल के रेस्तरां में खाने की मेज पर उसे छुआ।
बृजभूषण की इन हरकतों से वह गहरे सदमे में थी। वह अगले कुछ दिनों तक न तो ठीक से सो सकी और न ही ठीक से खा सकी। भारत में एक लीग के दौरान और फिर दो साल के दौरान दो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दिल्ली में महासंघ कार्यालय में उन्हें फिर से गलत तरीके से छुआ गया था। शिकायतकर्ता का दावा है कि पीएमओ में एक बैठक के दौरान, उसने बार-बार होने वाले यौन, भावनात्मक, शारीरिक, शारीरिक आघात के बारे में बात की।
2. इलाज के बहाने शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड
शिकायतकर्ता का कहना है कि एक अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बृजभूषण ने पहली बार उनका यौन उत्पीड़न किया था, जब उन्होंने कथित तौर पर उनकी टी-शर्ट उतारी और उनकी सांस की जांच के बहाने गलत तरीके से छुआ। एक महिला खिलाड़ी का दावा है कि उस चैम्पियनशिप के दौरान उन्हें चोट लग गई थी और भारत आने के बाद उन्हें फेडरेशन के ऑफिस में बुलाया गया था। बृजभूषण ने कथित तौर पर उससे कहा कि महासंघ उसके इलाज का खर्च वहन करने को तैयार है, बशर्ते वह फिजिकल रिलेशन बना ले।
3. जांच कमेटी ने बंद किए बार-बार कैमरे
खिलाड़ी के मुताबिक, वह भारतीय कुश्ती संघ प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित पैनल के सदस्यों के सामने कैमरे के सामने पेश हुईं। इस दौरान रिकॉर्डिंग डिवाइस को बार-बार बंद कर दिया गया, जिससे उसे विश्वास हो गया कि उसके बयान के साथ छेड़छाड़ हो सकती है।
4. महासंघ कार्यालय में जबरदस्ती की कोशिश
खिलाड़ी ने आरोप लगाया कि बृजभूषण ने एक अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप के दौरान उसे गलत तरीके से छुआ और चैम्पियनशिप के बाद जब वह नई दिल्ली में महासंघ कार्यालय गई तो उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक सम्पर्क बनाने की कोशिश की। यौन उत्पीड़न और पीछा करने की घटना ने उसे आघात पहुंचाया है। इन हरकतों की वजह से वह मानसिक रूप से परेशान थी। जिस कारण उसके लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता का प्रदर्शन करना मुश्किल था।
फोटो के बहाने बाहों में कसकर पकड़ा
पुलिस को दूसरी शिकायत नाबालिग खिलाड़ी के पिता ने दी है। पिता की शिकायत पर पॉक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज है। जिसमें पिता ने घटना साल 2016 बताया है। शिकायत के अनुसार खिलाड़ी की वर्तमान में उम्र 17 साल है। शिकायत में कहा गया कि जब पहलवान ने भारत में एक चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता तो बृजभूषण शरण सिंह ने तस्वीर लेने के बहाने जबरदस्ती उसे अपनी और खींच लिया और उसे अपनी बाहों से इतनी कस कर पकड़ लिया कि वह हिल नहीं सकती थी। फिर जानबूझकर अपना हाथ उसके कंधे के नीचे खिसका दिया।
एफआईआर में लिखा है- बृजभूषण ने रेसलर से कहा कि तुम मुझे सपोर्ट करो, मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा, टच में रहना। उस वक्त खिलाड़ी ने कहा था कि सर, मैं अपने बलबूते पर यहां तक ​​आई हूं, आगे भी मेहनत करके आगे तक जाऊंगी। आरोप है कि तब बृजभूषण ने उसे चेतावनी दी कि एशियाई चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल जल्द ही होने वाले हैं और चूंकि वह उसके साथ सहयोग नहीं कर रही थी, इसलिए उसे ट्रायल में नतीजे भुगतने होंगे।
2. कमरे पर बुला उत्पीड़न की कोशिश, भाग निकली खिलाड़ी
शिकायतकर्ता का दावा है कि बृजभूषण ने नाबालिग खिलाड़ी को अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की। जब वह कमरे से बाहर निकलने में सफल रही तो एशियाई चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल के दौरान उसके साथ भेदभाव किया गया, क्योंकि उसने आरोपी के यौन उत्पीड़न का विरोध किया और उसकी मांगों को मानने को तैयार नहीं थी।
शिकायतकर्ता ने कहा कि मेरी बेटी 17 साल की एक युवा पहलवान है और अपने करियर की शुरुआत में है। वह आरोपी का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी और इस तरह शिकायत नहीं कर सकी या फेडरेशन के साथ इन मुद्दों को नहीं उठा सकी। फेडरेशन पूरी तरह से आरोपी के नियंत्रण में है और उसके हुक्म के अनुसार काम करती है।

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