टेस्ट में पहली बार चुने गए सूर्यकुमार-ईशान
क्या टीम इंडिया में भी देखने को मिलेगा बैजबॉल इफेक्ट?
मुम्बई। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फरवरी-मार्च में चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। बीसीसीआई ने शुरुआती दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम का एलान कर दिया है। बांग्लादेश के खिलाफ चोट के कारण टेस्ट सीरीज में नहीं खेलने वाले कप्तान रोहित शर्मा की वापसी हुई है। वहीं, कार दुर्घटना में घायल हुए ऋषभ पंत की जगह विकेटकीपर के तौर पर ईशान किशन को शामिल किया गया है। केएस भरत दूसरे विकेटकीपर होंगे। इसके अलावा टी20 क्रिकेट में धमाका करने वाले सूर्यकुमार यादव को भी टेस्ट टीम में रखा गया है।
इन दोनों के टेस्ट टीम में आने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया आक्रामक क्रिकेट का प्रदर्शन करेगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिहाज से टीम इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण है। भारतीय टीम को इस सीरीज में कम से कम दो मैच जीतने होंगे। सीरीज गंवाने पर टीम इंडिया पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर होने का खतरा होगा। ऐसे में भारत के अपने दो विस्फोटक बल्लेबाजों को टीम में शामिल किया है।
बांग्लादेश के खिलाफ पिछले महीने टेस्ट सीरीज से पहले ही टीम मैनेजमेंट ने कहा था कि भारतीय टीम अब आक्रामक क्रिकेट खेलेगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल शीर्ष पर और भारत दूसरे नंबर पर है। फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को हर हाल में ऑस्ट्रेलिया को हराना होगा। सूर्या और ईशान के टीम में आने से अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय टीम भी 'बैजबॉल इफेक्ट' का प्रदर्शन करेगी।
दरअसल, इंग्लैंड क्रिकेट टीम की नई रणनीति को 'बैजबॉल इफेक्ट' कहा गया है। इफेक्ट का मतलब है असर। यानी 'बैज बॉल' स्ट्रैटजी से इंग्लैंड की टीम पर हुआ असर। बैज शब्द इस वजह से भी चर्चाओं में आया क्योंकि इंग्लैंड के नए कोच ब्रेंडन मैकुलम का निक नेम 'बैज' है। मैकुलम ने कोच बनते ही कहा था कि इंग्लैंड की टीम अब अधिक आक्रामक होकर खेलेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इंग्लिश टीम चौथी पारी में कितना भी बड़ा स्कोर हो, उसे डिफेंड करने की जगह चेज करने के लिए खेलेगी। इसी रणनीति को बैज बॉल कहा गया। इंग्लैंड की यह नई रणनीति कारगर साबित हुई और टीम लगातार टेस्ट मैच जीत रही है।
अब सूर्यकुमार और ईशान के शामिल होने से यही रणनीति टीम इंडिया भी ऑस्ट्रेलिया को काउंटर करने के लिए अपना सकती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल शानदार फॉर्म में है। उसने 2021-23 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में 15 मैच खेले हैं, जिसमें से 10 में जीत हासिल की है। कंगारू टीम सिर्फ एक मैच हारी है और चार मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। ऐसे में भारत के लिए यह सीरीज काफी मुश्किलों भरा रहने वाला है। सीरीज के पहले दो टेस्ट नागपुर और दिल्ली में खेले जाएंगे।
घरेलू क्रिकेट में सूर्यकुमार का रेड बॉल फॉर्मेट में फॉर्म काफी शानदार रहा है। 79 फर्स्ट क्लास मैचों में सूर्यकुमार ने 44.75 की औसत और 63.56 के स्ट्राइक रेट से 5549 रन बनाए हैं। इसमें 14 शतक और 28 अर्धशतक शामिल है। सूर्या फर्स्ट क्लास क्रिकेट में गेंदबाजी भी कर चुके हैं और 24 विकेट ले चुके हैं। सूर्यकुमार ने 2010 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था और उनके पास काफी अनुभव है। सूर्यकुमार का हाल फिलहाल में टी20 में शानदार फॉर्म रहा है। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच में उन्होंने इस फॉर्मेट का अपना तीसरा अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 200 रन उनकी सर्वोच्च पारी है।
वहीं, झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले किशन ने 2014 में असम के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने 48 मुकाबलों में 38.76 की औसत से 2985 रन बनाए हैं। दिल्ली के खिलाफ नवंबर 2016 में उन्होंने 273 रनों की पारी खेली थी। वह प्रथम श्रेणी की उनकी सर्वोच्च पारी है। ईशान ने हाल ही में वनडे में दोहरा शतक जड़ा था। वह वनडे में भारत के लिए दोहरा शतक जड़ने वाले सिर्फ चौथे बल्लेबाज बने थे। टेस्ट टीम में आक्रामक बल्लेबाज का किरदार पंत निभाते थे, लेकिन उनके चोटिल होने के बाद सूर्या और ईशान इस रोल को निभाने के लिए बिल्कुल सही विकल्प हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की बात करें तो 58.93 फीसदी अंक हासिल कर भारत की टीम अंक तालिका में दूसरे स्थान पर बनी हुई है। भारत अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चारों मैच जीतता है तो उसके पास 68.06 फीसदी अंक हो जाएंगे। इस स्थिति में टीम इंडिया आसानी से फाइनल में पहुंच जाएगी। हालांकि, यह सीरीज कम अंतर से जीतने पर भी भारत फाइनल में पहुंच सकता है, लेकिन श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका की टीम भी फाइनल की रेस में हैं। ऐसे में भारत के सीरीज हारने पर श्रीलंका या दक्षिण अफ्रीका अपने बाकी मैच जीत फाइनल खेल सकते हैं। डब्ल्यूटीसी का फाइनल जून में इंग्लैंड के ओवल में प्रायोजित है। फाइनल में एक बार फिर भारत और ऑस्ट्रेलिया का सामना हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले दो टेस्ट के लिए भारत की टीम:
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मो. सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, सूर्यकुमार यादव।