मुक्केबाज मैरीकॉम बनीं एथलीट कमीशन की अध्यक्ष

टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल बने उपाध्यक्ष
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय ओलम्पिक संघ ने दिग्गज महिला मुक्केबाज मैरीकॉम को आईओए की एथलीट्स कमीशन का अध्यक्ष चुना है। एमसी मैरीकॉम सर्वसम्मति से इस पद के लिए चुनी गईं वहीं, राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल उपाध्यक्ष चुने गए।
मैरीकॉम आठ बार की वर्ल्ड चैम्पियनशिप मेडलिस्ट रह चुकी हैं। वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप में छह बार (2002, 2005, 2006, 2008, 2010, 2018) स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। वहीं, 2012 लंदन ओलम्पिक में मैरीकॉम ने कांस्य पदक जीता था। मैरीकॉम दो बार की एशियन गेम्स मेडलिस्ट भी रह चुकी हैं। 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में मैरीकॉम ने स्वर्ण और 2010 ग्वांग्झू एशियन गेम्स में कांस्य जीता था। वह 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक भी जीत चुकी हैं।
वहीं, शरथ कमल राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के सबसे सफल एथलीट्स के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उनसे ज्यादा सिर्फ जसपाल राणा (शूटिंग) और समरेश जंग (शूटिंग) ने पदक जीते हैं। जसपाल के नाम राष्ट्रमंडल खेलों में 15 पदक (9 स्वर्ण) और समरेश के नाम 14 पदक (7 स्वर्ण) हैं। शरथ कमल राष्ट्रमंडल खेलों में कुल सात स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण के अलावा शरथ कमल ने 2006 में मेन्स सिंगल्स और मेन्स टीम इवेंट में स्वर्ण, 2010 में मेन्स डबल्स में स्वर्ण और 2018 में मेन्स टीम इवेंट में स्वर्ण जीता था। 
इसके अलावा वह 2010 में दो कांस्य, 2014 और 2018 में एक-एक रजत और 2022 में एक रजत जीत चुके हैं। शरथ ने राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 13 पदक जीते हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा शरथ एशियन गेम्स में दो पदक जीत चुके हैं। 2018 में जकार्ता एशियन गेम्स में मेन्स टीम और मिक्स्ड डबल्स इवेंट में शरथ कमल ने कांस्य जीता था। इसके अलावा वह एशियन चैम्पियनशिप्स में दो कांस्य भी जीत चुके हैं। 2021 दोहा एशियन चैम्पियनशिप्स में कांस्य जीता था।
देश में खेलों को सही दिशा देने के लिए इतिहास में पहली बार भारतीय ओलम्पिक संघ की ओर से गठित एथलीट कमीशन में देश के बड़े-बड़े खेल सितारों को चुनकर शामिल किया गया है। दो बार की ओलम्पिक मेडलिस्ट बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू, लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीत चुके स्टार शूटर गगन नारंग समेत 10 ओलम्पियन खिलाड़ियों को इसका सदस्य बनाया गया है।
ओलम्पिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बॉक्सर मैरीकॉम इस कमीशन की अध्यक्ष एकमत से चुनी गईं जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट टेबल टेनिस स्टार शरथ कमल उपाध्यक्ष चुने गए। पूर्व एथलीट ओमप्रकाश, शीतकालीन ओलम्पिक में लूज में भारत के लिए खेल चुके शिवा केसवन, पीवी सिंधू को सदस्य चुना गया है। इनके अलावा टोक्यो ओलम्पिक सिल्वर मेडलिस्ट वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, पूर्व महिला हॉकी टीम कप्तान रानी, फेंसिंग ओलम्पियन भवानी देवी, रोइंग में ओलम्पिक खेल चुके बजरंग लाल भी इसके सदस्य हैं।
देश के 36 राष्ट्रीय खेल फेडरेशनों की ओर से एक-एक महिला और पुरुष खिलाड़ी को मतदान हेतु नामित किया गया था जिनके द्वारा इन खिलाड़ियों का चुनाव किया गया है। कुल 10 पदों के लिए 42 पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने नामांकन किया था लेकिन चुनाव का समय नजदीक आते-आते कई नाम वापस लिए गए और सिर्फ 10 खिलाड़ियों के ही नाम बचे और ऐसे में इनका चुनाव आसान हो गया।
देश को पहला ओलम्पिक एकल गोल्ड दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और पूर्व ओलम्पियन हॉकी कप्तान सरदारा सिंह Ex-Officio सदस्य के रूप में हिस्सा रहेंगे। इस कमीशन का गठन अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी के सुधार कमीशन के द्वारा दिए गए बिन्दुओं के क्रम में किया गया है। आईओसी ने खेलों के हर स्तर पर खिलाड़ियों के प्रतिनिधित्व की बात कही थी।
क्या होगा काम
भारत में बनी इस एथलीट कमीशन का मुख्य उद्देश्य होगा कि आईओए के सामने खिलाड़ियों से जुड़ी दिक्कतें, परेशानियां, उनकी बातों को रखें। कमीशन सलाहकार का काम भी करेगा और खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए सुझाव भी देगा। कमीशन का काम ऐसे प्रोजेक्ट्स को लाना भी होगा जिनके जरिए खिलाड़ियों के साथ संवाद बढ़ पाए और वह डोपिंग जैसे कृत्यों से दूर रहें और गलती न करें।
भारत में अधिकतर खेल फेडरेशन में पिछले काफी समय से ऐसे लोग ऊंचे पदों पर बैठे हैं जिन्होंने स्वयं कभी उस खेल में देश का प्रतिनिधित्व नहीं किया। मौजूदा समय में फुटबॉल, हॉकी समेत कुछ खेलों के मैनेजमेंट में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है, लेकिन अब भी कई राजनेता, व्यापारी ऐसे हैं जो खेलों के फेडरेशन में बतौर हितधारक बैठे हैं और इससे खिलाड़ियों की आवाज को मंच देना मुश्किल हो जाता है।

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