रोजर बिन्नी भारत को जिता चुके हैं दो वर्ल्ड कप
अब बीसीसीआई के अध्यक्ष बनाए गए
मुम्बई। भारत के पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। वह बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष हैं। रोजर सौरव गांगुली की जगह पद संभालेंगे। गांगुली 2019 से लेकर 18 अक्टूबर 2022 तक इस पद पर रहे। बीसीसीसीआई की एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में यह फैसला लिया गया। हालांकि, एजीएम को बस औपचारिकता मानी जा रही थी। काफी पहले से ही माना जा रहा था कि नए अध्यक्ष को लेकर फैसला पहला ही हो चुका है।
रोजर बिन्नी फिलहाल कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर थे और अब उन्हें इस पद से इस्तीफा देना होगा। वह भारतीय टीम के चयनकर्ता के पद पर भी रह चुके हैं। संदीप पाटिल के सेलेक्शन कमेटी का चेयरमैन रहते हुए वह उस कमेटी का हिस्सा थे। ऐसा कहा जाता है कि जब भी उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी के टीम में सेलेक्शन पर चर्चा होती थी तो वह इस बहस में हिस्सा नहीं लेते थे और यह फैसला पूरी तरह से बाकी साथियों पर छोड़ देते थे।
रोजर भारत के पहले एंग्लो-इंडियन क्रिकेटर हैं। 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के वह अहम सदस्य रहे थे। उस वर्ल्ड कप में उनका योगदान काफी अहम था। कपिल देव की कप्तानी में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था और पहली बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की थी। इस टूर्नामेंट में रोजर बिन्नी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। उन्होंने टूर्नामेंट में आठ मैचों में कुल 18 विकेट लिए थे। उस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 29 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था। यह उनके वनडे करियर का बेस्ट परफॉर्मेंस भी है।
इसके अलावा बिन्नी के रहते टीम इंडिया एक और वर्ल्ड कप जीत चुकी है। रोजर बिन्नी साल 2000 में भारतीय अंडर-19 टीम के कोच भी रहे थे। तब उनकी देखरेख में टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। मोहम्मद कैफ की कप्तानी और रोजर बिन्नी की कोचिंग में भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप जीता था। उस टीम में युवराज सिंह और वेणुगोपाल राव जैसे क्रिकेटर भी खेले थे।
रोजर बिन्नी ने 1979 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु में पहला टेस्ट खेला था। इसके बाद 1980 में बिन्नी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया। रोजर बिन्नी का करियर 1979 से लेकर 1987 तक चला। इस दौरान उन्होंने भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे मैचों में हिस्सा लिया। टेस्ट में बिन्नी के नाम 47 विकेट और वनडे में 77 विकेट हैं। इसके अलावा बिन्नी ने टेस्ट में 830 रन और वनडे में 629 रन बनाए हैं।
रोजर बिन्नी के साथ जुड़ा है गजब का संयोग
रोजर बिन्नी के साथ एक गजब का संयोग भी जुड़ा है। 1979 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले रोजर ने पाकिस्तान के खिलाफ ही आखिरी टेस्ट खेला। वहीं, अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत रोजर बिन्नी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया। यह एक वनडे मैच था। अब इसे भी संयोग कहें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे डेब्यू करने वाले बिन्नी ने आखिरी वनडे भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला।
बंगाल क्रिकेट टीम के कोच रह चुके
रोजर बिन्नी बंगाल क्रिकेट टीम के कोच भी रह चुके हैं। यह वही राज्य हैं जहां से सौरव गांगुली ताल्लुक रखते हैं। इसके अलावा बिन्नी भारतीय टीम के चयनकर्ता भी रह चुके हैं। उन पर कई बार यह भी आरोप लग चुके हैं कि उनकी वजह से उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी को टीम इंडिया में जगह मिली। स्टुअर्ट भी पिता की तरह एक ऑलराउंडर हैं। उन्होंने भारत के लिए छह टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय में हिस्सा लिया।
रोजर के बेटे स्टुअर्ट भी टीम इंडिया के लिए खेल चुके
टेस्ट में स्टुअर्ट ने 21.56 की औसत से 194 रन बनाए और तीन विकेट लिए। वहीं, 14 वनडे में उन्होंने 28.75 की औसत से 230 रन और 20 विकेट झटके। तीन टी20 में स्टुअर्ट के नाम 120.69 की औसत से 35 रन और एक विकेट है। भारत की तरफ से वनडे में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का रिकॉर्ड स्टुअर्ट बिन्नी के नाम ही है। उन्होंने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ सिर्फ चार रन देकर छह विकेट झटके थे। स्टुअर्ट बिन्नी की पत्नी मयंती लैंगर स्पोर्ट्स एंकर हैं।