सचिन तेंदुलकर की तरह खेलना चाहते थे धोनी
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान ने इस कारण बदला था यह फैसला
चेन्नई। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुलासा किया है कि वह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की तरह क्रिकेट खेलना चाहते थे। 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी करते हैं। वह अगले सीजन में संभवत: आखिरी बार मैदान पर पेशेवर क्रिकेट खेलते हुए दिखाई देंगे। धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स द्वारा जारी वीडियो में तेंदुलकर के बारे में बात की।
चेन्नई सुपर किंग्स ने गुरुवार (13 अक्तूबर) ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया। इसमें धोनी ने स्वीकार किया कि क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर उनके आदर्श थे और वह बड़े होकर मास्टर ब्लास्टर की तरह खेलना चाहते थे। भारत के विश्व कप विजेता कप्तान ने वीडियो में कहा कि उन्होंने सचिन की तरह खेलने की कोशिश की, लेकिन बाद में महसूस किया कि उनके खेलने का अंदाज अलग है और वह उनकी तरह नहीं खेल सकते।
धोनी ने एक कार्यक्रम में बच्चों के सवाल पर कहा, "जब मैं आपकी उम्र में था तब मैं उन्हें (सचिन) को खेलते देखता था। हमेशा सोचता था कि मैं उनकी तरह खेलूंगा, लेकिन नहीं कर सका। मैं दिल से हमेशा उनकी तरह खेलना चाहता था। जब मैं बड़ा हो रहा था तब वो मेरे आदर्श थे।" धोनी पेशेवर क्रिकेट में पिछली बार आईपीएल 2022 के दौरान दिखे थे। वह इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि अगले साल आईपीएल में खेलेंगे।
धोनी ने आईपीएल के 15वें सीजन में 14 मैच खेले थे। इस दौरान छह मैचों में नाबाद रहे थे। उन्होंने 33.14 की औसत से 232 रन बनाए थे। इस दौरान एक अर्धशतक लगाया था। दूसरी ओर, सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में इंडिया लीजेंड्स को रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का खिताब दिलाया है। मास्टर ब्लास्टर ने छह मैचों में 21.25 के औसत से 85 रन बनाए थे।
सचिन तेंदुलकर ने 2007 तक पांच वर्ल्ड कप खेले थे, लेकिन एक बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली थी। 2011 में वह महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आखिरी बार वर्ल्ड कप खेले और जीत गए। यह उनके करियर का अंतिम वर्ल्ड कप था। उनके ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा हुआ था।