वाराणसी की प्रियंका पटेल 35 किलोमीटर पैदल चाल में बनी गोल्डन गर्ल

100 मीटर दौड़ में अमलान बोरगोहेन ने बनाया नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड

87वीं अखिल भारतीय रेलवे एथलेटिक चैम्पियनशिप

खेलपथ संवाद

रायबरेली। आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना रायबरेली में सोमवार को शुरू हुई 87वीं अखिल भारतीय रेलवे एथलेटिक चैम्पियनशिप में वाराणसी के गांव चुप्पेपुर (बड़ा) निवासी प्रियंका पटेल ने 35 किलोमीटर पैदल चाल प्रतियोगिता तीन घंटे 12 मिनट में पूरी कर न केवल स्वर्णिम सफलता हासिल की बल्कि समूचे उत्तर प्रदेश को गौरवान्वित किया। इस प्रतियोगिता में रमन कौर दूसरे स्थान पर रहीं जबकि करमजीत कौर रेस ही पूरी नहीं कर सकीं।

87वीं अखिल भारतीय रेलवे एथलेटिक चैम्पियनशिप में विभिन्न रेलवे जोनों के लगभग 400 खिलाड़ी शिरकत कर रहे हैं, इनमें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी शामिल हैं। इस चैम्पियनशिप का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बहादुर प्रसाद, सुधा सिंह एवं लिजो डेविड रहे। सोमवार को हुई 35 किलोमीटर पैदल चाल प्रतियोगिता में वाराणसी के गांव चुप्पेपुर (बड़ा) के रहने वाले अजीत कुमार सिंह-उर्मिला देवी की बेटी प्रियंका ने अपने दमदार प्रदर्शन से गोल्ड मेडल हासिल किया।

प्रियंका ने इस प्रतियोगिता में ईस्टर्न रेलवे की तरफ से प्रतिभाग किया। खेलपथ से बातचीत में प्रियंका का कहना है कि इस सफलता से मेरे माता-पिता ही नहीं गांव के लोग भी जरूर खुश होंगे। वह बताती है कि मेरे गांव चुप्पेपुर में खेलों की कोई सुविधा नहीं है बावजूद माता-पिता के प्रयासों से मैं इस मुकाम तक पहुंची हूं। प्रियंका उत्तर प्रदेश सरकार से किसी भी तरह की मदद न मिलने से काफी निराश है। इस बेटी का कहना है कि मैं रेलवे का शुक्रगुजार हूं जिसने उसे सेवा का अवसर दिया। अब मैं पूरा समय खेलों को दे सकती हूं।

इस प्रतियोगिता में भारत के स्प्रिंटर अमलान बोरगोहेन ने 100 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। असम के 24 वर्षीय अमलान ने रायबरेली में हुई 87वीं ऑल इंडिया इंटर-रेलवे एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 10.25 सेकेंड समय के साथ छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बता दें अमलान के नाम पुरुषों के 200 मीटर दौड़ का भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है। अमलान बोरगोहेन ने अमिय कुमार मलिक का पिछला रिकॉर्ड बहुत छोटे अंतर से तोड़ा है। अमिय मलिक ने 2016 में 10.26 सेकेंड समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए अमलान ने अपने पिछले समय में 0.09 सेकेंड का सुधार किया है। इससे पहले 100 मीटर दौड़ में उनका सर्वश्रेष्ठ समय 10.34 सेकेंड था। अमलान ने भारत के सफल स्प्रिंटर्स के रूप में खुद को स्थापित किया है। इससे पहले उनके नाम 200 मीटर दौड़ का भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। ये रिकॉर्ड उन्होंने इस साल अप्रैल में कोझिकोड में आयोजित हुए 25वें नेशनल फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स में 20.52 सेकेंड का समय निकालते हुए बनाया था।

अमलान ने ओलम्पियन मोहम्मद अनस याहिया द्वारा बनाए गए 20.63 सेकेंड के समय को पीछे छोड़कर अपना नाम दर्ज करवाया था। अमलान फुटबॉलर बनना चाहते थे, लेकिन लगातार चोटों से जूझते रहते थे, जिसके बाद उनकी मां ने उन्हें फुटबॉल छोड़ने के लिए कहा। बोरगोहेन ने बताया, "मेरी मां ने मुझे दूसरा खेल चुनने या खेल को पूरी तरह से छोड़ने के लिए कहा। फुटबॉल खेलने का अब कोई विकल्प नहीं था। यह एक कठिन निर्णय था।" अन्य स्पर्धाओं की बात करें तो हिमाश्री रॉय ने 11.42 सेकेंड में महिलाओं की 100 मीटर दौड़ जीती जबकि आर. राजेश ने 46.73 सेकेंड और किरण पहल ने 53.91 सेकेंड के साथ क्रमशः पुरुषों और महिलाओं की 400 मीटर दौड़ का खिताब अपने नाम किया।

 

रिलेटेड पोस्ट्स