राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पांचवां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

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खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
इंग्लैंड के बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों का अंत हो चुका है। भारत ने इस बार लगभग 215 एथलीट्स के दल को बर्मिंघम भेजा था। इस बार कुछ खेलों में भारत का प्रदर्शन कमाल का रहा, वहीं कुछ खेलों में निराशा हाथ लगी और कई खेलों में मामूली अंतर से स्वर्ण से चूक गए। भारत ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य समेत कुल 61 पदक अपने नाम किए और चौथे स्थान पर रहा।
22 स्वर्ण जीतने के साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में ओवरऑल भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। भारत ने अब तक राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 203 स्वर्ण, 190 रजत और 171 कांस्य पदक जीते हैं। वहीं, बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया 67 स्वर्ण, 57 रजत और 54 कांस्य समेत कुल 178 पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा। इंग्लैंड 57 स्वर्ण, 66 रजत और 53 कांस्य समेत 176 पदकों के साथ दूसरे और कनाडा 26 स्वर्ण, 32 रजत और 34 कांस्य समेत 92 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
1930 में शुरू हुआ था राष्ट्रमंडल खेल
1930 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट में भारत अब तक 18 बार भाग ले चुका है। उसने चार बार हिस्सा नहीं लिया। भारतीय खिलाड़ी 1930, 1950, 1962 और 1986 राष्ट्रमंडल खेलों में नहीं उतरे थे। 1934 में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों ने जब भाग लिया था तब इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता है।
आजादी के बाद पहली बार भारत ने 1954 में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया था। 1966 में पहली बार पदकों की संख्या ने 10 को पार किया। 1966 राष्ट्रमंडल खेलों के बाद भारत ने रफ्तार पकड़ ली। उसके बाद पदकों की संख्या लगातार बढ़ती रही। साल 2000 के बाद से राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने लगातार शानदार प्रदर्शन किया और पदकों की संख्या 50 के पार पहुंच गई। भारत के लिए 2010 राष्ट्रमंडल खेल सबसे शानदार रहा था। तब भारत ने अपनी मेजबानी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में 101 पदक जीते थे। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य शामिल हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य समेत कुल 61 पदक जीते हैं। 
भारत के पदक विजेता
22 स्वर्णः मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टीटी पुरुष टीम, सुधीर, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया, विनेश, नवीन, भाविना, नीतू, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन, शरत-श्रीजा, पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन, सात्विक-चिराग, शरत।
16 रजतः संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक, प्रियंका, अविनाश साबले, पुरुष लॉन बॉल टीम, अब्दुल्ला अबोबैकर, शरथ-साथियान, महिला क्रिकेट टीम, सागर, पुरुष हॉकी टीम।
23 कांस्यः गुरुराजा, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मिन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, सोनलबेन, महिला हॉकी टीम, संदीप कुमार, अन्नू रानी, सौरव-दीपिका, किदांबी श्रीकांत, त्रिषा-गायत्री, साथियान।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के मुख्य पड़ाव
लंदन 1934: भारतीय खिलाड़ी पहली बार टूर्नामेंट में उतरे। छह एथलीटों ने 10 ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स और एक कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया। भारत ने तब अपना पहला पदक जीता था। उसे पुरुषों की 74 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में राशिद अनवर ने रजत पदक दिलाया था। वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।
सिडनी 1938: भारत ने मुख्य रूप से साइकिलिंग में हिस्सा लिया था, लेकिन एक भी पदक नहीं मिला।
वैंकूवर 1954: भारत 1947 में आजाद होने के बाद पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में उतरा। उसने 1950 ऑकलैंड राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1954 में भारत के एथलीटों ने कुछ खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन एक भी पदक नहीं जीत पाए।
कार्डिफ 1958: भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक मिला। महान धावक मिल्खा सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम करने वाले पहले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। उन्होंने पुरुषों की 440 यार्ड स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। कुश्ती में पहलवान लीला राम ने पुरुषों की 100 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भारत को स्वर्ण दिलाया। इस साल पहली बार भारतीय महिला एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों में उतरीं। ट्रैक एंड फील्ड एथलीट स्टेफनी डिसूजा और एलिजाबेथ डेवनपोर्ट ने हिस्सा लिया था। कुश्ती में लक्ष्मीकांत पांडेय ने रजत पदक अपने नाम किया था।
किंग्सटन, जमैका 1966: भारत ने 1962 पर्थ राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1966 में भारत को तीन स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य मिला। इस तरह भारत ने 10 पदक अपने नाम किए। यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत की तीनों स्वर्ण कुश्ती में मिले। दो रजत और दो कांस्य भी इसी खेल से आए। मोहन घोष वेटलिफ्टिंग और दिनेश खन्ना बैडमिंटन में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। दोनों ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।
दिल्ली 2010: भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का मौका मिला। भारत इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसने 101 पदक अपने नाम किए। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक थे। भारत ऐसा प्रदर्शन फिर दोहरा नहीं पाया।
बर्मिंघम 2022: महिला क्रिकेट को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया। पहले ही संस्करण में भारत ने क्रिकट में रजत जीता। वहीं, ऑस्ट्रेलिया को स्वर्ण पदक मिला। हरमनप्रीत कौर ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया। शूटिंग और आर्चरी को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं किया गया था।

 

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