भारोत्तोलक लवप्रीत सिंह ने जीता कांस्य पदक

राष्ट्रमंडल खेलों में वेटलिफ्टरों का जलवा
बर्मिंघम।
भारत के लवप्रीत सिंह ने बुधवार को यहां पुरूषों की 109 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया जिससे राष्ट्रमंडल खेलों में देश को भारोत्तोलन से पदक मिलना जारी है। पंजाब के 24 साल के भारोत्तोलक ने कुल 355 किलोग्राम वजन उठाया। इसमें लवप्रीत ने क्लीन एवं जर्क में 192 किलोग्राम का भार उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी अपने नाम किया जिससे वह पोडियम में तीसरे स्थान पर रहे। 
लवप्रीत सिंह ने स्नैच में 163 किलोग्राम का वजन उठाया। कैमरून के जूनियर नयाबेयेयू ने कुल 360 किलोग्राम के भार से स्वर्ण पदक जबकि समोआ के जैक ओपेलोगे ने 358 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक हासिल किया। भारत ने अब तक भारोत्तोलन में नौ पदक जीत लिये हैं जिसमें तीन स्वर्ण पदक शामिल हैं।
अमृतसर में एक दर्जी के बेटे लवप्रीत ने कुल 355 किग्रा का वजन उठाया जो उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। इसमें 24 साल के भारोत्तोलक ने क्लीन एवं जर्क में 192 किग्रा का भार उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी अपने नाम किया जिससे वह पोडियम में तीसरे स्थान पर रहे। कांस्य पदक जीतने के बाद पूर्व राष्ट्रमंडल जूनियर चैम्पियन लवप्रीत ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह मेरी पहली बड़ी प्रतियोगिता थी और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर एक पदक जीता। मैं इससे बहुत खुश हूं। ’’
लवप्रीत अपने पिता के पेशे से जुड़ सकते थे लेकिन उनका परिवार उन्हें खिलाड़ी बनाना चाहता था। इससे उनका खेलों का सफर 13 साल की उम्र में डीएवी मैदान में ट्रेनिंग के साथ शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी अन्य खिलाड़ी की तरह मुझे भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा जिसमें वित्तीय बाधायें भी शामिल हैं लेकिन मेरे माता-पिता ने सुनिश्चित किया कि मैं आगे बढ़ता रहूं। ’’ इस हैवीवेट भारोत्तोलक का जीवन 2015 में भारतीय नौसेना से जुड़ने के बाद बदल गया और वह पटियाला में राष्ट्रीय शिविर से जुड़ गये।
उन्होंने 2017 राष्ट्रमंडल जूनियर चैम्पियनशिप जीतने के बाद इसी साल एशियाई जूनियर चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता। पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों में उनके स्नैच और क्लीन एवं जर्क दोनों में सभी प्रयास सफल रहे जिससे उनकी सहनशक्ति का अंदाजा हो जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी पहली बड़ी प्रतियोगिता थी तो निश्चित रूप से मैं दबाव में था। लेकिन पहले प्रयास के बाद दबाव थोड़ा कम हुआ और धीरे धीरे मैं सुधार करता रहा। ’’ वह तीन किलोग्राम से रजत पदक से चूक गये, इस पर लवप्रीत ने कहा, ‘‘मैंने इसके लिये चुनौती दी लेकिन प्रतिस्पर्धा कड़ी थी। यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। ’’
विकास ठाकुर की तरह लवप्रीत ने भी दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि देते हुए ‘जांघ पर हाथ मारकर’ जीत का जश्न मनाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह पदक मैं अपने सभी कोचों, परिवार, माता पिता और देशवासियों को समर्पित करता हूं। ’’ भारत ने अब तक भारोत्तोलन में नौ पदक जीत लिये हैं जिसमें तीन स्वर्ण पदक शामिल हैं।
पंजाब की बेटी हरजिंदर कौर को भी कांसा
राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान पंजाब की बेटी हरजिंदर कौर ने कांस्य पदक जीतकर पंजाब का नाम रोशन किया है। महिला वेटलिफ्टर हरजिंदर कौर ने 71 किलो भार वर्ग में कुल 212 किलो भार उठाकर कांस्य पदक जीता है। हरजिंदर कौर पटियाला जिला में नाभा क्षेत्र के गांव मैहस की रहने वाली हैं। पिता साहब सिंह साधारण किसान हैं और मां घरेलू महिला है। पशुओं के लिए चारा काटने वाली मशीन चलाते-चलाते वेटलिफ्टर बनी हरजिंदर कौर के पिता के अनुसार वह घंटों भैंसों के लिए चारा काटने वाली मशीन चलाकर पसीना बहाती रही है। आज घास काटने वाली बाजुओं ने राष्ट्रमंडल खेलों में मैडल दिला दिया है। पिता साहब सिंह के अनुसार हरजिंदर कौर रस्साकशी की भी खिलाड़ी रही है लेकिन उन्होंने वेटलिफ्टिंग को ही अपना करियर बनाया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा खेलकूद मंत्री मीत हेयर ने हरजिंदर कौर को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा है कि एक घरेलू परिवार की लडक़ी ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी ऊंचे घराने की मोहताज नहीं है।
खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ायेंगे: भगवंत मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर हरजिन्दर कौर के लिए 40 लाख रुपए के नकद इनाम का ऐलान किया। मंगलवार को जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने हरजिन्दर कौर को बधाई देते हुए कहा कि नाभा के नजदीकी गांव मैहस की उभरती खिलाड़ी ने इस विलक्षण प्राप्ति के साथ मुल्क का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की खेल नीति के अनुसार उसे 40 लाख रुपए का नकद इनाम देगी। भगवंत मान ने उम्मीद जाहिर की कि हरजिंदर कौर की यह गौरवमयी प्राप्ति अन्य खिलाड़ियों खास कर लड़कियों को खेल के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने और देश का नाम चमकाने के लिए प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल के क्षेत्र में सफलता हासिल करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए वचनबद्ध है और इन खिलाड़ियों को नकद इनाम देकर हौसला बढ़ाया जाएगा।

 

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