एंजेलो मैथ्यूज का 100वां मैचः टीम भी वही मैदान भी

गाले। श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला रविवार (24 जुलाई) को गाले में शुरू हुआ। पहला टेस्ट चार विकेट से जीतकर पाकिस्तान सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त हासिल कर चुका है। दूसरे टेस्ट में श्रीलंका को सीरीज बचाने के लिए हर हाल में जीत चाहिए। इस मुकाबले में उसके अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज ने पहले दिन बड़ी उपलब्धि हासिल की। मैथ्यूज श्रीलंका के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले छठे खिलाड़ी बने।
मैथ्यूज से पहले महेला जयवर्धने (149 मैच), कुमार संगकारा (134), मुथैया मुरलीधरन (131), चामिंडा वास (111) और सनथ जयसूर्या (110) ने 100 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच खेले थे। मैथ्यूज की तरह इनमें से जयवर्धने, संगकारा और जयसूर्या ने टेस्ट में श्रीलंका की कप्तानी की है। मैथ्यूज के 100 टेस्ट पूरे होने के अवसर पर श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) बोर्ड ने मैच से पहले पूर्व टेस्ट कप्तान को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। ऑलराउंडर मैथ्यूज के साथ उनका परिवार भी था। मैथ्यूज ने 2009 में इसी मैदान (गाले स्टेडियम) पर और पाकिस्तान के खिलाफ ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था।
35 साल के इस खिलाड़ी ने अपनी बढ़ती उम्र को लेकर कुछ बात कही। उन्होंने इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को अपनी प्रेरणा कहा।  वह ज्यादा से ज्यादा समय तक टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। मैथ्यूज ने कहा, "मेरी प्रेरणा एंडरसन हैं। एक तेज गेंदबाज होने के नाते वह अभी भी कुछ और साल खेलना चाहते हैं। यह खेल के प्रति उनका उत्साह है। यह यहीं रुकने वाला नहीं है। मेरे पास अभी भी कुछ और साल हैं। उम्र सिर्फ एक संख्या है और मैं अब भी तीनों प्रारूपों में अपना सर्वश्रेष्ठ देने को तैयार हूं।"
कम टेस्ट से चिंतित मैथ्यूज
मैथ्यूज ने अगले 18 महीनों में श्रीलंका के कम टेस्ट मैचों के लिए भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं टेस्ट क्रिकेट पसंद करता हूं। अधिकांश प्रमुख खिलाड़ी अधिक टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से मुझे लगता है कि हमारे पास अगले 18 महीनों के लिए लगभग सात टेस्ट मैच हैं। हमें उम्मीद है एसएलसी कुछ और टेस्ट मैचों को शामिल करने की व्यवस्था करेगा।"
श्रीलंका ने लिए कैसा रहा टेस्ट का पहला दिन
श्रीलंका ने मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसके ओपनर्स ओशादा फर्नांडो और कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने टीम को मजबूत शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी की। फर्नांडो 50 रन बनाकर मोहम्मद नवाज का शिकार बने। उनके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे कुशल मेंडिल कुछ खास नहीं कर सके। मेंडिस 10 गेंद पर तीन रन बनाकर रन आउट हो गए। कुछ देर बाद ही टीम को तीसरा झटका लगा। कप्तान करुणारत्ने 40 रन बनाकर यासिर शाह की गेंद पर पवेलियन लौट गए।
120 रन पर तीन विकेट गिर जाने के बाद दिनेश चांदीमल और 100वां टेस्ट खेल रहे मैथ्यूज ने टीम को संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 75 रनों की साझेदारी की। ऐसा लग रहा था कि मैथ्यूज अपने खास दिन को यादगार बनाएंगे, लेकिन वह पहली पारी में अर्धशतक से चूक गए। 42 रन बनाकर नुमान अली का शिकार बने। उनके बाद चांदीमल ने धनंजय डी सिल्वा के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की। चांदीमल 80 रन बनाकर नवाज की गेंद पर आउट हुए। धनंजय 33 रन बनाने के बाद नसीम शाह की गेंद पर आउट हो गए। निरोसन डिकवेला 42 और दुनिथ वालालगे छह रन बनाकर नाबाद हैं। श्रीलंका ने पहले दिन छह विकेट पर 315 रन बनाए।

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