अर्जुन अवॉर्डी जिम्नास्ट आशीष कुमार को नहीं मिला न्याय

राष्ट्रमंडल खेलों की टीम से बाहर
खेलपथ संवाद
प्रयागराज।
एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक पदक दिलाने वाले देश के एकमात्र जिम्नास्ट आशीष कुमार को न्याय नहीं मिला। भारतीय जिम्नास्टिक संघ ने ट्रायल के वीडियो की समीक्षा कराए बिना प्रयागराज के अर्जुन अवॉर्डी आशीष कुमार को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में शामिल नहीं किया है। 
जिम्नास्टिक संघ ने ट्रायल में आशीष से नीचे रहने वाले जिम्नास्ट को शामिल कर अंतिम टीम की सूची भारतीय ओलम्पिक संघ को सौंप दी है। हैरानी वाली बात यह है कि जिम्नास्टिक संघ का एक पदाधिकारी ट्रायल की वीडियो समीक्षा के लिए राजी था। उनकी मांग के बावजूद इसकी समीक्षा नहीं की गई।
2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, कांस्य और इसी साल हुए एशियाई खेलों में कांस्य जीतने वाले आशीष की मांग पर साई ने जांच कराने को भी कहा। बावजूद इसके कोई हल नहीं निकला। आशीष ने ट्रायल में गलत स्कोरिंग दिए जाने का आरोप लगाकर इसकी वीडियो समीक्षा कराने के लिए खेल मंत्रालय, साई, जिम्नास्टिक संघ को कई बार लिखा लेकिन कुछ नहीं हुआ। आशीष अभी भी कोच मनोज राणा के संरक्षण में हैदराबाद में इन खेलों की तैयारियों में इस आस में जुटे हैं कि उन्हें बर्मिंघम जाने वाले दल में शामिल किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक जिम्नास्टिक संघ ने बर्मिंघम के लिए आईओए को जिम्नास्ट सत्यजीत मंडल, योगेश्वर सिंह, सैफ सादिक तंबोली, रुतुजा नटराज, परणीति नायक, प्रोतीषा सामंता, बलवीन कौर का नाम भेजा है। उनके साथ कोच अशोक मिश्रा, साई की प्रतिनियुक्ति से वापस भेजे गए रोहित जायसवाल और कृपाली पटेल का नाम भेजा है। ट्रायल जब कराए गए थे उस दौरान कहा गया था कि राष्ट्रमंडल खेल के कोर संभावितों के चयन के लिए यह ट्रायल हो रहा है, लेकिन अब उन्हीं में से टीम चुन ली गई।

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