डेरिल मिशेल ने की डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी

92 साल में यह कारनामा करने वाले पहले क्रिकेटर
हेडिंग्ले।
इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की सीरीज में न्यूजीलैंड के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा है। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का पहला खिताब अपने नाम करने वाली कीवी टीम इस सीरीज के दौरान संघर्ष करती दिखी और उसे हर मैच में हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज से अगर न्यूजीलैंड के लिए कुछ अच्छा रहा है तो वह डेरिल मिशेल की बल्लेबाजी है। मिशेल ने इस सीरीज के हर मैच में शतक लगाया और अपनी टीम को लड़ने का मौका दिया, लेकिन न्यूजीलैंड के बाकी बल्लेबाज उनकी कोई मदद नहीं कर पाए। इसी वजह से यह टीम कोई मैच ड्रॉ भी नहीं करा पाई। 
पिछले साल इंग्लैंड को अपने घर में 2-0 के अंतर से हराने वाली न्यूजीलैंड की टीम इस दौरे में कुछ खास नहीं कर पाई। दो अभ्यास मैच में भी उसे एक में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद तीनों मैच में भी न्यूजीलैंड हारा। न्यूजीलैंड की पूरी टीम भले ही इस सीरीज में फ्लॉप रही हो, लेकिन डेरिल मिशेल ने शानदार बल्लेबाजी की। मिशेल इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने तीन मैच की छह पारियों में 107.60 के औसत से 538 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 50.42 का रहा। इस दौरान उनके बल्ले से 60 चौके और आठ छक्के निकले। मिशेल की शानदार फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस सीरीज के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज जो रूट रन बनाने के मामले में उनसे 142 रन पीछे रहे। मिशेल ने अपने टेस्ट करियर में कुल चार शतक लगाए हैं और इनमें से तीन शतक इसी सीरीज में आए हैं। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की भी बराबरी की। 
मिशेल ने इस सीरीज में लॉर्ड्स टेस्ट में 108 रन की पारी खेली थी। इसके बाद ट्रेंट ब्रिज में 190 रन बनाए और हेडिंग्ली में 109 रन की पारी खेली। तीनों मैचों में शतक लगाने के साथ ही उन्होंने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। डेरिल मिशेल सिर्फ दूसरे विदेशी बल्लेबाज हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में किसी टेस्ट सीरीज के शुरुआती तीन मैचों में शतक लगाए हैं। वो ऐसा करने वाले पहले कीवी बल्लेबाज भी हैं। उनसे पहले 1930 में डॉन ब्रैडमैन ने ऐसा किया था। मिशेल न्यूजीलैंड के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में लगातार तीन टेस्ट में शतक लगाया है। 

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