इन भारतीयों ने ओलम्पिक में बढ़ाया मादरेवतन का मान

नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, सुशील कुमार, मीराबाई चानू, राज्यवर्धन सिंह राठौर को सलाम
नई दिल्ली।
आज अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस है। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसी आयोजन से विश्व बंधुत्व की अलख जगती है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य खेल के जरिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण करना है और लोगों को शांति से एक साथ लाना है। ओलम्पिक में भारत के कई खिलाड़ी कमाल कर चुके हैं और कई पदक जीतकर अलग-अलग समय में देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। यहां हम उन पांच खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जो देश के लिए पदक जीत चुके हैं और देश का सर गर्व से ऊंचा कर चुके हैं। 
सुशील कुमार पहले भारतीय हैं, जिन्होंने ओलम्पिक में देश के लिए दो पदक जीते हैं। उन्होंने 2008 में बीजिंग में हुए ओलम्पिक में देश को कांस्य पदक दिलाया था। उस समय उनकी उम्र 25 साल थी। इसके बाद उन्होंने 2012 में हुए लंदन ओलम्पिक में 66 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीतकर दूसरी बार भारत का मान बढ़ाया था। उन्होंने 2008 में 70 मिनट के अंदर लगातार तीन मैच जीते थे और कांस्य पदक अपने नाम किया था, लेकिन 2012 में फाइनल मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 
मीराबाई चानू ने 2020 टोक्यो ओलम्पिक में पहले दिन ही पदक जीता था और शानदार शुरुआत की थी। चानू भारत की दूसरी महिला वेटलिफ्टर हैं, जिन्होंने ओलम्पिक में कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने क्लीन जर्क में 116 किलोग्राम और स्नैच में 87 किलोग्राम वजन उठाकर इतिहास रचा था। कुल मिलाकर चानू ने 202 किलो वजन उठाया था और 21 साल बाद वेटलिफ्टिंग में भारत को पदक दिलाया था। मीराबाई चानू से पहले 2000 सिडनी ओलम्पिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने भी कांस्य पदक जीता था, ऐसा करने वाली वह भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं।
साल 2021 में 21 साल की पीवी सिंधु ने रियो ओलम्पिक में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा था। अपने पहले ही ओलम्पिक में वह एकल प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं। इसके बाद ही वो बैडमिंटन रैंकिंग में दूसरे नंबर पर आ गई थीं। इसके बाद 2020 में उन्होंने कांस्य पदक जीतकर ओलम्पिक में दूसरी बार देश को पदक दिलाया। वो भारत की एकमात्र महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलम्पिक में दो पदक जीते हैं। 
निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 34 साल की उम्र में इतिहास रचा था। वो पहले भारतीय थे, जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलम्पिक में पदक जीता था। राठौर ने 2004 एथेंस ओलम्पिक में रजत पदक अपने नाम किया था। उनके नाम 25 अंतरराष्ट्रीय मेडल हैं। सेना के सदस्य रहे राठौर कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन स्वर्ण और एक रजत पदक जीत चुके हैं। इसके साथ ही वो एशियन गेम्स में एक रजत और एक कांस्य पदक जीत चुके हैं। 
नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था। मौजूदा समय में नीरज देश के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था और सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 

रिलेटेड पोस्ट्स