मध्य प्रदेश 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में

खेल मंत्री मनोज तिवारी के अरमानों पर पानी फेरा
बंगाल को सेमीफाइनल में 174 रन से हराया
मुम्बई से 23 जून से 27 जून तक होगा फाइनल मुकाबला 
खेलपथ संवाद
बेंगलूरु।
मध्य प्रदेश ने पश्चिम बंगाल को 174 रन से पराजित कर 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। पश्चिम बंगाल की पराजय के साथ ही खेल मंत्री मनोज तिवारी का अपने प्रदेश को रणजी ट्रॉफी चैम्पियन बनाने का सपना भी चूर-चूर हो गया। खेल मंत्री तिवारी ने पहली पारी में शतक लगाने के बाद कहा था कि वह अपने करियर में पश्चिम बंगाल को रणजी ट्रॉफी चैम्पियन बनता देखना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी के पहले सेमीफाइल में पश्चिम बंगाल को हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली है। दिलचस्प बात ये है कि मध्यप्रदेश की टीम ने 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में मध्य प्रदेश की टीम ने इससे पहले 1999 में कर्नाटक के खिलाफ फाइनल खेला था। मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच हो रहे दूसरे सेमीफाइनल विजेता से मध्य प्रदेश फाइनल में खेलेगी। मध्य प्रदेश ने बंगाल को सेमीफाइनल में 174 रन से करारी शिकस्त दी है। 
मध्य प्रदेश ने सेमीफाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए हिमांशु मंत्री के 165 रनों की बदौलत पहली पारी में 341 रन बनाए थे। इसके जवाब में बंगाल की टीम खेल मंत्री मनोज तिवारी और शहबाज अहमद के शतकों के बावजूद सिर्फ 273 रन पर ही सिमट गई थी। मध्य प्रदेश को पहली पारी के आधार पर 68 रन की बढ़त हासिल हुई। 
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश की टीम 281 रन ही बना सकी। मध्य प्रदेश ने बंगाल के सामने जीत के लिए 350 रनों का टारगेट रखा। लेकिन बंगाल की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 175 रन पर ऑल आउट हो गई। पश्चिम बंगाल की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही और पहली ही गेंद पर सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन को कार्तिकेय ने पवेलियन भेजा। सुदीप कुमार घारामी और अभिमन्यु ईश्वरन ने 49 रन की साझेदारी की जिसे सारांश जैन ने तोड़ा। पिछले मैच के शतकवीर घारामी 32 गेंद में 19 रन बनाकर आउट हुए।  
अभिषेक पोरेल और मनोज तिवारी सात-सात रन बनाकर कार्तिकेय की गेंद पर विकेट गंवा बैठे। क्वार्टर फाइनल में बंगाल के नौ बल्लेबाजों ने अर्धशतक बनाकर नया रिकॉर्ड अपने नाम किया था लेकिन मध्यप्रदेश के गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी के सामने शीर्षक्रम टिक नहीं सका। अभिमन्यु ईश्वरन ने दूसरी पारी में सर्वाधिक 78 रन बनाए। बंगाल की टीम अपने चौथे दिन के स्कोर 96/4 से आगे खेलने उतरी और आखिरी दिन सिर्फ 79 रन जोड़कर अपने 6 विकेट गंवा दिए। मुंबई इंडियंस के गेंदबाज कुमार कार्तिकेय ने 67 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए। कुमार कार्तिकेय ने सेमीफाइनल में कुल आठ बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। मुंबई और यूपी मुकाबले में पहली पारी की लीड के आधार पर मुंबई का जीतना लगभग तय माना जा रहा है और उसका सामना फाइनल में अब मध्य प्रदेश से होगा। फाइनल मुकाबला 23 जून से 27 जून तक बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। 

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