बीसीसीआई की ताकत से फिर घबराया पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड

आईपीएल के खिलाफ दूसरे बोर्ड को करेगा एकजुट
नई दिल्ली।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने मंगलवार (14 जून) को कहा था कि अगले वर्ष से आईपीएल को आईसीसी की ओर से आधिकारिक ढाई माह की विंडो मिलने जा रही है, जिससे सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर इस लीग का हिस्सा होंगे। इस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) घबरा गया है। वह बीसीसीआई की इस योजना के खिलाफ दुनिया भर के अन्य क्रिकेट बोर्ड को एकजुट करने का प्रयास करेगा।
जय शाह समाचार एजेंसी पीटीआई को यह भी बताया था कि लीग को आगे से दो चरणों में कराए जाने की योजना पर पर भी काम हो रहा है। इसके लिए सभी हिस्सेदारों से बातचीत चल रही है। आईसीसी का अगला फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) 2024 से 2031 तक का होगा। पीसीबी को लगता है कि इस मामले पर चर्चा की जरूरत है। पीसीबी के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ''आईसीसी बोर्ड की बैठक जुलाई में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान होगी और इस मामले पर वहां चर्चा होगी।''
पीसीबी अधिकारी ने कहा कि पीसीबी क्रिकेट में पैसे आने से खुश है, लेकिन हर साल आईपीएल के लिए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को पूरी तरह से बुक करने की बीसीसीआई की योजना का द्विपक्षीय सीरीज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। पीसीबी अधिकारी ने कहा, "जय शाह ने कहा है कि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन कई लीगों के साथ और आईपीएल की योजना के विस्तार के बारे में क्रिकेट बोर्डों के बीच चर्चा की जानी चाहिए।"
2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद से पहले सीजन के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल की नीलामी में शामिल नहीं किया गया है। कई पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन में भाग लिया था, लेकिन तब से उन्हें लीग का हिस्सा नहीं बनाया गया। साथ ही 2012 के बाद से बीसीसीआई ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है।

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