युजवेंद्र चहल की फिरकी में फंस मुकाबला हारे दक्षिण अफ्रीकी

युवा ब्रिगेड को सफलता, फॉर्म में कब लौटेंगे पंत? 
खेलपथ संवाद
विशाखापट्टनम।
दो टेस्ट, तीन वनडे और दो टी20 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस साल मिली हार के बाद आखिरकार टीम इंडिया को एक जीत मिली। अफ्रीकी टीम ने अपनी जमीन पर भारत को जनवरी में दो टेस्ट और तीन वनडे मुकाबलों में हराया था। उसके बाद मौजूदा सीरीज में टीम इंडिया दो टी20 मैच हार गई थी। बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित विशाखापट्टनम में युवा ब्रिगेड ने जोश दिखाया और टीम को एक शानदार जीत मिली।
मंगलवार (14 जून) को सबसे पहले टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाजों ने कमाल किया। ऋतुराज गायकवाड़ ने 57 और ईशान किशन ने 54 रन बनाकर अफ्रीकी गेंदबाजों को शुरुआती सफलता से दूर रखा। दोनों ने पहले विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी की। अंत में हार्दिक पांड्या ने 21 गेंदों पर 31 रन बनाकर टीम को 180 रन के करीब पहुंचाया। फिर गेंदबाजी में पिछले दो मैचों में फेल होने वाले युजवेंद्र चहल और हर्षल पटेल अपने रंग में दिखे। हर्षल ने चार और चहल ने तीन विकेट लेकर मैच को टीम इंडिया की झोली में डाल दिया।
ऐसा नहीं है कि इस मैच में भारतीय टीम के लिए सबकुछ अच्छा ही हुआ। मध्यक्रम ने लगातार दूसरे मैच में निराश किया। श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक का बल्ला नहीं चला। वहीं, गेंदबाजी में आवेश खान लगातार तीसरे मैच में विकेट नहीं ले पाए। सीरीज में 11 ओवर फेंक चुके आवेश को पहले विकेट की तलाश है।
चहल की गेंदबाजी: राजस्थान रॉयल्स की ओर से आईपीएल के 15वें सीजन में 27 विकेट लेने वाले चहल इस सीरीज में आउट ऑफ फॉर्म चल रहे थे। उनकी गेंदों का जादू देखने को नहीं मिल रहा था। इस मैच में चहल ने अपने प्रशंसकों को खुश होने का मौका दिया। उन्होंने सातवें ओवर की पांचवीं गेंद पर रसी वान डर डुसेन और नौवें ओवर की छठी गेंद पर ड्वेन प्रिटोरियस को आउट कर अफ्रीकी टीम को दबाव में ला दिया। 
डुसेन पहले मैच के हीरो थे। वहीं, प्रिटोरियस तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं। चहल ने इसके बाद दूसरे मैच के स्टार हेनरिच क्लासेन को पवेलियन भेज अफ्रीकी टीम को बैकफुट पर ढकेल दिया। क्लासेन 15वें ओवर में आउट हुए। उनके जाते ही टीम इंडिया की जीत पक्की हो गई। इस मैच में हर्षल पटेल ने भी चार विकेट लिए, लेकिन वो चहल ही थे जिन्होंने अफ्रीकी टीम को दबाव में ला दिया।
भारत के लिए मैच में अच्छा क्या हुआ?
भारतीय टीम के ओपनर्स ने शानदार प्रदर्शन किया। ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ की जोड़ी पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामयाब रही। दोनों ने यह दिखा दिया कि भविष्य में वो कमाल कर सकते हैं। हार्दिक ने फिनिशर के रूप में अपना काम किया। वो पहले दबाव में दिख रहे थे, लेकिन अंत में तेजी से रन बनाकर टीम को 20 ओवर में 179 रन तक पहुंचाया। हार्दिक ने 21 गेंदों पर नाबाद 31 रन बनाए। अपनी पारी में चार चौके लगाए। गेंदबाजी में हर्षल ने चार, चहल ने तीन और भुवनेश्वर-अक्षर ने एक-एक विकेट लेकर अपना काम किया। चारों का इकोनॉमी रेट भी आठ से नीचे रहा।
भारत के लिए मैच में क्या-क्या गलत हुआ?
टीम इंडिया के मुख्य तीन बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहे। कप्तान ऋषभ पंत लगातार तीसरे मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना सके। पहले मैच में तेजी से 29 रन बनाए थे, लेकिन दूसरे और तीसरे मैच में पांच और छह रन ही बना सके। श्रेयस अय्यर हर मैच में अच्छी शुरुआत करते हैं, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे हैं। इस बार 11 गेंद पर 14 रन ही बना सके। टी20 में 10 से ज्यादा गेंद खेल लेने वाला बल्लेबाज सेट माना जाता है, लेकिन अय्यर ने फिर से निराश किया। दिनेश कार्तिक बतौर फिनिशर टीम में आए थे। इस मैच में उनके पास मौका भी था, लेकिन वो आठ गेंद पर छह रन ही बना सके। उनके लिए अंतिम दो मैच महत्वपूर्ण होने वाले हैं। अगर उन्होंने रन बना दिए तो टीम के साथ रहेंगे। वहीं, फेल होने पर बोरिया बिस्तर बंध सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए मैच में क्या सही हुआ?
अफ्रीकी टीम के तीन गेंदबाजों ने आठ या उससे कम के इकोनॉमी रेट से रन दिए। कगिसो रबाडा ने चार ओवर में 31 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। वेन पार्नेल ने चार ओवर में 32 रन दिए। उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली। ड्वेन प्रिटोरियस ने चार ओवर में 29 रन देकर दो विकेट झटके।
दक्षिण अफ्रीका के लिए मैच में क्या-क्या गलत हुआ?
गेंदबाजी में एनरिच नोर्त्जे एक बार फिर महंगे साबित हुए। इस बार उन्हें दो स्पिन गेंदबाजों तबरेज शम्सी और केशव महाराज का भी साथ मिला। तीनों ने जमकर रन लुटाए। नोर्त्जे ने दो ओवर में 23 रन दिए। शम्सी ने चार ओवर में 36 रन देकर एक विकेट लिए। केशव ने दो ओवर में 24 रन देकर एक विकेट लिया। बल्लेबाजी में लगातार दूसरे मुकाबले में हेनरिच क्लासेन ने दम दिखाया, लेकिन इस बार टीम को जीत नहीं दिला सके। 24 गेंद पर 29 रन बनाकर आउट हो गए। टीम के लिए सबसे ज्यादा रन उन्होंने ही बनाए। क्लासेन को अपने साथियों का साथ नहीं मिला। तेंबा बावुमा, रीजा हैंड्रिक्स, ड्वेन प्रिटोरियस, रसी वान डर डुसेन और डेविड मिलर भी फ्लॉप रहे। अगर अफ्रीकी टीम को सीरीज अपने नाम करना है तो बल्लेबाजों को कमाल करना होगा।

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