रियान पराग और हर्षल पटेल से अनबन
2021 में शुरू हुआ था विवाद
"भइया, मैं आपको कुछ नहीं कह रहा हूं
नई दिल्ली। आईपीएल 2022 में रियान पराग बल्ले के साथ कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन विवादों की वजह से लगातार सुर्खियों में रहे। रन आउट होने के बाद अश्विन को तेवर दिखाने का मामला हो या उससे पहले हर्षल पटेल के साथ भिड़ने की बात हो। पराग लगातार सुर्खियों में रहे और उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल भी किया गया। अब आईपीएल 2022 खत्म होने के बाद रियान पराग ने पूरे मामले पर खुलकर बात की है।
रियान पराग ने रूटर के लिए गेमिंग स्ट्रीम के दौरान अश्विन और हर्षल पटेल से जुड़े विवाद पर बात की। उन्होंने बताया कि मैच के बाद अश्विन ने उनसे माफी मांगी थी और यह स्वीकार किया था कि उन्हें वह रन भागना चाहिए था वहीं, हर्षल के साथ विवाद पर रियान ने बताया कि हर्षल ने उनसे कुछ नहीं कहा था, लेकिन सिराज ने कहा था कि तुम बच्चे हो और बच्चे की तरह व्यवहार करो।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मैच में रियान पराग ने हर्षल पटेल के ओवर में जमकर रन बनाने के बाद उन्हें मैदान से बाहर जाने का इशारा किया था। इसके बाद सिराज ने उन्हें बुलाया था और दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ बातचीत हुई थी। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने आकर बीच-बचाव किया था और विवाद को बढ़ने से रोका था। इस मैच के खत्म होने के बाद हर्षल पटेल ने रियान पराग से हाथ नहीं मिलाया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हर्षल पटेल और रियान पराग दोनों जमकर ट्रोल हुए थे।
सिराज बीच में कूदे
रियान पराग ने बताया कि हर्षल पटेल ने 2021 आईपीएल में उन्हें आउट किया था और जब पराग पवेलियन की तरफ लौट रहे थे तो उन्होंने हाथ से इशारा कर उन्हें बाहर जाने के लिए कहा था। पराग ने उस समय हर्षल का इशारा नहीं देखा था, लेकिन बाद में रीप्ले में उन्हें यह चीज दिखी थी। यह बात उनके दिमाग में थी। इसके बाद इस सीजन पराग ने आखिरी ओवर में हर्षल पटेल की जमकर पिटाई की और उन्हें मैदान से बाहर जाने का इशारा किया। उन्होंने कुछ कहा नहीं था और न ही गाली दी थी।
पारी खत्म होने के बाद सिराज ने उन्हें बुलाया और कहा "तुम बच्चे हो और बच्चे की तरह व्यवहार करो।" इसके जवाब में पराग ने सिराज से कहा "भइया, मैं आपको कुछ नहीं कह रहा हूं।" इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी आ गए और पूरा मामला खत्म हो गया। बाद में हर्षल पटेल ने रियान पराग से हाथ मिलाने से मना कर दिया। पराग के हिसाब से यह अपरिपक्व व्यवहार था।