पुरुष फुटबाल विश्व कप में महिलाएं होंगी रेफरी

92 साल के इतिहास में पहली बार दिखेगा वूमेन पॉवर
स्टेफनी फ्रेंपार्ट, सलिमा मुकानसांगा और योशिमि यामाशिता होंगी रेफरी
ज्यूरिख।
फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन इस साल के अंत में कतर में होना है। यह वर्ल्ड कप अपने आपमें ऐतिहासिक होगा। इस बार कई ऐसी चीजें होंगी जो पहली बार वर्ल्ड कप के इतिहास में देखने को मिलेंगी। पहली बार दुनिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट मिडिल-ईस्ट में होगा। पहली बार वर्ल्ड कप नवंबर-दिसंबर में खेला जाएगा और अब पहली बार इस टूर्नामेंट में महिलाएं रेफरी की भूमिका में नजर आएंगी। वर्ल्ड कप का आयोजन 21 नवम्बर से 18 दिसम्बर तक होगा।
फीफा ने टूर्नामेंट के लिए दुनिया भर से 36 रेफरी, 69 असिस्टेंट रेफरी और 24 वीएआर अधिकारियों का चयन किया है। तीन महिलाओं को रेफरी के तौर पर चुना गया है। फ्रांस की स्टेफनी फ्रेंपार्ट, रवांडा की सलिमा मुकानसांगा और जापान की योशिमि यामाशिता वर्ल्ड कप के दौरान रेफरी की भूमिका में दिखाई देंगी। इन तीनों के अलावा असिस्टेंट रेफरी के तौर पर ब्राजील की नुएजा बैक, मैक्सिको की करेन डियाज मेडिना और अमेरिका की कैथरिन नेसबीट को चुना गया है।
यूरोप की दिग्गज स्टेफनी फ्रेंपार्ट यूईएफए चैम्पियंस लीग के मैच में रेफरी की भूमिका निभाने वाली पहली महिला थीं। इसके अलावा वो वर्ल्ड कप क्वालीफिकेशन और फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 में भी नजर आ चुकी हैं। इसी महीने फ्रेंपार्ट ने फ्रेंच कप के फाइनल में रेफरी की भूमिका निभाकर इतिहास रचा था। वो पिछले साल यूरो कप के दौरान भी मैदान पर नजर आई थीं, लेकिन उनकी भूमिका चौथे रेफरी तक सीमित थी। रवांडा की सलिमा मुकानसांगा इस साल अफ्रीका कप के मैच में रेफरी की भूमिका निभाने वाली पहली महिला बनी थीं इसी तरह जापान की योशिमि यामाशिता ने इस साल एएफसी चैम्पियंस लीग के दौरान इतिहास रचा था। वो इस टूर्नामेंट में रेफरी बनने वाली पहली महिला बनी थीं।
फीफा रेफरी समिति के अध्यक्ष पियरलुइगी कोलिना ने कहा, "यह एक लम्बी प्रक्रिया का अंत है। यह कई साल पहले फीफा पुरुषों के जूनियर और सीनियर टूर्नामेंट में महिला रेफरी की भूमिका के साथ शुरू हुई थी। हम स्पष्ट रूप से इस बात पर जोर देते हैं कि हमारे लिए गुणवत्ता मायने रखती है महिला या पुरुष नहीं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में महत्वपूर्ण पुरुषों की प्रतियोगिताओं के लिए महिला मैच अधिकारियों का चयन सामान्य माना जाएगा और सनसनीखेज नहीं होगा। ये महिलाएं फीफा विश्व कप में शामिल होने के लायक हैं क्योंकि उन्होंने लगातार उच्च स्तर पर प्रदर्शन किया है।''

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