दुनियाभर के खिलाड़ियों के साथ खेलना फायदेमंदः विराट कोहली

दिन-रात सीखता हूं, तभी प्रदर्शन शानदार रहा
मुम्बई।
आईपीएल में सर्वाधिक रन बनाने वाले विराट कोहली ने महसूस किया है कि जिस लुभावनी लीग में 14 साल खेलते हुए उन्होंने सुपरस्टार का दर्जा हासिल किया है उसमें सफलता हासिल करने के लिए सिर्फ एक तरीका काम नहीं आ सकता है। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि इससे उन्हें खेल की समझ में अलग आयाम जोड़ने में मदद भी मिली। लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझने के बाद लय हासिल करने की कोशिश में जुटे कोहली ने आईपीएल में 215 मैचों में कुल 6402 रन बनाए हैं। उनका औसत 36.58 रहा है। वह 2008 में शुरूआती चरण से ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के लिए खेल रहे हैं।
कोहली ने कहा कि भारत के लिए खेलने के अलावा आईपीएल ने उन्हें अपनी काबलियत दिखाने, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने और उनके साथ क्रिकेट की जानकारी साझा करने का मंच मिला। यह सबसे अहम चीज थी जिसने उनकी खेल की समझ में अलग आयाम जोड़े। इससे उन्हें काफी प्रगतिशील तरीके से आगे बढ़ने में मदद मिली। इस लीग से उन्हें अन्य देशों के खिलाड़ियों से खेल का ज्ञान मिला, जो शायद आईपीएल के बिना संभव नहीं होता। उन्हें यहां खेलकर पता लगा कि विभिन्न परिस्थितियों में किस तरह खेला जाए। विदेशी खिलाड़ियों के साथ खेलकर पता लगा कि उनकी मानसिक स्थिति किस तरह की होती है।
कोहली ने कहा कि लोगों के सफलता हासिल करने के अलग तरीके हैं, इसके लिए सिर्फ एक खाका नहीं हो सकता। उन्होंने लीग में खेलने वाले देसी और विदेशी क्रिकेटरों से दिन-रात सीखता रहा और इसी से आईपीएल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। गुजरात टाइटंस के खिलाफ अर्धशतक और मुंबई इंडियंस के खिलाफ इससे पहले 48 रन की पारी खेलने के अलावा कोहली इस सत्र में रन बनाने के लिए जूझते रहे हैं। उन्होंने अब तक 10 मैचों में 20.67 के औसत से 186 रन बनाए हैं। विराट कोहली 2008 से आरसीबी के लिए खेले रहे हैं, तब वह 18 साल के थे। साल 2011 में उन्हें आरसीबी की कप्तानी सौंपी गई थी। उन्होंने 2016 में आरसीबी के लिए 973  रन बनाए थे। किसी एक सीजन में यह सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। 

 

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