मुकेश चौधरी ने कोच सुरेंद्र भावे की भविष्यवाणी को किया सही साबित
चेन्नई के लिए सात मैचों में सात विकेट ले चुके हैं
मुम्बई। जब 16 साल की उम्र में मुकेश चौधरी ने भारत के पूर्व चयनकर्ता सुरेंद्र भावे की अकादमी में 22 यार्ड की पिच पर तेज गेंद फेंकी थी, तब उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि यह खेल के मैदान में लंबा सफर तय करेगा। लगभग 8 साल बाद 25 साल की उम्र में आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए 7 मैचों सात विकेट लेकर उस भविष्यवाणी को सही साबित किया। मुंबई के खिलाफ मुकेश 3 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच भी बने।
प्रथम श्रेणी के पूर्व खिलाड़ी और पंजाब रणजी टीम के कोच भावे ने कहा, युवा चौधरी का गेंदबाजी एक्शन नैसर्गिक और बेहतरीन था। उसका शरीर तेज गेंदबाजी के उपयुक्त है। राजस्थान (भीलवाड़ा) के इस खिलाड़ी ने हमारे साथ नियमित तौर पर अभ्यास किया। जब लगा कि वह अच्छा कर रहा है तब डेक्कन जिमखाना क्लब से जोड़ा गया। भावे खुश हैं कि कुछ खराब मैचों के बाद भी चेन्नई ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चौधरी को टीम में बनाए रखा।
कोच भावे के मुताबिक, मुकेश के शानदार प्रदर्शन का परिणाम मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में दिखा जहां उन्होंने शुरुआती ओवर में ही रोहित शर्मा और इशान किशन को आउट किया। वहीं डेक्कन जिमखाना के कोच निखिल दीक्षित ने कहा कि यह तेज गेंदबाज आमंत्रण टूर्नामेंट में आसानी से विकेट ले रहा था और इससे उसके लिए आगे मार्ग प्रशस्त हुआ।
मुकेश आमंत्रण मैचों के दौरान आसानी से विकेट ले रहा था। उसने लगातार अच्छे प्रदर्शन से अंडर-23 और फिर महाराष्ट्र रणजी टीम में जगह बनाई। वह चेन्नई के लिए नेट गेंदबाज भी था, जिससे उसे टीम में जगह बनाने में मदद मिली।